धिक्कार है उसे, जो अपने रचनेवाले से तर्क करता है। क्या घड़ा अपने बनानेवाले कुम्हार से बहस कर सकता है? क्या मिट्टी अपने गढ़नेवाले कुम्हार से कह सकती है, ‘तू क्या बना रहा है?’ अथवा, ‘इसमें मुठिया तो है ही नहीं।’
यिर्मयाह 18:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘ओ इस्राएल के वंश! जैसा इस कुम्हार ने मिट्टी के साथ किया, क्या मैं तुम्हारे साथ वैसा नहीं कर सकता हूं? मुझ-प्रभु का यह कथन है: सुन, ओ इस्राएल के वंश! जैसे मिट्टी कुम्हार के हाथ में होती है, वैसे ही तू मेरे हाथ में है। पवित्र बाइबल “इस्राएल के परिवार, तुम जानते हो कि मैं (परमेश्वर) वैसा ही तुम्हारे साथ कर सकता हूँ। तुम कुम्हार के हाथ की मिट्टी के समान हो और मैं कुम्हार की तरह हूँ।” Hindi Holy Bible यहोवा की यह वाणी है कि इस कुम्हार की नाईं तुम्हारे साथ क्या मैं भी काम नहीं कर सकता? देख, जैसा मिट्टी कुम्हार के हाथ में रहती है, वैसा ही हे इस्राएल के घराने, तुम भी मेरे हाथ में हो। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “हे इस्राएल के घराने, यहोवा की यह वाणी है कि इस कुम्हार के समान तुम्हारे साथ क्या मैं भी काम नहीं कर सकता? देख, जैसे मिट्टी कुम्हार के हाथ में रहती है, वैसे ही हे इस्राएल के घराने, तुम भी मेरे हाथ में हो। सरल हिन्दी बाइबल “इस्राएल वंशजों, क्या तुम्हारे साथ मैं भी वही नहीं कर सकता, जो यह कुम्हार किया करता है?” यह याहवेह की वाणी है. “यह समझ लो इस्राएल वंशजों: मेरे हाथों में तुम्हारी स्थिति ठीक वैसी ही है, जैसी कुम्हार के हाथों में उस मिट्टी की होती है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “हे इस्राएल के घराने, यहोवा की यह वाणी है कि इस कुम्हार के समान तुम्हारे साथ क्या मैं भी काम नहीं कर सकता? देख, जैसा मिट्टी कुम्हार के हाथ में रहती है, वैसे ही हे इस्राएल के घराने, तुम भी मेरे हाथ में हो। (रोम. 9:21) |
धिक्कार है उसे, जो अपने रचनेवाले से तर्क करता है। क्या घड़ा अपने बनानेवाले कुम्हार से बहस कर सकता है? क्या मिट्टी अपने गढ़नेवाले कुम्हार से कह सकती है, ‘तू क्या बना रहा है?’ अथवा, ‘इसमें मुठिया तो है ही नहीं।’
तो भी, प्रभु, तू हमारा पिता है, हम मिट्टी मात्र हैं, और तू हमारा कुम्हार है। हम-सब तेरे हाथ की रचना हैं।
और जो बर्तन उसने बनाया, वह उसके हाथ से बिगड़ गया। तब उसने उसी मिट्टी से दूसरा बर्तन, जो उस को अपनी आंखों में उचित लगा, बना लिया।
“महाराज, जो पवित्र प्रहरी आपने देखा, जो स्वर्ग से नीचे उतरा और जिसने उच्च स्वर में यह कहा कि ‘इस वृक्ष को काट कर नष्ट कर दो, पर भूमि पर इसके तने को छोड़ दो, और इसकी जड़ मत उखाड़ो। किन्तु तने को लोहे और पीतल की जंजीरों से बांधो, और उसको मैदान में हरी घास के बीच छोड़ दो, ताकि वह आकाश की ओस से सींचा जाए, और वन-पशु की तरह वह भूमि की घास खाए। वह सात वर्ष तक इसी दशा में रहे’,
जो मेरा है, क्या मैं अपनी इच्छा के अनुसार उस का उपयोग नहीं कर सकता? क्या मेरा उदार होना तुम्हारी आँखों में खटकता है?’