वहां से एलीशा बेत-एल नगर को गए। जब वह पहाड़ी मार्ग पर चढ़ रहे थे तब छोटे-छोटे लड़के नगर से बाहर निकले। वे एलीशा को चिढ़ाने लगे। उन्होंने पुकारा, ‘ओ गंजे, ऊपर चढ़ जा! ओ गंजे, ऊपर चढ़ जा!’
यिर्मयाह 20:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) क्योंकि जब-जब मैं जोर से बोलता हूं, तब-तब मेरे ओठों से बड़े जोर-शोर से ‘हिंसा और विनाश’ की नबूवत ही निकलती है। प्रभु तेरा वचन मेरे लिए निन्दा और अपमान का कारण बन गया, और मैं यह दिन-भर सहता हूं। पवित्र बाइबल जब भी मैं बोलता हूँ, चीख पड़ता हूँ। मैं लगातार हिंसा और तबाही के बारे में चिल्ला रहा हूँ। मैं लोगों को उस सन्देश के बारे में बताता हूँ जिसे मैंने यहोवा से प्राप्त किया। किन्तु लोग केवल मेरा अपमान करते हैं और मेरा मजाक उड़ाते हैं। Hindi Holy Bible क्योंकि जब मैं बातें करता हूँ, तब मैं जोर से पुकार पुकारकर ललकारता हूँ कि उपद्रव और उत्पात हुआ, हां उत्पात! क्योंकि यहोवा का वचन दिन भर मेरे लिये निन्दा और ठट्ठा का कारण होता रहता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि जब मैं बातें करता हूँ, तब मैं जोर से पुकार पुकारकर ललकारता हूँ, “उपद्रव और उत्पात हुआ, हाँ उत्पात!” क्योंकि यहोवा का वचन दिन भर मेरे लिये निन्दा और ठट्ठा का कारण होता रहता है। सरल हिन्दी बाइबल जब भी मैं कुछ कहना चाहता हूं, मैं उच्च स्वर में रोने लगता हूं; मेरी वाणी के विषय रह गए हैं हिंसा एवं विध्वंस. क्योंकि मेरे संदर्भ में याहवेह के संदेश का परिणाम हुआ है सतत निंदा एवं फटकार. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि जब मैं बातें करता हूँ, तब मैं जोर से पुकार पुकारकर ललकारता हूँ, “उपद्रव और उत्पात हुआ, हाँ उत्पात!” क्योंकि यहोवा का वचन दिन भर मेरे लिये निन्दा और ठट्ठा का कारण होता रहता है। |
वहां से एलीशा बेत-एल नगर को गए। जब वह पहाड़ी मार्ग पर चढ़ रहे थे तब छोटे-छोटे लड़के नगर से बाहर निकले। वे एलीशा को चिढ़ाने लगे। उन्होंने पुकारा, ‘ओ गंजे, ऊपर चढ़ जा! ओ गंजे, ऊपर चढ़ जा!’
किन्तु वे परमेश्वर के सन्देश-वाहकों का मजाक उड़ाते रहे। उन्होंने परमेश्वर के सन्देश को तुच्छ समझा; उसके नबियों की हंसी की। तब अन्त में प्रभु की क्रोधाग्नि अपने निज लोगों पर भड़क उठी; और उसको बुझाने का किसी में सामर्थ्य न था: कोई इलाज न रह गया।
तुम किसका मजाक उड़ा रहे हो? तुमने किसके विरुद्ध अपना मुंह खोला है? तुम किसको जीभ निकालकर चिढ़ा रहे हो? क्या तुम अपराध की सन्तान, झूठ की औलाद नहीं हो?
ओ मेरी मां, धिक्कार है मुझे! कि तूने जन्म दिया मुझे, जो समस्त देशवासियों से लड़ने-झगड़नेवाला मनुष्य हूं! न मैं किसी को देता हूं, और न किसी से लेता हूं; तो भी सब लोग मुझे पानी पी-पीकर कोसते हैं।
प्रभु, तू सब जानता है; मुझे स्मरण रख, मेरी सुधि ले। मेरे प्राण के खोजियों से प्रतिशोध ले। प्रभु, तू सहनशील है, अत: मुझे मरने से बचा ले। प्रभु, तुझे यह मालूम है कि मैंने तेरे कारण ही निन्दा सही है।
‘किन्तु यदि तुम मेरा वचन नहीं सुनोगे, और विश्राम दिवस को पवित्र नहीं रखोगे; यदि विश्राम दिवस पर किसी प्रकार का बोझ उठा कर यरूशलेम के प्रवेश-द्वारों से प्रवेश करोगे, तो मैं उन द्वारों में आग लगा दूंगा, और यह आग यरूशलेम के महलों को भस्म कर देगी, और कभी नहीं बुझेगी।’
हे प्रभु, तूने मुझे धोखा दिया, और मैंने धोखा खाया! प्रभु, तू मुझ से बलवान है, अत: मैं तेरे हाथों से पराजित हो गया। प्रभु, मैं तेरे कारण सब लोगों के लिए हंसी का पात्र बन गया हूं, वे दिन-भर मेरी हंसी उड़ाते हैं;
हनन्याह, प्राचीन काल से जो नबी मुझ से और तुम से पहले हुए हैं, उन्होंने अनेक देशों और राज्यों के विरुद्ध नबूवत की थी कि वे युद्ध, अकाल और महामारी से नष्ट हो जाएंगे।
प्रभु कहता है, ‘यरूशलेम की सड़कों पर इधर-उधर दौड़ कर देखो, और पता लगाओ! उसके चौराहों में खोजो और देखो, कि क्या यरूशलेम में ऐसा मनुष्य है जो न्याय से काम करता है, जो अपने आचरण में ईमानदार है? तब मैं यरूशलेम को क्षमा कर दूंगा।
‘अत: जंगल से एक सिंह आएगा, और वह उनको मार डालेगा; मरुस्थल से एक भेड़िया आएगा और वह उनको चीर-फाड़ देगा। उनके नगरों के प्रवेश-द्वारों पर एक चीता घात लगाकर बैठा है। जो आदमी नगर के बाहर निकलेगा, वह उसको टुकड़े-टुकड़े कर देगा। यहूदा प्रदेश की जनता और यरूशलेम के निवासियों ने बहुत दुष्कर्म किए हैं, वे कई बार मुझ-परमेश्वर को त्याग चुके हैं।
मैं किसको चेतावनी दूं? किस से बोलूं कि लोग सुनें? देख, उनके कान बहरे हैं, वे सुन नहीं सकते। उनकी दृष्टि में मुझ-प्रभु का वचन मजाक बन गया है; वे उसको सुनना पसन्द नहीं करते हैं।
तुम चोरी करते हो, हत्या करते हो, व्यभिचार करते हो, झूठी शपथ खाते हो, बअल देवता की मूर्ति के सामने लोबान जलाते हो; अनजान देवताओं का अनुसरण करते हो।
तू मुझे दुष्कर्म क्यों दिखाता है? समाज में ये आपदाएँ क्यों हैं? मैं अपनी आंखों से विनाश और हिंसा को देखता हूं। लड़ाई-झगड़े होते हैं।
इस पर व्यवस्था के एक आचार्य ने येशु से कहा, “गुरुवर! आप ऐसी बातें कह कर हमारा भी अपमान करते हैं।”
उन्होंने मिस्र की धन-सम्पत्ति की अपेक्षा मसीह का अपयश अधिक मूल्यवान् समझा, क्योंकि उनकी दृष्टि भविष्य में प्राप्त होने वाले पुरस्कार पर लगी हुई थी।
यदि मसीह के नाम के कारण आप लोगों का अपमान किया जाये, तो अपने को धन्य समझें, क्योंकि यह इसका प्रमाण है कि परमेश्वर का महिमामय आत्मा आप पर छाया रहता है।