प्रभु ने अब्राम को दर्शन देकर कहा, ‘मैं यह देश तेरे वंश को दूँगा।’ अत: अब्राम ने प्रभु के लिए, जिसने उन्हें दर्शन दिया था, वहाँ एक वेदी बनाई।
यहोशू 1:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) शक्तिशाली और साहसी बन! तू ही इस देश पर इस्राएलियों का अधिकार कराएगा। इस देश को प्रदान करने की शपथ मैंने इस्राएलियों के पूर्वजों से खाई थी। पवित्र बाइबल “यहोशू, तुम्हें दृढ़ और साहसी होना चाहिये! तुम्हें इन लोगों का अगुवा होना चाहिये जिससे वे अपना देश ले सकें। यह वही देश है जिसे मैंने उन्हें देने के लिये उनके पूर्वजों को वचन दिया था। Hindi Holy Bible इसलिये हियाव बान्धकर दृढ़ हो जा; क्योंकि जिस देश के देने की शपथ मैं ने इन लोगों के पूर्वजों से खाई थी उसका अधिकारी तू इन्हें करेगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसलिये हियाव बाँधकर दृढ़ हो जा; क्योंकि जिस देश के देने की शपथ मैं ने इन लोगों के पूर्वजों से खाई थी उसका अधिकारी तू इन्हें करेगा। सरल हिन्दी बाइबल इसलिये दृढ़ हो जाओ, क्योंकि तुम ही इन लोगों को उस देश पर अधिकारी ठहराओगे, जिसको देने का वादा मैंने पहले किया था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसलिए हियाव बाँधकर दृढ़ हो जा; क्योंकि जिस देश के देने की शपथ मैंने इन लोगों के पूर्वजों से खाई थी उसका अधिकारी तू इन्हें करेगा। |
प्रभु ने अब्राम को दर्शन देकर कहा, ‘मैं यह देश तेरे वंश को दूँगा।’ अत: अब्राम ने प्रभु के लिए, जिसने उन्हें दर्शन दिया था, वहाँ एक वेदी बनाई।
इसी देश में प्रवास कर। मैं तेरे साथ रहूँगा, और तुझे आशिष दूँगा। मैं तुझे और तेरे वंशजों को ये सब देश प्रदान करूँगा। जो शपथ मैंने तेरे पिता अब्राहम से खायी थी, उसे पूर्ण करूँगा।
शक्तिशाली बनो! हम अपनी जनता और अपने परमेश्वर के नगरों के लिए युद्ध करें। प्रभु वही करे, जो उसकी दृष्टि में उचित है।’
‘देख, अब मैं मृत्यु के उस मार्ग पर हूं जिस पर सब को चलना है। तू शक्तिशाली बन! अपना पौरुष दिखा।
जो संविधियां और न्याय-सिद्धान्त प्रभु ने इस्राएली राष्ट्र के लिए मूसा को दिए थे, यदि तू उनका पालन करने में तत्पर रहेगा तो तू फूलेगा-फलेगा। शक्तिशाली और साहसी बन! भयभीत मत हो! निराश मत हो!
अब ध्यान दे! प्रभु ने तुझे चुना है ताकि तू पवित्र स्थान के लिए एक भवन का निर्माण करे। शक्तिशाली बन, और यह निर्माण-कार्य आरम्भ कर!’
तब दाऊद ने अपने पुत्र सुलेमान से यह कहा, ‘शक्तिशाली बन! साहस कर! और निर्माण-कार्य कर। मत डर, और न निराश हो। प्रभु परमेश्वर, मेरा परमेश्वर तेरे साथ है। जब तक प्रभु की आराधना के लिए भवन-निर्माण का कार्य समाप्त नहीं होगा, वह तुझे नहीं छोड़ेगा और न ही तेरा त्याग करेगा।
किन्तु तुम साहसी बनो! तुम्हारे हाथ मजबूत हों! परमेश्वर तुम्हारे परिश्रम का फल तुम्हें देगा।’
अब वे ही हमारी भलाई का कैसा बदला हमें दे रहे हैं? तूने हमें यह देश पैतृक अधिकार के लिए दिया है; किन्तु वे हमारे इस पैतृक अधिकार से हमें वंचित करने के लिए आ रहे हैं।
क्या तूने ही अपने निज लोग इस्राएलियों को इस देश में बसाने के लिए यहां रहने वाली जातियों को नहीं निकाला था? और उनको निकालने के बाद क्या तूने यह देश अपने मित्र अब्राहम के वंशजों को सदा के लिए नहीं दिया था?
प्रभु की प्रतीक्षा करो; शक्तिशाली बनो; और तुम्हारा हृदय साहसी हो; निश्चय ही प्रभु की प्रतीक्षा करो।
उसने मुझसे कहा, “ओ परमेश्वर के परमप्रिय पुरुष! मत डर, तुझे शान्ति मिले, तू शक्तिशाली और साहसी बन।” जब उसने मुझसे ये बातें कहीं तब मुझे शक्ति प्राप्त हुई। मैंने कहा, “स्वामी, अब आप बोलिए, क्योंकि आपने मुझे शक्ति प्रदान की है।”
फिर भी, ओ राज्यपाल जरूब्बाबेल, साहसी बन! मैं-प्रभु यह कहता हूँ। ओ महापुरोहित यहोशुअ बेन-योसादाक, साहसी बन! ओ देश के सब लोगो, साहसी बनो! मैं-प्रभु यह कहता हूं : काम करो! मैं स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु तुम्हारे साथ हूं,
‘स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है : नबियों के माध्यम से इन दिनों मेरा सन्देश सुननेवाले लोगो! तुम्हारे हाथ मजबूत हों, ताकि मेरा मन्दिर पुन: निर्मित हो सके। तुम यह सन्देश उस दिन से सुनते आ रहे हो, जिस दिन स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु के भवन की नींव रखी गई थी।
‘इन्हीं लोगों में, इनके नामों की गणना के अनुसार, भूमि का आबंटन पैतृक-सम्पत्ति के लिए किया जाएगा।
उसके पश्चात् तुम उस देश पर अधिकार कर उसमें बस जाना; क्योंकि उस पर अधिकार करने के लिए मैंने उसको तुम्हें प्रदान किया है।
देखो, तुम्हारे प्रभु परमेश्वर ने तुम्हारे सम्मुख यह देश प्रस्तुत किया है। जाओ, और अपने पूर्वजों के प्रभु परमेश्वर के वचन के अनुसार उस पर अधिकार कर लो। मत डरो, और न निराश हो।”
देखो, मैंने तुम्हारे सम्मुख यह देश प्रस्तुत किया है। जो देश देने की शपथ, मैं-प्रभु ने तुम्हारे पूर्वज अब्राहम, इसहाक और याकूब से खाई थी कि मैं उन्हें तथा उनके पश्चात् उनके वंशजों को वह देश दूंगा, उसमें जाओ और उस पर अधिकार करो।”
‘तुम उन समस्त आज्ञाओं का पालन करना, जिनका आदेश मैं आज तुम्हें दे रहा हूं, जिससे तुम शक्तिशाली बनो, और उस देश में प्रवेश कर उस पर अधिकार कर सको, जहाँ तुम अधिकार करने के लिए जा रहे हो।
प्रभु ने यहोशुअ बेन-नून को नियुक्त किया, और उससे कहा, ‘साहसी और शक्तिशाली बन! तू ही इस्राएली समाज को उस देश में पहुँचाएगा, जिसकी शपथ मैंने उनसे खाई है। मैं तेरे साथ रहूँगा।’
जो व्यक्ति आप के आदेश से विद्रोह करेगा, आपकी बातों को नहीं मानेगा, आपकी आज्ञा का उल्लंघन करेगा, उसको मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा। केवल आप शक्तिशाली और साहसी हों!’
तू साहसी और शक्तिशाली बन! जिस व्यवस्था का आदेश मेरे सेवक मूसा ने तुझे दिया है, उसका पालन कर और उसके अनुसार कार्य कर। उस व्यवस्था से न दाहिनी ओर मुड़ना, और न बायीं ओर। तब तू जहाँ-जहाँ जाएगा, वहाँ-वहाँ सफल होगा।
स्मरण रख, मैंने तुझे यह आज्ञा दी है: “शक्तिशाली और साहसी बन! भयभीत मत हो! निराश मत हो!” जहाँ-जहाँ तू जाएगा, वहाँ-वहाँ मैं, तेरा प्रभु परमेश्वर, तेरे साथ रहूँगा।’
यहोशुअ ने सेना-नायकों से कहा, ‘भयभीत मत हो! निराश मत हो! शक्तिशाली और साहसी बनो! प्रभु तुम्हारे सब शत्रुओं के साथ, जिनसे तुम युद्ध करोगे, ऐसा ही व्यवहार करेगा।’
इस प्रदेश के अन्तर्गत सीदोनी जाति के लोग भी आते हैं, जो लबानोन और मिस्रपोत-मइम के बीच पहाड़ियों पर रहते हैं। मैं स्वयं उन्हें इस्राएलियों के सम्मुख से निकाल दूंगा। जैसी आज्ञा मैंने तुझे दी है, उसके अनुसार उनकी भूमि को पैतृक अधिकार के लिए इस्राएलियों के मध्य बांट देना।
अत: यहोशुअ ने इस्राएलियों से कहा, ‘जो देश तुम्हारे प्रभु परमेश्वर ने तुम्हारे पूर्वजों को दिया था, उसमें प्रवेश करने और उस पर अधिकार करने के लिए, तुम कब तक सुस्त बने रहोगे?
यों प्रभु ने इस्राएली समाज को समस्त कनान देश दे दिया, जिसको प्रदान करने की शपथ उसने उनके पूर्वजों से खाई थी। उन्होंने उस पर अधिकार किया, और वे वहां बस गए।
जब तक समस्त इस्राएली कौम के पुरुषों की, मिस्र देश से बाहर निकलने वाले सैनिकों की, मृत्यु नहीं हुई, तब तक वे चालीस वर्ष तक निर्जन प्रदेश में भटकते रहे, क्योंकि उन्होंने प्रभु की वाणी नहीं सुनी थी। प्रभु ने शपथ खाई कि वह उन्हें उस देश के, दूध और शहद की नदियों वाले देश के, दर्शन नहीं कराएगा, जिसको प्रदान करने की शपथ उसने उनके पूर्वजों से खाई थी।
ओ पलिश्तियो! साहस करो! पौरुष दिखाओ! अन्यथा, जैसे इब्रानी तुम्हारे गुलाम हैं, वैसे तुम भी उनके गुलाम बन जाओगे। पुरुष के समान व्यवहार करो, युद्ध करो!’