“जब वे तुम्हें एक नगर में सताएँ, तो तुम दूसरे नगर में भाग जाना। मैं तुम से सच कहता हूँ, तुम इस्राएल देश के सब नगरों का भ्रमण समाप्त भी नहीं कर पाओगे कि मानव पुत्र आ जाएगा।
यूहन्ना 4:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तब वह यहूदा प्रदेश छोड़ कर फिर गलील प्रदेश को चले गए। पवित्र बाइबल तो वह यहूदिया को छोड़कर एक बार फिर वापस गलील चला गया। Hindi Holy Bible तब यहूदिया को छोड़कर फिर गलील को चला गया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब वह यहूदिया को छोड़कर फिर गलील को चला, नवीन हिंदी बाइबल तब वह यहूदिया छोड़कर फिर गलील को चल दिया। सरल हिन्दी बाइबल तब वह यहूदिया प्रदेश छोड़कर पुनः गलील प्रदेश को लौटे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब वह यहूदिया को छोड़कर फिर गलील को चला गया, |
“जब वे तुम्हें एक नगर में सताएँ, तो तुम दूसरे नगर में भाग जाना। मैं तुम से सच कहता हूँ, तुम इस्राएल देश के सब नगरों का भ्रमण समाप्त भी नहीं कर पाओगे कि मानव पुत्र आ जाएगा।
येशु अपने शिष्यों के साथ झील की ओर चले गये। एक विशाल जनसमूह उनके पीछे-पीछे हो लिया। ये लोग गलील प्रदेश, यहूदा प्रदेश,
येशु यरूशलेम की यात्रा करते हुए सामरी और गलील प्रदेशों के सीमा-क्षेत्रों से हो कर जा रहे थे।
दूसरे दिन येशु ने गलील प्रदेश जाने का निश्चय किया। उनकी भेंट फिलिप से हुई। उन्होंने उससे कहा, “मेरे पीछे आओ।”
येशु यर्दन नदी के पार उस जगह लौट गये, जहाँ पहले योहन बपतिस्मा दिया करते थे, और वह वहीं रहे।
इसलिए येशु ने उस समय से यहूदा प्रदेश में प्रकट रूप से आना-जाना बन्द कर दिया। वह निर्जन प्रदेश के निकटवर्ती क्षेत्र के एफ्रइम नामक नगर को चले गये और वहाँ अपने शिष्यों के साथ रहने लगे।
येशु ने अपना यह पहला आश्चर्यपूर्ण चिह्न गलील के काना नगर में दिखाया। इस प्रकार उन्होंने अपनी महिमा प्रकट की और उनके शिष्यों ने उन में विश्वास किया।
इसके पश्चात् येशु अपने शिष्यों के साथ यहूदा प्रदेश में आए। वहाँ वह शिष्यों के साथ रहकर बपतिस्मा देने लगे।
उसने जो कुछ देखा और सुना है, वह उसी की साक्षी देता है; किन्तु उसकी साक्षी कोई स्वीकार नहीं करता।
जब उस पदाधिकारी ने सुना कि येशु यहूदा प्रदेश से गलील प्रदेश में आ गये हैं, तब वह उनके पास आया। उसने उनसे प्रार्थना की कि वह चल कर उसके पुत्र को स्वस्थ कर दें, क्योंकि वह मरने पर था।
इसके पश्चात् येशु गलील प्रदेश में भ्रमण करने लगे। वह यहूदा प्रदेश में भ्रमण करना नहीं चाहते थे, क्योंकि यहूदी धर्मगुरु उन्हें मार डालने की ताक में थे।