यिर्मयाह 20:8 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 20198 क्योंकि जब मैं बातें करता हूँ, तब मैं जोर से पुकार पुकारकर ललकारता हूँ, “उपद्रव और उत्पात हुआ, हाँ उत्पात!” क्योंकि यहोवा का वचन दिन भर मेरे लिये निन्दा और ठट्ठा का कारण होता रहता है। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल8 जब भी मैं बोलता हूँ, चीख पड़ता हूँ। मैं लगातार हिंसा और तबाही के बारे में चिल्ला रहा हूँ। मैं लोगों को उस सन्देश के बारे में बताता हूँ जिसे मैंने यहोवा से प्राप्त किया। किन्तु लोग केवल मेरा अपमान करते हैं और मेरा मजाक उड़ाते हैं। अध्याय देखेंHindi Holy Bible8 क्योंकि जब मैं बातें करता हूँ, तब मैं जोर से पुकार पुकारकर ललकारता हूँ कि उपद्रव और उत्पात हुआ, हां उत्पात! क्योंकि यहोवा का वचन दिन भर मेरे लिये निन्दा और ठट्ठा का कारण होता रहता है। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)8 क्योंकि जब-जब मैं जोर से बोलता हूं, तब-तब मेरे ओठों से बड़े जोर-शोर से ‘हिंसा और विनाश’ की नबूवत ही निकलती है। प्रभु तेरा वचन मेरे लिए निन्दा और अपमान का कारण बन गया, और मैं यह दिन-भर सहता हूं। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)8 क्योंकि जब मैं बातें करता हूँ, तब मैं जोर से पुकार पुकारकर ललकारता हूँ, “उपद्रव और उत्पात हुआ, हाँ उत्पात!” क्योंकि यहोवा का वचन दिन भर मेरे लिये निन्दा और ठट्ठा का कारण होता रहता है। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल8 जब भी मैं कुछ कहना चाहता हूं, मैं उच्च स्वर में रोने लगता हूं; मेरी वाणी के विषय रह गए हैं हिंसा एवं विध्वंस. क्योंकि मेरे संदर्भ में याहवेह के संदेश का परिणाम हुआ है सतत निंदा एवं फटकार. अध्याय देखें |