यिर्मयाह 4:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अत: पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए टाट के वस्त्र पहनो; शोक मनाओ, और रोओ। मुझ-प्रभु की क्रोधाग्नि तुम से अभी दूर नहीं हुई है।’ पवित्र बाइबल अत: टाट के कपड़े पहनो, रोओ, क्यों क्योंकि यहोवा हम पर बहुत क्रोधित है। Hindi Holy Bible इसलिये कमर में टाट बान्धो, विलाप और हाय हाय करो; क्योंकि यहोवा का भड़का हुआ कोप हम पर से टला नहीं है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसलिये कमर में टाट बाँधो, विलाप और हाय हाय करो; क्योंकि यहोवा का भड़का हुआ कोप हम पर से टला नहीं है।” सरल हिन्दी बाइबल तब साधारण वस्त्र धारण करो, रोओ और विलाप करो, क्योंकि याहवेह का प्रचंड क्रोध हमसे दूर नहीं हटा है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसलिए कमर में टाट बाँधो, विलाप और हाय-हाय करो; क्योंकि यहोवा का भड़का हुआ कोप हम पर से टला नहीं है।” |
वस्तुत: तुम बन्दियों के मध्य दुबक कर बैठोगे; घात किए हुओं के ढेर में तुम्हारी भी लाश होगी! प्रभु का क्रोध इस विनाश के बाद भी शान्त नहीं होगा; विनाश के लिए उसका हाथ अब तक उठा हुआ है।
शोक मनाओ! प्रभु का दिन समीप आ गया। वह सर्वशक्तिमान परमेश्वर की ओर से सर्वनाश के रूप में आ गया।
उस दिन स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने, स्वामी ने तुम्हें आदेश दिया था कि तुम अपना पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए रोओ, शोक मनाओ, सिर मुंड़ाओ, टाटवस्त्र पहिनो।
ओ आलसी स्त्रियो, कांपो! ओ आत्म-सन्तुष्ट महिलाओ, व्याकुल हो! पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए अपने वस्त्र उतारो, और अपनी कमर में टाट वस्त्र लपेट लो।
अत: प्रभु का क्रोध अपने लोगों के विरुद्ध भड़क उठा। उसने उन पर हाथ उठाया, और उन पर प्रहार किया। पहाड़ हिल उठे। उनकी लाशें कूड़ा-कचरा-सी सड़कों पर बिछ गईं। इस विनाश के बाद भी उसका क्रोध शान्त नहीं हुआ, और प्रहार के निमित्त उसका हाथ उठा रहा।
पूर्व दिशा से सीरियाई सेना, पश्चिमी दिशा से पलिश्ती सेना इस्राएल पर आक्रमण करेंगी; वे मुंह फाड़कर इस्राएल को निगल जाएंगी। प्रभु का क्रोध इस विनाश के बाद भी शान्त नहीं होगा। विनाश के लिए उसका हाथ अब तक उठा हुआ है।
अत: स्वामी इन लोगों के नवयुवकों से प्रसन्न नहीं है, और न वह उनके अनाथ बच्चों पर, और न उनकी विधवा स्त्रियों पर दया करता है। ये सब भक्तिहीन और कुकर्मी हैं; हर आदमी मूर्खतापूर्ण बातें करता है। प्रभु का क्रोध इस विनाश के बाद भी शान्त नहीं होगा; विनाश के लिए उसका हाथ अब तक उठा हुआ है।
मनश्शे इफ्रइम को खा रहा है, और इफ्रइम मनश्शे को। वे दोनों मिलकर यहूदा को खा रहे हैं। प्रभु का क्रोध इस विनाश के बाद भी शान्त नहीं होगा; विनाश के लिए उसका हाथ अब तक उठा हुआ है।
‘ओ राष्ट्र के चरवाहो, रोओ, ऊंचे स्वर में शोक मनाओ। ओ प्रजा के स्वामियो, राख के ढेर में लोटो। क्योंकि तुम्हारे वध होने के दिन समीप आ गए हैं, तुम्हारे तितर-बितर होने के दिन पास आ गए हैं। मोटे-ताजे मेढ़ों की तरह तुम्हारा काटा जाना निश्चित है।
जब तक प्रभु अपने हृदय के संकल्प को कार्य रूप में परिणित नहीं कर लेगा, और उसको पूर्ण नहीं कर लेगा, तब तक वह अपने क्रोध को शान्त नहीं करेगा। अंतिम दिनों में यह बात स्पष्ट समझ में आ जाएगी।
वे तुम्हें बताएंगे कि मोआब का पतन हो गया, उसको पराजय का अपमान सहना पड़ा। रोओ, और पुकारो। अर्नोन नगर में भी बताओ कि मोआब नष्ट हो गया।
ओ मेरे नगर के निवासियो! पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए टाट के वस्त्र पहनो और राख में लोटो! जैसे इकलौती संतान के निधन पर हृदय को चीरनेवाला विलाप होता है, वैसा ही शोर मचाओ! क्योंकि अचानक ही महाविनाशक हम पर टूट पड़नेवाला है।
‘ओ सब राहगीरो! तुम पर यह मुसीबत न आए! मुझे देखो, मुझ पर ध्यान दो। जो दु:ख मुझे दिया गया है क्या उस दु:ख के तुल्य अन्य दु:ख हो सकता है? प्रभु ने अपने क्रोध-दिवस पर यह दु:ख मुझे दिया है।
ओ मानव, छाती पीटकर रो, और शोक मना; क्योंकि मेरी तलवार मेरे ही निज लोगों के विरुद्ध, मियान से निकली है। इस्राएल के समस्त उच्चाधिकारी भी मेरे निज लोगों के साथ तलवार से मौत के घाट उतारे जाएंगे। इसलिए तू छाती पीट-पीटकर रो।
‘ओ मानव, तू यह नबूवत कर, और कह : स्वामी-प्रभु यों कहता है : “छाती पीट कर रोओ : हाय! विनाश का दिन आ गया।
ओ पुरोहितो, पश्चात्ताप के लिए, टाट-वस्त्र पहिनो, और रोओ। ओ प्रभु-वेदी के सेवको, विलाप करो। ओ मेरे परमेश्वर के सेवको, पवित्र स्थान में जाओ, और रात-भर पश्चात्ताप के लिए टाट-वस्त्र पहिने रहो, क्योंकि विपत्ति के कारण अब आराधक तुम्हारे परमेश्वर के भवन में अन्नबलि और पेयबलि नहीं चढ़ाते।
मैं तुम्हारे आनन्द के उत्सव-पर्वों को शोक-दिवसों में परिणत कर दूंगा; मैं तुम्हारे स्तुति गीतों को विलाप गीतों में बदल दूंगा। शोक प्रदर्शित करने के लिए तुम-सबको कमर में टाट के वस्त्र पहनने पड़ेंगे, तुम्हें सिर मुंड़ाना होगा। मैं तुमसे ऐसा शोक कराऊंगा, जैसा इकलौते पुत्र का मृत्यु शोक होता है। वह दिन अन्त तक भयावह होगा।’
अपने प्रिय पुत्रों के लिए सिर मुंड़ा; गिद्ध के सदृश अपने सिर मुंड़ा; क्योंकि वे बन्दी होकर अपने देश से निष्कासित होंगे।
प्रभु ने मूसा से कहा, ‘इस्राएलियों के सब मुखियों को ले, और मुझ-प्रभु के सम्मुख उन्हें धूप में लटका दे, जिससे मेरी क्रोधाग्नि इस्राएल से लौटकर दूर हो जाए।’