यहोशू 7:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इस प्रकार इस्राएलियों के तीन हजार पुरुष ऐ नगर गए, पर उन्हें ऐ नगर के निवासियों के सम्मुख से भागना पड़ा। पवित्र बाइबल इसलिए लगभग तीन हजार व्यक्ति ऐ गए। किन्तु ऐ के लोगों ने लगभग छत्तीस इस्राएल के व्यक्तियों को मार गिराया और इस्राएल के लोग भाग खड़े हुए। ऐ के लोगों ने नगर—द्वार से लगातार पत्थर की खदानों तक पीछा किया। इस प्रकार ऐ के लोगों ने उन्हें बुरी तरह पीटा। जब इस्राएल के लोगों ने यह देखा तो वे बहुत भयभीत हो उठे और साहस छोड़ बैठे। Hindi Holy Bible इसलिये कोई तीन हजार पुरूष वहां गए; परन्तु ऐ के रहने वालों के साम्हने से भाग आए, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसलिये कोई तीन हज़ार पुरुष वहाँ गए; परन्तु ऐ के रहनेवालों के सामने से भाग आए, सरल हिन्दी बाइबल तब केवल तीन हजार व्यक्ति ही वहां गए; किंतु अय के निवासियों से उन्हें डरकर भागना पड़ा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसलिए कोई तीन हजार पुरुष वहाँ गए; परन्तु आई के रहनेवालों के सामने से भाग आए, |
एक शत्रु-सैनिक के डर से तुम्हारे एक हजार सैनिक भागेंगे; पाँच शत्रु-सैनिकों के डराने से तुम सब भागोगे, और तब तक भागते रहोगे जब तक तुम पर्वत-शिखर पर गड़े झंडे के समान अकेले, पहाड़ी की चोटी पर गड़ी अकेली पताका के सदृश नगण्य न रह जाओ।
किन्तु तुम्हारे अधर्म के कामों ने तुम्हारे और तुम्हारे परमेश्वर के मध्य अलगाव की दीवार खड़ी कर दी है। तुम्हारे पापों ने परमेश्वर के मुख को तुम से छिपा दिया है, इसलिए वह तुम्हारी बात नहीं सुनता।
मैं तुमसे विमुख होऊंगा, जिससे तुम अपने शत्रुओं के सम्मुख हार जाओगे। जिनसे घृणा करते हो, वे ही तुम पर शासन करेंगे। तुम्हारा पीछा करने वाला कोई न होगा, फिर भी तुम भागते जाओगे।
‘प्रभु तेरे शत्रुओं के द्वारा तुझको पराजित करेगा। तू एक ओर से उन पर चढ़ाई करेगा, पर उनके सम्मुख से सात ओर भागेगा। तू पृथ्वी के समस्त राज्यों के लिए वीभत्स हौआ बन जाएगा।
कैसे एक व्यक्ति हजार सैनिकों का पीछा कर सकता है, कैसे दो व्यक्ति दस हजार सैनिकों को भगा सकते हैं, यदि उनकी “चट्टान” उनको बेच न देती, यदि प्रभु उनसे आत्म-समर्पण न कराता?
तत्पश्चात् वे यहोशुअ के पास लौटे। उन्होंने उससे कहा, ‘सब लोगों को ऐ नगर जाने की आवश्यकता नहीं। केवल दो या तीन हजार सैनिक वहाँ जाएं और उस पर आक्रमण करें। ऐ नगर के निवासी थोड़े हैं; इसलिए सब इस्राएलियों को वहाँ जाने का कष्ट न दीजिए।’