चार मुख्य द्वारपाल लेवीय उप-पुरोहित थे। वे परमेश्वर के भवन के भण्डार-गृहों और कक्षों पर पहरा देते थे।
यूहन्ना 8:20 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) येशु ने मन्दिर में शिक्षा देते हुए कोषागार में यह कहा। किसी ने उन्हें गिरफ्तार नहीं किया, क्योंकि तब तक उनका समय नहीं आया था। पवित्र बाइबल मन्दिर में उपदेश देते हुए, भेंट-पात्रों के पास से उसने ये शब्द कहे थे। किन्तु किसी ने भी उसे बंदी नहीं बनाया क्योंकि उसका समय अभी नहीं आया था। Hindi Holy Bible ये बातें उस ने मन्दिर में उपदेश देते हुए भण्डार घर में कहीं, और किसी ने उसे न पकड़ा; क्योंकि उसका समय अब तक नहीं आया था॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) ये बातें उसने मन्दिर में उपदेश देते हुए भण्डार घर में कहीं, और किसी ने उसे न पकड़ा, क्योंकि उसका समय अब तक नहीं आया था। नवीन हिंदी बाइबल उसने ये बातें मंदिर-परिसर में उपदेश देते हुए कोषागार के पास कहीं; और किसी ने भी उसे नहीं पकड़ा, क्योंकि अभी उसका समय नहीं आया था। सरल हिन्दी बाइबल मसीह येशु ने ये वचन मंदिर परिसर में शिक्षा देते समय कहे, फिर भी किसी ने उन पर हाथ नहीं डाला क्योंकि उनका समय अभी नहीं आया था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 ये बातें उसने मन्दिर में उपदेश देते हुए भण्डार घर में कहीं, और किसी ने उसे न पकड़ा; क्योंकि उसका समय अब तक नहीं आया था। |
चार मुख्य द्वारपाल लेवीय उप-पुरोहित थे। वे परमेश्वर के भवन के भण्डार-गृहों और कक्षों पर पहरा देते थे।
उस समय येशु ने भीड़ से कहा, “क्या तुम लोग मुझे डाकू समझते हो, जो तलवारें और लाठियाँ ले कर मुझे पकड़ने आए हो? मैं तो प्रतिदिन मन्दिर में बैठ कर शिक्षा दिया करता था, फिर भी तुम ने मुझे गिरफ्तार नहीं किया।
महापुरोहितों ने चाँदी के सिक्के उठा कर कहा, “इन्हें खजाने में जमा करना उचित नहीं है, यह तो रक्त की कीमत है।”
येशु मन्दिर के खजाने के सामने बैठ कर लोगों को उसमें सिक्के डालते हुए देख रहे थे। अनेक धनवान व्यक्ति बहुत भेंट चढ़ा रहे थे।
इस पर येशु ने अपने शिष्यों को बुला कर कहा, “मैं तुम से सच कहता हूँ; खजाने में भेंट चढ़ाने वालों में इस गरीब विधवा ने सब से अधिक डाला है;
शास्त्रियों और महापुरोहितों ने येशु को उसी समय पकड़ना चाहा, क्योंकि वे समझ गये थे कि येशु ने यह दृष्टान्त उनके ही विषय में कहा है; परन्तु वे जनता से डरे।
इस पर उन्होंने फिर येशु को गिरफ्तार करने का प्रयत्न किया, परन्तु वह उनके हाथ से निकल गये।
येशु ने उत्तर दिया, “हे नारी, मुझे आप यह क्यों बता रही हैं? अभी मेरा समय नहीं आया है।”
इस पर उन्होंने येशु को गिरफ्तार करना चाहा, किन्तु किसी ने उन पर हाथ नहीं डाला; क्योंकि अब तक उनका समय नहीं आया था।
तुम पर्व के लिए जाओ। मैं इस पर्व के लिए नहीं जाऊंगा, क्योंकि मेरा समय अब तक पूरा नहीं हुआ है।”
येशु बड़े सबेरे फिर मन्दिर में आए। सारी जनता उनके पास इकट्ठी हो गयी और वह बैठ कर लोगों को शिक्षा देने लगे।
इस पर लोगों ने येशु को मारने के लिए पत्थर उठाये, किन्तु वह छिपकर मन्दिर से निकल गये।