अत: यहूदा प्रदेश के राजा यहोयाकीन, उसकी मां, उसके दरबारियों, राजकुमारों और राजमहल के खोजों ने बेबीलोन के राजा के सम्मुख आत्मसमर्पण कर दिया। बेबीलोन के राजा ने अपने राज्यकाल के आठवें वर्ष में यहोयाकीन को बन्दी बनाया।
यिर्मयाह 13:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) राजा और राजमाता से यह कहो: ‘महाराज और राजमाता, सिंहासन पर नहीं, वरन् अब भूमि पर बैठिए; क्योंकि आपके सिर से सुन्दर मुकुट उतार लिया गया है!’ पवित्र बाइबल ये बातें राजा और उसकी पत्नी से कहो, “अपने सिंहासनों से उतरो। तुम्हारे सुन्दर मुकुट तुम्हारे सिरों से गिर चुके हैं।” Hindi Holy Bible राजा और राजमाता से कह, नीचे बैठ जाओ, क्योंकि तुम्हारे सिरों के शोभायमान मुकुट उतार लिए गए हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) राजा और राजमाता से कह, “नीचे बैठ जाओ, क्योंकि तुम्हारे सिरों के शोभायमान मुकुट उतार लिए गए हैं। सरल हिन्दी बाइबल राजा तथा राजमाता से अनुरोध करो, “सिंहासन छोड़ नीचे बैठ जाइए, क्योंकि आपका वैभवपूर्ण मुकुट आपके सिर से उतार लिया गया है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 राजा और राजमाता से कह, “नीचे बैठ जाओ, क्योंकि तुम्हारे सिरों के शोभायमान मुकुट उतार लिए गए हैं। |
अत: यहूदा प्रदेश के राजा यहोयाकीन, उसकी मां, उसके दरबारियों, राजकुमारों और राजमहल के खोजों ने बेबीलोन के राजा के सम्मुख आत्मसमर्पण कर दिया। बेबीलोन के राजा ने अपने राज्यकाल के आठवें वर्ष में यहोयाकीन को बन्दी बनाया।
बेबीलोन का राजा इन लोगों को भी बन्दी बनाकर यरूशलेम से बेबीलोन ले गया था: यहोयाकीन, उसकी मां, उसकी रानियां, उसके उच्चाधिकारी और नगर के प्रमुख व्यक्ति।
जब वह बेबीलोन में बन्दी था, तब उसने अपने संकट में अपने प्रभु-परमेश्वर की कृपा के लिए विनती की। उसने अपने पूर्वजों के परमेश्वर के सम्मुख स्वयं को अत्यधिक विनम्र और दीन किया।
‘द्रष्टाओं का इतिहास-ग्रंथ’ में भी मनश्शे का उल्लेख हुआ है: उसकी प्रार्थना; और परमेश्वर ने उसकी विनती, अनुनय-विनय कैसे स्वीकार किया; उसके पाप-कर्म तथा प्रभु के विरुद्ध उसका विश्वासघात; उन जगहों का वर्णन जहाँ मनश्शे ने पहाड़ी शिखर के मन्दिर बनाए थे, जहाँ अशेराह के खम्भे तथा मूर्तियाँ प्रतिष्ठित की थीं। इसी ग्रंथ में लिखा है कि उसने प्रभु के सम्मुख स्वयं को विनम्र किया था।
यद्यपि उसके पिता मनश्शे ने प्रभु के सम्मुख स्वयं को विनम्र किया था, किन्तु आमोन ने ऐसा नहीं किया, बल्कि अधिकाधिक दुष्कर्म किये।
मूसा और हारून फरओ के पास गए। उन्होंने उससे कहा, ‘इब्रानियों का परमेश्वर, प्रभु यों कहता है, “तू कब तक मेरे सम्मुख नतमस्तक नहीं होगा? मेरे लोगों को जाने दे कि वे मेरी सेवा करें।
क्योंकि नकदी रुपया-पैसा सदा टिकता नहीं, और न मनुष्य का गौरव पीढ़ी से पीढ़ी तक बना रहता है।
तेरे प्रवेश-द्वार विलाप करेंगे; वे शोक मनाएंगे; तू लुटी हुई, विधवा-स्त्री-सी भूमि पर बैठेगी।
ओ बेबीलोन देश की कुंआरी कन्या। अब सिंहासन से उतर और धूल पर बैठ, ओ कसदी कौम की बेटी! अब सिंहासन पर नहीं, वरन् भूमि पर बैठ। लोग तुझे फिर कभी कोमल और सुकुमारी नहीं कहेंगे।
प्रभु कहता है : ‘मुझे अपनी सौगन्ध है। चाहे यहोयाकीम का पुत्र, यहूदा प्रदेश का राजा कोन्याह, मेरे दाहिने हाथ में मुद्रा की अंगूठी होता, तो भी मैं उसको उतार कर फेंक देता।
मैं तुझको और तेरी मां को उस देश में फेंक दूंगा, जो तुम्हारी जन्म भूमि नहीं है; और तुम दोनों की वहीं मृत्यु होगी।
यह पत्र तब लिखा गया था जब राजा यकोन्याह, राजमाता, राजकोष के खजांची-कंचुकी, यहूदा प्रदेश तथा यरूशलेम नगर के उच्चाधिकारी, कारीगर और लोहार बन्दी बनकर यरूशलेम नगर से चले गये थे।
जब उच्चाधिकारियों ने प्रभु के वचन सुने तो वे भय से पीले पड़ गए। उन्होंने डर कर एक-दूसरे को देखा। वे बारूक से बोले, ‘हम निश्चय ही महाराज को ये बातें बताएंगे।’
सियोन के निवासियों का वैभव लुट गया; उसके शासक ऐसे मेढ़ों की तरह हो गए जिन्हें चरने को चरागाह नहीं मिलते। वे निर्बल हो गए, और अपने पीछा करनेवालों के आगे-आगे भागते हुए चल रहे हैं।
उसकी अशुद्धता उसके कपड़ों पर लिपटी है। उसने अपने अंत का विचार भी न किया। अत: वह विस्मित ढंग से पतन के गड्ढे में गिर पड़ी! उसे सांत्वना देनेवाला भी कोई नहीं है। ‘हे प्रभु, मेरे कष्टों को देख; क्योंकि शत्रु मुझ पर प्रबल हो गया!’
सियोन की पुत्री के धर्मवृद्ध निराशा में डूबे भूमि पर बैठे हैं। उन्होंने पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए अपने-अपने सिर पर राख डाली है, और टाट का वस्त्र पहिना है। यरूशलेम की कन्याएँ भूमि की ओर सिर झुकाकर विलाप कर रही हैं।
स्वतंत्र राष्ट्र का प्रतीक मुकुट हमारे सिर से नीचे गिर गया। धिक्कार है हमें! क्योंकि हमने पाप किया है।
स्वामी-प्रभु यों कहता है: तू अपनी पगड़ी उतार दे। अपने सिर से मुकुट अलग कर। तू पहले जैसा अधिपति नहीं रहा। जो नीचा है, उसे ऊंचा कर; और जो ऊंचा है, उसे नीचा।
आहें भरना, किन्तु सुनाई न पड़े। तू मृतक के लिए शोक मत मनाना। सिर पर पगड़ी बाँधे रहना, और पैरों में जूती पहने रहना। ओंठों को मत ढांपना; और न मृत जन की स्मृति के लिए रोटी खानेवालों के समान रोटी खाना।’
तुम्हारी पगड़ी तुम्हारे सिर पर रहेगी और पैरों में जूती। तुम न शोक मनाओगे और न रोओगे। तुम अपने अधर्म में घुलते जाओगे, और एक-दूसरे की ओर देख-देखकर विलाप करोगे।
वे सिर पर सूती टोपी, और कमर में सूती जांघिया बान्धेंगे। वे ऐसे कपड़े का जांघिया नहीं पहिनेंगे, जिसके कारण पसीना निकलता है।
पर जब आपके पिता का हृदय अहंकार से भर गया, जब आपके पिता की आत्मा कठोर बन गई और वह घमण्ड में आकर अनुचित कार्य करने लगे, तब परमेश्वर ने उनको उनके राजसिंहासन से उतार दिया और उनसे उनका ऐश्वर्य छीन लिया।
यह खबर नीनवे के राजा को मिली। वह तत्काल अपने सिंहासन से उठा। उसने अपनी राजसी पोशाक उतारी, और टाट के वस्त्र पहिन लिए। तब वह राख के ढेर पर बैठ गया।
आप परमेश्वर के समर्थ हाथ के नीचे विनम्र बने रहें, जिससे वह आप को उपयुक्त समय में ऊपर उठाये।