दुर्जनों का राजदण्ड धार्मिकों की भूमि पर टिका न रहेगा, ऐसा न हो कि भक्त अन्याय की ओर अपने हाथ बढ़ाएं।
यहेजकेल 7:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) हिंसा बढ़कर दुष्कर्म की लाठी बन गई थी। ओ इस्राएलियो, तुममें से एक भी जन जीवित नहीं रहेगा। न तुम्हारे वैभव की प्रचुरता रहेगी और न तुम्हारी धन-सम्पत्ति। तुम्हारे विनाश पर आंसू बहानेवाला भी कोई नहीं होगा। पवित्र बाइबल वह हिसंक व्यक्ति उन बुरे लोगों को दण्ड देने के लिये तैयार है। इस्राएल में लोगों की संख्या बहुत है, किन्तु वह उनमें से नहीं है। वह उस भीड़ का व्यक्ति नहीं है। वह उन लोगों में से कोई महत्वपूर्ण प्रमुख नहीं है। Hindi Holy Bible उपद्रव बढ़ते बढ़ते दुष्टता का दण्ड बन गया; उन में से कोई न बचेगा, और न उनकी भीड़-भाड़, न उनके धन में से कुछ रहेगा; और न उन में से किसी के लिये विलाप सुन पड़ेगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उपद्रव बढ़ते बढ़ते दुष्टता का दण्ड बन गया; उन में से कोई न बचेगा, और न उनकी भीड़–भाड़, न उनके धन में से कुछ रहेगा; और न उन में से किसी के लिये विलाप सुनाई पड़ेगा। सरल हिन्दी बाइबल हिंसा, दुष्ट को सजा देने के लिये एक लाठी बन गयी है. उन लोगों में से कोई भी नहीं बचेगा, उस भीड़ का कोई भी नहीं— न उनकी धन-संपत्ति और न ही उनकी कोई मूल्यवान वस्तु बचेगी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उपद्रव बढ़ते-बढ़ते दुष्टता का दण्ड बन गया; उनमें से कोई न बचेगा, और न उनकी भीड़-भाड़, न उनके धन में से कुछ रहेगा; और न उनमें से किसी के लिये विलाप सुन पड़ेगा। |
दुर्जनों का राजदण्ड धार्मिकों की भूमि पर टिका न रहेगा, ऐसा न हो कि भक्त अन्याय की ओर अपने हाथ बढ़ाएं।
वे धार्मिकों का उपहास करते हैं; वे उनसे दुष्टभाव से बातें करते हैं, ऊंचे पर बैठकर वे अत्याचार करते हैं,
ओ पलिश्ती राज्य-संघ! आनन्द मत मना, कि जिस लाठी से तुझे पीटा जाता था, वह टूट गई! पर जैसे जड़ से अंकुर फूटता है, वैसे सर्प से काला नाग उत्पन्न होगा। वह बढ़कर उड़नेवाला सर्पासुर बन जाएगा!
स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु का यह अंगूर-उद्यान इस्राएल वंश है। यहूदा प्रदेश के निवासी प्रभु के सुन्दर पौधे हैं। प्रभु ने उनसे न्याय की आशा की, पर उसे देखने को मिला: रक्त पात। प्रभु ने उनसे धार्मिकता की आशा की, पर उसे सुनने को मिला: गरीबों का करुण- क्रंदन!
तूने इस्राएली राष्ट्र की गुलामी के जूए को, उसके कन्धे की कांवर को, अत्याचारी की लाठी को तोड़ दिया है, जैसे मिद्यानी सेना के युद्ध-दिवस पर तूने किया था।
अत: प्रभु यहूदा प्रदेश के राजा योशियाह के पुत्र यहोयाकीम के विषय में यह कहता है: ‘लोग यह कहते हुए उसके लिए शोक नही मनाएंगे : “अरे मेरे भैया! अरी मेरी बहिन!” वे यह कहते हुए यहोयाकीम के लिए विलाप नहीं करेंगे: “आह स्वामी! हाय महाराज!”
जिन लोगों को प्रभु इस दिन मारेगा, उनके शव पृथ्वी के एक छोर से दूसरे छोर तक पड़े रहेंगे। उन के लिए कोई शोक नहीं मनाएगा, और न कोई उनके शव एकत्र कर उनको गाड़ेगा। वे मैदान में कूड़े के ढेर के समान पड़े रहेंगे।
जैसे कुंए में ताजा पानी भरता रहता है, वैसे ही यह नगर नित्य नए दुष्कर्म करता है। हिंसा और विनाश की चीख-पुकार इस नगर में सदा सुनाई पड़ती है। बीमारी और घावों के दृश्य सदा मेरे सम्मुख उपस्थित रहते हैं।
मैं यहूदा प्रदेश के नगरों में तथा यरूशलेम की सड़कों पर आनन्द-उल्लास का स्वर, हर्ष-ध्वनि तथा वर-वधुओं के हास-परिहास की आवाज को बन्द कर दूंगा। चारों ओर मौत का सन्नाटा होगा।’
‘स्वामी-प्रभु यों कहता है : ओ इस्राएल के शासको, बहुत हुआ! अब शोषण और अत्याचार करना बन्द करो, और धर्म तथा न्याय से शासन करो। मेरे निज लोगों की भूमि लूटना बन्द करो।’ स्वामी-प्रभु की यह वाणी है।
‘मैं, स्वामी-प्रभु अपनी सौगन्ध खाकर कहता हूँ: तूने मेरे पवित्र स्थान को अपनी घृणित मूर्तियों और घिनौने कामों से अपवित्र कर दिया है, इसलिए मैं तेरी बोटी-बोटी कर दूंगा। मैं तुझ पर दया-दृष्टि नहीं करूंगा, और न मेरी आंखों से बचकर कोई भाग सकेगा।
इनमें से भी कुछ बाल अलग करना, और उनको आग में डालकर जला देना। यहां से आग की एक ज्वाला निकलेगी, और इस्राएल के सम्पूर्ण कुल में फैल जाएंगी।
स्वामी-प्रभु यों कहता है ‘व्यंग्य से हाथ पर हाथ मारकर और घृणा से भूमि पर पैर पटककर कहो, “थू! थू! इस्राएल के कुल ने कितने घृणित दुष्कर्म किए।” निस्सन्देह वे तलवार से मौत के घाट उतारे जाएंगे। वे अकाल और महामारी से मर जाएंगे।
जो मनुष्य तलवार, महामारी और अकाल से बच जाता है, वह पहाड़ पर भाग जाता है। ये बचे हुए लोग ऐसे हैं मानो घाटियों में रहनेवाले कबूतर। हर एक बचा हुआ आदमी अपने-अपने अधर्म के लिए शोक मना रहा है।
‘ओ मानव-संतान, सुन। इस्राएल देश के सम्बन्ध में स्वामी-प्रभु यों कहता है: अन्त! हां अन्त! देश के चारों कोनों पर अन्त बढ़ा आ रहा है।
वे उसको खाली कर देंगे। ‘सारा देश और यरूशलेम नगर रक्तपात और हिंसात्मक कार्यों से भर गया है।
उसने मुझसे कहा, ‘ओ मानव, तू यह देख रहा है न? मैं तुझसे पूछता हूँ, क्या यहूदा कुल के लिए यह हल्की बात है, कि यहां वे ये घृणित कार्य कर रहे हैं? उन्होंने सारे देश को हिंसात्मक कार्यों से भर दिया है तथा वे अपने इन्हीं घृणित कार्यों से मुझे क्रोध दिलाते हैं। वे मानो मुंह बना कर मुझे चिढ़ाते हैं।
प्रभु का यह कथन है: ‘वे सद्आचरण करना जानते ही नहीं। उन्होंने अपने गढ़ों में केवल हिंसा और लूट एकत्र की है।’
वे पराए खेतों का लालच करते हैं, और उन्हें हड़प लेते हैं; वे दूसरे के मकानों की लालसा करते हैं, और उन्हें हथिया लेते हैं। वे पड़ोसी और उसके परिवार पर अत्याचार करते हैं, वे अन्य व्यक्ति और उसकी पैतृक सम्पत्ति का शोषण करते हैं।
तुम मेरे निज लोगों का मांस खाते हो, तुम उनकी चमड़ी उधेड़ लेते हो। हांडी के गोश्त की तरह कड़ाह के मांस के समान तुम उनकी हड्डियों को चूर-चूर करते हो, उनकी बोटी-बोटी करते हो।’
ओ यहूदा कुल, तेरे धनवान लोगों में हिंसावृत्ति है, तेरे नागरिक झूठ बोलते हैं; उनकी बातें कपटपूर्ण होती हैं।
प्रभु के प्रकोप-दिवस पर न उनका सोना, और न चांदी उन्हें प्रभु के प्रकोप से मुक्त कर सकेगी। प्रभु की ईष्र्या-अग्नि से सम्पूर्ण पृथ्वी भस्म हो जाएगी। वह पृथ्वी के समस्त निवासियों को अचानक पूर्णत: नष्ट कर देगा।
जिसने दया नहीं दिखायी है, उसका न्याय दया के साथ नहीं किया जायेगा; किन्तु दया न्याय पर विजय पाती है।