जब कोई पीछा भी नहीं करता तब भी दुर्जन डर से भागता है; पर धार्मिक मनुष्य सिंह के समान साहसी होता है, और वह निर्भयता से शत्रु का सामना करता है।
यूहन्ना 7:26 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) देखो तो, यह प्रकट रूप से बोल रहा है और वे इस से कुछ नहीं कहते। क्या उन्होंने सचमुच मान लिया कि यह मसीह है? पवित्र बाइबल मगर देखो वह सब लोगों के बीच में बोल रहा है और वे लोग कुछ भी नहीं कह रहे हैं। क्या यह नहीं हो सकता कि यहूदी नेता वास्तव में जान गये हैं कि वही मसीह है। Hindi Holy Bible परन्तु देखो, वह तो खुल्लमखुल्ला बातें करता है और कोई उस से कुछ नहीं कहता; क्या सम्भव है कि सरदारों ने सच सच जान लिया है; कि यही मसीह है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु देखो, वह तो खुल्लमखुल्ला बातें करता है और कोई उससे कुछ नहीं कहता। क्या सरदारों ने सच सच जान लिया है कि यही मसीह है? नवीन हिंदी बाइबल और देखो वह खुलकर बोल रहा है और कोई उससे कुछ नहीं कहता। कहीं ऐसा तो नहीं कि अधिकारियों ने सचमुच जान लिया कि यही मसीह है? सरल हिन्दी बाइबल परंतु देखो, वह भीड़ से खुलकर, बिना डर के बातें करता है और अधिकारी कुछ भी नहीं कहते! कहीं ऐसा तो नहीं कि अधिकारियों को मालूम हो गया है कि यही वास्तव में मसीह हैं? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु देखो, वह तो खुल्लमखुल्ला बातें करता है और कोई उससे कुछ नहीं कहता; क्या सम्भव है कि सरदारों ने सच-सच जान लिया है; कि यही मसीह है? |
जब कोई पीछा भी नहीं करता तब भी दुर्जन डर से भागता है; पर धार्मिक मनुष्य सिंह के समान साहसी होता है, और वह निर्भयता से शत्रु का सामना करता है।
जब तक वह पृथ्वी पर न्याय की स्थापना नहीं कर लेगा तब तक उसका उत्साह बुझेगा नहीं, वह हिम्मत नहीं हारेगा। द्वीप उसके धर्म-नियमों की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
उन्होंने येशु के पास हेरोदेस-दल के सदस्यों के साथ अपने शिष्यों को यह प्रश्न पूछने भेजा, “गुरुवर! हम यह जानते हैं कि आप सच्चे हैं और सच्चाई से परमेश्वर के मार्ग की शिक्षा देते हैं। आप किसी की परवाह नहीं करते, क्योंकि आप मुँह-देखी बात नहीं कहते।
परन्तु फरीसियों और व्यवस्था के आचार्यों ने उनका बपतिस्मा ग्रहण नहीं कर अपने विषय में परमेश्वर की योजना व्यर्थ कर दी।
फिर भी अधिकारियों में से बहुतों ने येशु में विश्वास किया। परन्तु वे फरीसियों के कारण येशु को प्रकट रूप से इसलिए स्वीकार नहीं करते थे कि कहीं सभागृह से उनका बहिष्कार न कर दिया जाए।
येशु ने उत्तर दिया, “मैं संसार के सामने प्रकट रूप से बोला हूँ। मैंने सदा सभागृह और मन्दिर में, जहाँ सब धर्मगुरु एकत्र हुआ करते हैं, शिक्षा दी है। मैंने गुप्त रूप से कुछ नहीं कहा।
फरीसी सम्प्रदाय का एक मनुष्य था। उसका नाम निकोदेमुस था। वह यहूदियों का एक धर्मगुरु था।
“चलिए, एक मनुष्य को देखिए, जिसने मुझे वह सब, जो मैंने किया, बता दिया है। कहीं वह मसीह तो नहीं हैं?”
इस पर यरूशलेम के कुछ लोगों ने कहा, “क्या यह वही नहीं है, जिसे हमारे धर्माधिकारी मार डालने की ताक में हैं?
फिर भी जनता में बहुतों ने येशु पर विश्वास किया। उन्होंने कहा, “जब मसीह आएँगे, तब क्या वह इन से भी अधिक आश्चर्यपूर्ण चिह्न दिखाएँगे?”
उसके माता-पिता ने यह इसलिए कहा कि वे धर्मगुरुओं से डरते थे। यहूदी धर्मगुरु यह तय कर चुके थे कि यदि कोई येशु को मसीह मानेगा, तो वह सभागृह से बहिष्कृत कर दिया जाएगा।
पतरस और योहन की निर्भीकता देख कर और यह जानकर कि वे अशििक्षत तथा साधारण मनुष्य हैं, धर्म-महासभा के सदस्य अचम्भे में पड़ गये। फिर, वे पहचान गये कि ये तो येशु के साथ रह चुके हैं;
अधिकांश भाई-बहिनों को मेरी कैद से बल मिला है। वे प्रभु पर भरोसा रख कर पहले से अधिक साहस के साथ निर्भीकता से परमेश्वर का वचन सुनाते हैं।