जब उनके शत्रु और उनके प्राण के खोजी यरूशलेम नगर को घेर लेंगे, और यहूदा प्रदेश संकट में पड़ जाएगा तब हर आदमी अपने पड़ोसी का मांस खाएगा। मैं मां-बाप को उनके बेटों और बेटियों का मांस खिलाऊंगा।”
यिर्मयाह 38:9 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) एबेदमेलेक ने राजा से निवेदन किया, ‘महाराज, मेरे मालिक, इन उच्चाधिकारियों ने नबी यिर्मयाह को अन्धे-कुएं में डाल कर बुरा काम किया है। नबी यिर्मयाह अंधे-कुएं में भूख से मर जाएंगे; नगर में भी रोटी का काल पड़ गया है।’ Hindi Holy Bible हे मेरे स्वामी, हे राजा, उन लोगों ने यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता से जो कुछ किया है वह बुरा किया है, क्योंकि उन्होंने उसको गड़हे में डाल दिया है; वहां वह भूख से मर जाएगा क्योंकि नगर में कुछ रोटी नहीं रही है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “हे मेरे स्वामी, हे राजा, उन लोगों ने यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता से जो कुछ किया है वह बुरा किया है, क्योंकि उन्होंने उसको गड़हे में डाल दिया है; वहाँ वह भूख से मर जाएगा क्योंकि नगर में कुछ रोटी नहीं रही है।” सरल हिन्दी बाइबल “मेरे स्वामी, महाराज, इन लोगों ने आरंभ ही से भविष्यद्वक्ता येरेमियाह के साथ जो कुछ किया है, दुष्टतापूर्ण कृत्य ही किया है. जिन्हें इन्होंने अब अंधे कुएं में डाल दिया है, वहां तो भूख से उनकी मृत्यु निश्चित है, नगर में वैसे भी अब रोटी शेष रह ही नहीं गई है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “हे मेरे स्वामी, हे राजा, उन लोगों ने यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता से जो कुछ किया है वह बुरा किया है, क्योंकि उन्होंने उसको गड्ढे में डाल दिया है; वहाँ वह भूख से मर जाएगा क्योंकि नगर में कुछ रोटी नहीं रही है।” |
जब उनके शत्रु और उनके प्राण के खोजी यरूशलेम नगर को घेर लेंगे, और यहूदा प्रदेश संकट में पड़ जाएगा तब हर आदमी अपने पड़ोसी का मांस खाएगा। मैं मां-बाप को उनके बेटों और बेटियों का मांस खिलाऊंगा।”
अत: राजा सिदकियाह ने आदेश दिया, और सिपाहियों ने यिर्मयाह को राजमहल के पहरे के आंगन में रख दिया। जब तक नगर में रोटी उपलब्ध रही, यिर्मयाह को रोटी वालों की गली से प्रति दिन एक रोटी मिलती रही। इस प्रकार यिर्मयाह राजमहल के पहरे के आंगन में रहने लगे।
तब राजा ने एबेदमेलेक को आदेश दिया, ‘तुम यहां से तीन सिपाही अपने साथ ले जाओ, और मरने से पहले यिर्मयाह को अंधे-कुएं से निकाल लो।’
किन्तु उस दिन मैं तुझको बचाऊंगा, और तू शत्रु-सैनिकों के हाथ में नहीं सौंपा जाएगा, जिस से तू डर रहा है। मुझ-प्रभु की यह वाणी है।
नगर में भयंकर अकाल पड़ गया। यहूदा प्रदेश में लोगों के पास खाने को अन्न नहीं रहा। हाहाकार मच गया। अत: चौथे महीने की नौवीं तारीख को
अब उसके सब निवासी कराहते हुए भोजन की तलाश में भटक रहे हैं। वे अपने प्राण बचाने के लिए बहुमूल्य वस्तुओं के बदले में भोजन खरीद रहे हैं। ‘हे प्रभु, मेरे कष्ट को देख, मुझ पर ध्यान दे! क्योंकि मैं कितनी तिरस्कृत हो गई हूं।’