क्योंकि उसने गरीबों को पीसा था, उसने उनको मर जाने के लिए यों ही छोड़ दिया था। उसने उस मकान को हड़प लिया था, जो उसने नहीं बनाया था।
यहेजकेल 45:9 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘स्वामी-प्रभु यों कहता है : ओ इस्राएल के शासको, बहुत हुआ! अब शोषण और अत्याचार करना बन्द करो, और धर्म तथा न्याय से शासन करो। मेरे निज लोगों की भूमि लूटना बन्द करो।’ स्वामी-प्रभु की यह वाणी है। पवित्र बाइबल मेरे स्वामी यहोवा ने यह कहा, “इस्राएल के शासकों बहुत हो चुका! क्रूर होना और लोगों से चीजें चुराना, छोड़ो! न्यायी बनो और अच्छे काम करो। हमारे लोगों को अपने घरों से बाहर जाने के लिये बलपूर्वक विवश न करो!” मेरे स्वामी यहोवा ने यह कहा। Hindi Holy Bible परमेश्वर यहोवा यों कहता है, हे इस्राएल के प्रधनो! बस करो, उपद्रव और उत्पात को दूर करो, और न्याय और धर्म के काम किया करो; मेरी प्रजा के लोगों को निकाल देना छोड़ दो, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “परमेश्वर यहोवा यों कहता है : हे इस्राएल के प्रधानो! बस करो, उपद्रव और उत्पात को दूर करो, और न्याय और धर्म के काम किया करो; मेरी प्रजा के लोगों को निकाल देना छोड़ दो, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है। सरल हिन्दी बाइबल “ ‘परम प्रधान याहवेह का यह कहना है: हे इस्राएल के राजकुमारो, तुम बहुत दूर जा चुके हो! हिंसा और सतावा को छोड़ दो और वही करो, जो न्याय और सही है. मेरे लोगों को बेदखल करना बंद करो, परम प्रधान याहवेह की घोषणा है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “परमेश्वर यहोवा यह कहता है: हे इस्राएल के प्रधानों! बस करो, उपद्रव और उत्पात को दूर करो, और न्याय और धर्म के काम किया करो; मेरी प्रजा के लोगों को निकाल देना छोड़ दो, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है। |
क्योंकि उसने गरीबों को पीसा था, उसने उनको मर जाने के लिए यों ही छोड़ दिया था। उसने उस मकान को हड़प लिया था, जो उसने नहीं बनाया था।
पर भलाई करना सीखो। न्याय के लिए प्रयत्न करो; अत्याचारी को सुधारो; अनाथ को न्याय दिलाओ, और विधवाओं का पक्ष लो।’
प्रभु यह कहता है: न्याय और धर्म का आचरण करो; जो मनुष्य लूट लिया गया है, उसको अत्याचारी के हाथ से बचाओ। विदेशी, अनाथ और विधवा के साथ बुरा व्यवहार मत करो; उन पर अत्याचार मत करो; और न राजमहल के इस स्थान में किसी निर्दोष की हत्या करो।
जैसे कुंए में ताजा पानी भरता रहता है, वैसे ही यह नगर नित्य नए दुष्कर्म करता है। हिंसा और विनाश की चीख-पुकार इस नगर में सदा सुनाई पड़ती है। बीमारी और घावों के दृश्य सदा मेरे सम्मुख उपस्थित रहते हैं।
ओ मानव, तू इस्राएल के विद्रोही वंश से, इस्राएलियों से यह कहना, स्वामी-प्रभु यों कहता है: ओ इस्राएल के वंशजो! तुम अपने सब घृणित कार्यों से हाथ धो लो।
हिंसा बढ़कर दुष्कर्म की लाठी बन गई थी। ओ इस्राएलियो, तुममें से एक भी जन जीवित नहीं रहेगा। न तुम्हारे वैभव की प्रचुरता रहेगी और न तुम्हारी धन-सम्पत्ति। तुम्हारे विनाश पर आंसू बहानेवाला भी कोई नहीं होगा।
वे उसको खाली कर देंगे। ‘सारा देश और यरूशलेम नगर रक्तपात और हिंसात्मक कार्यों से भर गया है।
उसने मुझसे कहा, ‘ओ मानव, तू यह देख रहा है न? मैं तुझसे पूछता हूँ, क्या यहूदा कुल के लिए यह हल्की बात है, कि यहां वे ये घृणित कार्य कर रहे हैं? उन्होंने सारे देश को हिंसात्मक कार्यों से भर दिया है तथा वे अपने इन्हीं घृणित कार्यों से मुझे क्रोध दिलाते हैं। वे मानो मुंह बना कर मुझे चिढ़ाते हैं।
बुराई से घृणा करो, पर भलाई से प्यार! अदालतों में न्याय को प्रतिष्ठित करो। तब संभवत: स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु परमेश्वर तुम, यूसुफ के शेष वंशजों पर कृपा करे।
मेरे अपने लोगों की स्त्रियों को तुम उनके प्रिय घरों से निकालते हो, तुम उनके बच्चों से मेरी महिमा को छीनते हो।
क्या मैं दुष्कर्मी के घर में संचित दुष्कर्म के धन को, और उसकी घृणित छोटी माप को भुला सकता हूं?
‘स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है: “प्रत्येक व्यक्ति अपने जाति-भाई के साथ सच्चाई से न्याय करे, उसके प्रति करुणा और दया का व्यवहार करे।
तुम्हें ये कार्य करने हैं : एक-दूसरे से सच बोलो। तुम न्यायालयों में सच्चाई से न्याय करो, और शान्ति की स्थापना करो।
सिपाहियों ने भी उन से पूछा, “और हम? हमें क्या करना चाहिए?” वह उनसे बोले, “किसी को डरा-धमका कर अथवा उस पर झूठा दोष लगा कर उससे रुपया-पैसा मत वसूलो और अपने वेतन से सन्तुष्ट रहो।”
आप लोगों ने पहले सांसारिक लोगों की जीवनचर्या के अनुसार व्यभिचार, भोग-विलास, मदिरापान, रंगरलियों, मादकता और घृणित मूर्तिपूजा में जो समय बिताया, वही बहुत हुआ।