तूने मेरे प्राण को मृतक-लोक में नहीं छोड़ा, और न अपने भक्त को मृत्यु का ग्रास बनने दिया।
यूहन्ना 20:9 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) क्योंकि वे अब तक धर्मग्रन्थ का वह लेख नहीं समझ पाए थे, जिसके अनुसार येशु का मृतकों में से जी उठना अनिवार्य था। पवित्र बाइबल (वे अब भी शास्त्र के इस वचन को नहीं समझे थे कि उसका मरे हुओं में से जी उठना निश्चित है।) Hindi Holy Bible वे तो अब तक पवित्र शास्त्र की वह बात न समझते थे, कि उसे मरे हुओं में से जी उठना होगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वे तो अब तक पवित्रशास्त्र की वह बात न समझे थे कि उसे मरे हुओं में से जी उठना होगा। नवीन हिंदी बाइबल वे पवित्रशास्त्र के उस लेख को अभी तक नहीं समझे थे कि उसका मृतकों में से जी उठना अवश्य है। सरल हिन्दी बाइबल (वे अब तक पवित्र शास्त्र की यह बात समझ नहीं पाए थे कि मसीह येशु का मरे हुओं में से जी उठना ज़रूर होगा.) इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वे तो अब तक पवित्रशास्त्र की वह बात न समझते थे, कि उसे मरे हुओं में से जी उठना होगा। (भज. 16:10) |
तूने मेरे प्राण को मृतक-लोक में नहीं छोड़ा, और न अपने भक्त को मृत्यु का ग्रास बनने दिया।
मेरा कंठ ठीकरे के समान सूख गया है और मेरी जीभ तालू से चिपक गई है; तू मुझे मृत्यु की धूल में मिला रहा है।
वह सदा के लिए मृत्यु को समाप्त कर देगा, प्रभु, स्वामी सबकी आंखों के आंसू पोंछ डालेगा। वह अपने निज लोगों के कलंक को समस्त पृथ्वी से दूर कर देगा; प्रभु ने यह कहा है।
ओ इस्राएली राष्ट्र, तेरे मृतक जीवित होंगे, उनका मृत शरीर लाशों के मध्य से उठेगा। ओ मिट्टी में दफनाए गए मृत लोगो, जागो, और जयजयकार करो! प्रभु, तेरी यह ओस ज्योतिर्मय ओस है। तू उसको मृत-लोक पर बरसाएगा, और मृतक जीवित हो जाएंगे!
क्या मैं उसका मूल्य चुकाकर अधोलोक के हाथ से उसे मुक्त करूं? क्या मैं उसे मृत्यु से छुड़ाऊं? ओ मृत्यु, तेरी महामारियां कहां हैं? ओ अधोलोक, कहां हैं तेरी संहार-शक्ति? मेरी आंखों में दया की भावना नहीं रही।
येशु ने उन्हें उत्तर दिया, “ तुम लोग न तो धर्मग्रन्थ जानते हो और न परमेश्वर का सामर्थ्य, इसलिए भ्रम में पड़े हुए हो।
क्या यह अनिवार्य नहीं था कि मसीह यह सब दु:ख भोगें और इस प्रकार अपनी महिमा में प्रवेश करें?”
परन्तु यह बात उनकी समझ में नहीं आई। इसका अर्थ उन से छिपा रह गया कि कहीं वे समझ न लें। वे इसके विषय में येशु से पूछने से डरते थे।
जब वह मृतकों में से जी उठे, तब उनके शिष्यों को स्मरण हुआ कि येशु ने ऐसा कहा था और उन्होंने धर्मग्रन्थ और येशु के इस कथन पर विश्वास किया।
यह प्रमाणित किया कि मसीह के लिए दु:ख भोगना और मृतकों में से जी उठना आवश्यक था। उन्होंने यह भी कहा, “येशु ही, जिनका मैं आप लोगों के बीच प्रचार करता हूँ, मसीह हैं।”
किन्तु परमेश्वर ने मृत्यु-पीड़ा के बन्धन खोल कर उन्हें पुनर्जीवित किया। यह असम्भव था कि वह मृत्यु के वश में रहें,