उसने थाली ली, और उसके सम्मुख भोजन परोसा। किन्तु अम्नोन ने खाने से इन्कार कर दिया। अम्नोन ने आदेश दिया, ‘मेरे पास से सब लोगों को कमरे से बाहर निकाल दो।’ अत: उसके पास से सब लोग बाहर चले गए।
यूहन्ना 3:20 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जो बुराई करता है, वह ज्योति से बैर करता है और ज्योति के पास इसलिए नहीं आता कि कहीं उसके कार्यों के दोष प्रकट न हो जाएँ। पवित्र बाइबल हर वह आदमी जो पाप करता है ज्योति से घृणा रखता है और ज्योति के नज़दीक नहीं आता ताकि उसके पाप उजागर न हो जायें। Hindi Holy Bible क्योंकि जो कोई बुराई करता है, वह ज्योति से बैर रखता है, और ज्योति के निकट नहीं आता, ऐसा न हो कि उसके कामों पर दोष लगाया जाए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि जो कोई बुराई करता है, वह ज्योति से बैर रखता है, और ज्योति के निकट नहीं आता, ऐसा न हो कि उसके कामों पर दोष लगाया जाए। नवीन हिंदी बाइबल क्योंकि प्रत्येक जो बुराई करता है, वह ज्योति से घृणा करता है और ज्योति के पास नहीं आता, जिससे उसके कार्य प्रकट न हो जाएँ। सरल हिन्दी बाइबल कुकर्मों में लीन व्यक्ति ज्योति से घृणा करता और ज्योति में आने से कतराता है कि कहीं उसके काम प्रकट न हो जाएं; इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि जो कोई बुराई करता है, वह ज्योति से बैर रखता है, और ज्योति के निकट नहीं आता, ऐसा न हो कि उसके कामों पर दोष लगाया जाए। |
उसने थाली ली, और उसके सम्मुख भोजन परोसा। किन्तु अम्नोन ने खाने से इन्कार कर दिया। अम्नोन ने आदेश दिया, ‘मेरे पास से सब लोगों को कमरे से बाहर निकाल दो।’ अत: उसके पास से सब लोग बाहर चले गए।
इस्राएल प्रदेश के राजा ने यहोशाफट को बताया, ‘यहां एक आदमी है। उससे हम प्रभु का वचन प्राप्त कर सकते हैं। उसका नाम मीकायाह बेन-यिम्लाह है। पर मैं उससे घृणा करता हूँ; क्योंकि वह मेरे विषय में कभी शुभ नबूवत नहीं करता, वरन् सदा अशुभ ही कहता है।’ यहोशाफट ने कहा, ‘महाराज, ऐसा मत बोलिए।’
यह आधी रात को उठी। इसने मेरे पास से मेरा पुत्र उठा लिया, और उसको अपनी छाती पर सुला लिया। उस समय मैं, आपकी सेविका, सो रही थी। इसने अपने मृत पुत्र को मेरी छाती पर डाल दिया।
हर बात की हंसी उड़ानेवाला डांट-डपट पसन्द नहीं करता; वह सलाह के लिए बुद्धिमान मनुष्य के पास नहीं जाता।
आंख से सैन करनेवाला मनुष्य छल-कपट की योजनाएं बनाता है; और जो ओंठ चबाता है, वह दुष्कर्म करता है।
धार्मिक व्यक्ति का पथ मानो ऊषाकाल का प्रकाश है, जो सबेरे से दोपहर तक अधिकाधिक बढ़ता जाता है।
वे अत्याचार पर अत्याचार, बार-बार छल-कपट करते हैं; उनके विषय में स्वयं प्रभु कहता है: ‘वे मेरी उपस्थिति का अनुभव करना नहीं चाहते।’
इस पर व्यवस्था के एक आचार्य ने येशु से कहा, “गुरुवर! आप ऐसी बातें कह कर हमारा भी अपमान करते हैं।”
किन्तु जो सत्य पर चलता है, वह ज्योति के पास आता है, जिससे यह प्रकट हो कि उसके कार्य परमेश्वर में किए गए हैं।”
संसार तुम से बैर नहीं कर सकता; किन्तु वह मुझ से बैर करता है, क्योंकि मैं उसके विषय में यह साक्षी देता हूँ कि उसके काम बुरे हैं।