यिर्मयाह 22:27 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तुम स्वदेश लौटने को तड़पोगे, पर वहां से कभी लौट न सकोगे।’ पवित्र बाइबल कोन्याह तुम अपने देश में लौटना चाहोगे, किन्तु तुम्हें कभी भी लौटने नहीं दिया जाएगा।” Hindi Holy Bible परन्तु जिस देश में वे लौटने की बड़ी लालसा करते हैं, वहां कभी लौटने न पाएंगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु जिस देश में वे लौटने की बड़ी लालसा करते हैं, वहाँ कभी लौटने न पाएँगे।” सरल हिन्दी बाइबल किंतु वे अपने अभिलाषित देश को कदापि न लौट सकेंगे.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु जिस देश में वे लौटने की बड़ी लालसा करते हैं, वहाँ कभी लौटने न पाएँगे।” |
‘ओ यहूदा प्रदेश के निवासियो, मृत राजा योशियाह के लिए मत रोओ, और न उसके लिए शोक मनाओ। किन्तु राजा शल्लूम के लिए छाती पीट कर रोओ, जो बन्दी होकर जा रहा है। वह फिर नहीं लौटेगा; वह फिर अपनी मातृ-भूमि को नहीं देखेगा।’
यहूदा प्रदेश के राजा योशियाह का पुत्र शल्लूम, जो अपने पिता योशियाह के स्थान पर राज्य कर रहा था, और जो यहां से चला गया है, उस के विषय में प्रभु यह कहता है; ‘शल्लूम अब यहां फिर नहीं लौटेगा;
बल्कि वह उस देश में मरेगा, जहां वह बन्दी हो कर जा रहा है। वह इस देश को फिर नहीं देखेगा।’
मैं तुझको और तेरी मां को उस देश में फेंक दूंगा, जो तुम्हारी जन्म भूमि नहीं है; और तुम दोनों की वहीं मृत्यु होगी।
लोग कहते हैं, ‘क्या कोन्याह टूटा-फूटा, उपेिक्षत पात्र है? क्या वह तुच्छ बर्तन है जिस की कोई चिन्ता नहीं करता? तब वह और उसके बच्चे अज्ञात देश में क्यों फेंक दिए गए, उनको क्यों त्याग दिया गया?’
मैं यहूदा प्रदेश के राजा, यहोयाकीम के पुत्र यकोन्याह को तथा उन सब लोगों को भी इस नगर में वापस लाऊंगा, जो बन्दी बनकर बेबीलोन नगर गए थे। मुझ-प्रभु की यह वाणी है, क्योंकि मैंने बेबीलोन के राजा का जूआ तोड़ डाला है।’
‘स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु, इस्राएल का परमेश्वर यों कहता है: यदि तुम मिस्र देश को जाओगे, तो जैसी मेरी क्रोधाग्नि यरूशलेम के प्रति भड़क उठी थी, जैसे मैंने अपने प्रकोप का प्याला उण्डेला था, वैसे ही मैं तुम्हारे प्रति अपनी क्रोधाग्नि प्रज्वलित करूंगा। तब अन्य जातियां तुमसे घृणा करेंगी। वे तुम्हें आतंक का कारण, शापित कौम, और निंदित मानेंगी। तुम इस देश के पुन: दर्शन नहीं कर सकोगे।
तब यहूदा प्रदेश के बचे हुए लोग जो मिस्र देश में आकर बस गए हैं, पूर्णत: नष्ट हो जाएंगे। यदि वे स्वदेश लौटने की इच्छा करते हैं तो भी वे यहां से बच कर, अपना प्राण बचा कर, यहूदा प्रदेश नहीं जा सकेंगे कि वहां पुन: बस जाएं। केवल कुछ लोग भाग कर अपना प्राण बचाएंगे, और यहूदा प्रदेश को लौटेंगे।’