तब एलीशा ने उनसे कहा, ‘यह मार्ग नहीं है। यह नगर नहीं है। मेरे पीछे आओ। जिस आदमी को तुम ढूंढ़ रहे हो, मैं तुम्हें उसके पास ले जाऊंगा।’ एलीशा उनको सामरी नगर ले गए।
यिर्मयाह 38:27 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ऐसा ही हुआ। उच्चाधिकारी यिर्मयाह के पास आए। उन्होंने यिर्मयाह से पूछा कि राजा और उसके बीच क्या-क्या बातें हुईं। यिर्मयाह ने राजा सिदकियाह के परामर्श के अनुसार उसकी बातें दुहरा दीं, जो उसने यिर्मयाह से कही थीं। अत: उन्होंने यिर्मयाह से पूछना छोड़ दिया, और गुप्त मंत्रणा की बात न खुली। पवित्र बाइबल ऐसा हुआ कि राजा के वे राजकीय अधिकारी यिर्मयाह से पूछने उसके पास आ गए। अत: यिर्मयाह ने वह सब कहा जिसे कहने का आदेश राजा ने दिया था। तब उन अधिकारियों ने यिर्मयाह को अकेले छोड़ दिया। किसी व्यक्ति को पता न चला कि यिर्मयाह और राजा ने क्या बातें कीं। Hindi Holy Bible फिर सब हाकिमों ने यिर्मयाह के पास आकर पूछा, और जैसा राजा ने उसको आज्ञा दी थी, ठीक वैसा ही उसने उन को उत्तर दिया। सो वे उस से और कुछ न बोले और न वह भेद खुला। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब सब हाकिमों ने यिर्मयाह के पास आकर पूछा, और जैसा राजा ने उसको आज्ञा दी थी, ठीक वैसा ही उसने उनको उत्तर दिया। इसलिए वे उससे और कुछ न बोले और न वह भेद खुला। सरल हिन्दी बाइबल तब सभी अधिकारी येरेमियाह के पास आ गए और उनसे पूछताछ करने लगे, येरेमियाह ने उन्हें वही उत्तर दिया, जैसा उन्हें राजा द्वारा निर्देश दिया गया था. तब उन्होंने पूछताछ बंद कर दी, क्योंकि वस्तुस्थिति यही थी, कि किसी को भी यह ज्ञात न था कि राजा तथा येरेमियाह के मध्य वार्तालाप विषय वास्तव में क्या था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर सब हाकिमों ने यिर्मयाह के पास आकर पूछा, और जैसा राजा ने उसको आज्ञा दी थी, ठीक वैसा ही उसने उनको उत्तर दिया। इसलिए वे उससे और कुछ न बोले और न वह भेद खुला। |
तब एलीशा ने उनसे कहा, ‘यह मार्ग नहीं है। यह नगर नहीं है। मेरे पीछे आओ। जिस आदमी को तुम ढूंढ़ रहे हो, मैं तुम्हें उसके पास ले जाऊंगा।’ एलीशा उनको सामरी नगर ले गए।
यदि वे यह सुनेंगे कि मैंने तुमसे गुप्त मंत्रणा की है, तो वे तुम्हारे पास आएंगे और तुमसे यह पूछेंगे कि तुमने मुझसे क्या-क्या कहा और मैंने तुमसे क्या कहा है। वे तुमसे कहेंगे, “हम से मत छिपाओ : हम तुम्हारा वध नहीं करेंगे। हमें यह भी बताओ कि महाराज ने तुमसे क्या कहा है।”
यिर्मयाह, यदि मेरे उच्चाधिकारी तुमसे पूछें तो तुम केवल यही कहना कि तुमने मुझसे विनती की है कि मैं तुम्हें योनातान के मकान में न भेजूं अन्यथा तुम मर जाओगे।’
जिस दिन यरूशलेम नगर पर कसदी सेना का कब्जा हुआ, उस दिन तक यिर्मयाह राजमहल के पहरे के आंगन में रहे।
पौलुस यह जानते थे कि धर्म-महासभा में दो दल हैं : एक सदूकियों का और दूसरा फ़रीसियों का। इसलिए उन्होंने पुकार कर कहा, “भाइयो! मैं हूँ फ़रीसी और फरीसियों की सन्तान! मृतकों के पुनरुत्थान की आशा के कारण मुझ पर मुकदमा चल रहा है।”