जब लोट अब्राम से अलग हो गया, तब प्रभु ने अब्राम से कहा, ‘अपनी आँखें ऊपर उठा। जिस स्थान पर तू खड़ा है, वहाँ से उत्तर-दक्षिण, पूर्व-पश्चिम चारों ओर दृष्टि दौड़ा।
यहेजकेल 48:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) पवित्र भूमि का विभाजन इस प्रकार करना : जो भूमि पुरोहितों को प्राप्त होगी, वह उत्तर में साढ़े बारह किलोमीटर लम्बी, पश्चिम में पांच किलोमीटर चौड़ी, पूर्व में पांच किलोमीटर चौड़ी और दक्षिण में साढ़े बारह किलोमीटर लम्बी होगी। उसके मध्य में प्रभु का पवित्र-स्थान होगा। पवित्र बाइबल भूमि का यह विशेष क्षेत्र याजकों और लेवीवंशियों में बँटेगा। “याजक इस क्षेत्र का एक भाग पाएंगे। यह भूमि उत्तर की ओर पच्चीस हजार हाथ लम्बी, पश्चिम की ओर दस हजार हाथ चौड़ी, पूर्व की ओर दस हजार हाथ चौड़ी और दक्षिण की ओर पच्चीस हजार हाथ लम्बी होगी। भूमि के इस क्षेत्र के बीच में यहोवा का मन्दिर होगा। Hindi Holy Bible यह अर्पण किया हुआ पवित्र भाग याजकों को मिले; वह उत्तर ओर पच्चीस हजार बांस लम्बा, पच्छिम ओर दस हजार बांस चौड़ा, पूर्व ओर दस हजार बांस चौड़ा और दक्खिन ओर पच्चीस हजार बांस लम्बा हो; और उस के बीचों-बीच यहोवा का पवित्र स्थान हो। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यह अर्पण किया हुआ पवित्र भाग याजकों को मिले; वह उत्तर की ओर पच्चीस हज़ार बाँस लम्बा, पश्चिम की ओर दस हज़ार बाँस चौड़ा, पूर्व ओर दस हज़ार बाँस चौड़ा और दक्षिण की ओर पच्चीस हज़ार बाँस लम्बा हो; और उसके बीचोबीच यहोवा का पवित्रस्थान हो। सरल हिन्दी बाइबल पुरोहितों के लिये यह पवित्र भाग होगा. उत्तर की तरफ इसकी लंबाई लगभग तेरह किलोमीटर, पश्चिम की तरफ इसकी चौड़ाई लगभग पांच किलोमीटर, चौड़ा अंश पुरोहितों के लिए होगा. इसके बीच में याहवेह का पवित्र स्थान होगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यह अर्पण किया हुआ पवित्र भाग याजकों को मिले; वह उत्तर ओर पच्चीस हजार बाँस लम्बा, पश्चिम ओर दस हजार बाँस चौड़ा, पूर्व ओर दस हजार बाँस चौड़ा और दक्षिण ओर पच्चीस हजार बाँस लम्बा हो; और उसके बीचोबीच यहोवा का पवित्रस्थान हो। |
जब लोट अब्राम से अलग हो गया, तब प्रभु ने अब्राम से कहा, ‘अपनी आँखें ऊपर उठा। जिस स्थान पर तू खड़ा है, वहाँ से उत्तर-दक्षिण, पूर्व-पश्चिम चारों ओर दृष्टि दौड़ा।
‘पुरोहितों की पैतृक धन-सम्पत्ति नहीं होगी, क्योंकि मैं ही उनकी पैतृक सम्पत्ति हूँ। तुम उनको इस्राएल देश में पैतृक उत्तराधिकार के लिए भूमि मत देना; क्योंकि मैं ही उनकी निज भूमि हूँ।
यह सम्पूर्ण देश में प्रभु को अर्पित पवित्र भाग होगा। यह पुरोहितों के लिए होगा, जो प्रभु के सम्मुख पवित्र-स्थान में जाएंगे और उसकी सेवा करेंगे। यह भूमि-क्षेत्र पुरोहितों के निवास-स्थान और पवित्र-स्थान के लिए पवित्र होगा।
जो भूमिक्षेत्र तुम प्रभु के लिए अर्पित करोगे, उसकी लम्बाई साढ़े बारह किलोमीटर और चौड़ाई दस किलोमीटर होगी।
रास्ते के लिए न झोली, न दो कुरते, न जूते, और न लाठी लो; क्योंकि मजदूर को उसका भोजन मिलना चाहिए।