उन्होंने राजा को पुकारा। तब राजमहल का गृह-प्रबन्धक एलयाकीम बेन-हिलकियाह बाहर निकला। उसके साथ महासहायक शेबनाह और राज-सचिव योआह बेन-आसाफ था।
यिर्मयाह 29:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यह पत्र एलासा बेन-शापान तथा गमर्याह बेन-हिल्कियाह के हाथ से भेजा गया था। इन को यहूदा के राजा सिदकियाह ने बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्सर के पास भेजा था। पत्र में यह लिखा था: पवित्र बाइबल सिदकिय्याह ने एलासा और गमर्याह को राजा नबूकदनेस्सर के पास भेजा। सिदकिय्याह यहूदा का राजा था। एलासा शापान का पुत्र था और गमर्याह हिल्किय्याह का पुत्र था। यिर्मयाह उस पत्र को उन लोगों को बाबुल ले जाने के लिये दिया। पत्र में जो लिखा था वह यह है: Hindi Holy Bible यह पत्री शापान के पुत्र एलासा और हिल्किय्याह के पुत्र गमर्याह के हाथ भेजी गई, जिन्हें यहूदा के राजा सिदकिय्याह ने बाबुल के राजा नबूकदनेस्सर के पास बाबुल को भेजा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यह पत्री शापान के पुत्र एलासा और हिल्किय्याह के पुत्र गमर्याह के हाथ भेजी गई, जिन्हें यहूदा के राजा सिदकिय्याह ने बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्सर के पास बेबीलोन को भेजा। सरल हिन्दी बाइबल यह पत्र शापान के पुत्र एलासाह तथा हिलकियाह के पुत्र गेमारियाह के हाथों में सौंप दिया गया, कि यह पत्र यहूदिया के राजा सीदकियाहू ने बाबेल के राजा नबूकदनेज्ज़र को इन शब्दों में संबोधित करते हुए बाबेल में भेजा: इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यह पत्री शापान के पुत्र एलासा और हिल्किय्याह के पुत्र गमर्याह के हाथ भेजी गई, जिन्हें यहूदा के राजा सिदकिय्याह ने बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर के पास बाबेल को भेजा। |
उन्होंने राजा को पुकारा। तब राजमहल का गृह-प्रबन्धक एलयाकीम बेन-हिलकियाह बाहर निकला। उसके साथ महासहायक शेबनाह और राज-सचिव योआह बेन-आसाफ था।
उसने पुरोहित हिल्कियाह, अहीकाम बेन-शाफान, अकबोर बेन-मीकायाह, महासहायक शाफान और अपने राजमन्त्री असायाह को यह आदेश दिया,
महापुरोहित हिल्कियाह ने महासहायक शाफान को यह बताया, ‘मुझे प्रभु-भवन में “व्यवस्था-ग्रन्थ” मिला है।’ हिल्कियाह ने व्यवस्था-ग्रन्थ शाफान को दिया। शाफान ने उसको पढ़ा।
उसने पुरोहित हिल्कियाह, अहीकाम बेन-शाफान, अबदोन, बेन-मीकाह, महासहायक शाफान और अपने राज-मंत्री असायाह को यह आदेश दिया,
किन्तु राजा यहोयाकीम ने कुछ सैनिकों को, एलनातान बेन-अकबोर तथा उसके साथ कुछ और लोगों को मिस्र देश भेजा।
किन्तु उच्चाधिकारी अहीकाम बेन-शापान ने यिर्मयाह की मदद की। अत: यिर्मयाह भीड़ के हाथ में नहीं सौंपे गए, अन्यथा भीड़ उनको मार डालती।
जब एलनातान, दलायाह और गमर्याह ने निवेदन किया कि वह चर्मपत्र को न जलाए, तब उसने उनकी बात नहीं सुनी।
सैनिक भेजे और राजमहल के पहरे के आंगन से यिर्मयाह को निकाला। उन्होंने यिर्मयाह की देखभाल करने के लिए गदल्याह को नियुक्त किया, जिसके पिता का नाम अहीकाम और दादा का नाम शापान था। गदल्याह यिर्मयाह को अपने घर ले गया, और नबी यिर्मयाह अपने लोगों के मध्य रहने लगे।
मैंने यह भी देखा: इस्राएल-कुल के सत्तर धर्मवृद्ध उन चित्रों के सामने खड़े हैं। उनके मध्य में याजन्याह बेन-शापान भी खड़ा है। हर एक धर्मवृद्ध अपने हाथ में एक धूपदान लिये हुए है, और लोबान का धूंआ ऊपर उठ रहा है।