अत: यिर्मयाह ने दूसरा चर्मपत्र लिया, और अपने सचिव बारूक बेन-नेरियाह को दे दिया। बारूक ने यिर्मयाह के मुंह से सुन-सुन कर सब वचन इस चर्मपत्र में लिख लिए जो पहले चर्मपत्र में लिखे थे, और जिसको यहूदा प्रदेश के राजा यहोयाकीम ने आग में जला दिया था। दूसरे चर्मपत्र में उन वचनों के समान अन्य वचन भी जोड़ दिए।
धर्मग्रन्थ में जो कुछ पहले लिखा गया था, वह हमारी शिक्षा के लिए लिखा गया था, ताकि हमें उस से धैर्य तथा सांत्वना मिलती रहे और इस प्रकार हम अपनी आशा बनाये रख सकें।
दानिएल, तू इस ग्रन्थ पर मुहर लगा, और युगांत तक के लिए इन बातों को सुरक्षित रख। अनेक लोग पूछताछ के लिए यहाँ-वहाँ भाग-दौड़ करेंगे, और अपने ज्ञान की वृद्धि करेंगे।”
प्रभु ने मूसा से कहा, ‘यह बात स्मरण के लिए पुस्तक में लिख और उसको यहोशुअ के कान में डाल कि प्रभु आकाश के नीचे से अमालेक जाति का स्मृति-चिह्न पूर्णत: मिटा देगा।’
जिन विपत्तियों के विषय में मैंने कहा है, मैं उन सब को इन पर लाऊंगा, और जो-जो विपत्तियाँ इस पुस्तक में लिखी हैं, और जिन के विषय में यिर्मयाह ने नबूवत की है, वे सब इन राष्ट्रों पर पड़ेंगी।