उस दिन वे यह कहेंगे, “ये ही थे हमारी आशा के केन्द्र। असीरिया के राजा से बचने के लिए हमने इनकी ही शरण ली थी! जब इनका यह हाल है, तब हम कैसे बचेंगे?”
यिर्मयाह 30:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु का यह वचन यिर्मयाह को मिला। प्रभु ने कहा, पवित्र बाइबल यह सन्देश यहोवा का है जो यिर्मयाह को मिले। Hindi Holy Bible यहोवा का जो वचन यिर्मयाह के पास पहुंचा वह यह है: पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यहोवा का जो वचन यिर्मयाह के पास पहुँचा वह यह है : सरल हिन्दी बाइबल वह संदेश जो याहवेह द्वारा येरेमियाह के लिए प्रगट किया गया: इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यहोवा का जो वचन यिर्मयाह के पास पहुँचा वह यह है: |
उस दिन वे यह कहेंगे, “ये ही थे हमारी आशा के केन्द्र। असीरिया के राजा से बचने के लिए हमने इनकी ही शरण ली थी! जब इनका यह हाल है, तब हम कैसे बचेंगे?”
पर यह अच्छी तरह समझ लो कि अगर तुम मुझे प्राण-दण्ड दोगे, तो तुम निर्दोष मनुष्य की हत्या करने के कारण दोषी ठहरोगे, और मेरी हत्या का दोष तुम पर, इस नगर पर और नगर-निवासियों के मत्थे पड़ेगा। क्योंकि यह सच है कि प्रभु ने मुझे तुम्हें यह वचन सुनाने के लिए भेजा है।’
इसलिए मैं-प्रभु यह कहता हूं: देखो, मैं नेहेलाम नगर के शमायाह और उसके वंश को दण्ड दूंगा। उस के वंश में एक भी व्यक्ति जीवित नहीं बचेगा, जो उस भलाई के दर्शन कर सकेगा जो मैं अपने निज लोगों के साथ करूंगा, क्योंकि उसने प्रभु से विद्रोहपूर्ण बातें कही हैं। मुझ-प्रभु की यह वाणी है।’
‘इस्राएल का प्रभु परमेश्वर यों कहता है: यिर्मयाह, तू मेरी सब बातें एक पुस्तक में लिख, जो मैंने तुझ से कही हैं।