वेदी की ऊंचाई इस प्रकार होगी : भूमि पर रखे हुए आधार से निचले कगर तक एक मीटर, और वेदी की चौड़ाई आधा मीटर होगी। यह छोटे कगर से बड़े कगर तक दो मीटर ऊंची और आधा मीटर चौड़ी होगी।
यहेजकेल 45:19 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यह प्रायश्चित की पाप-बलि है। पुरोहित बलिपशु के रक्त में से थोड़ा रक्त लेगा, और उसको मन्दिर की चौखट के खम्भों, वेदी के चारों कोनों के कगर पर तथा भीतरी आंगन के दरवाजों पर लगाएगा। पवित्र बाइबल याजक कुछ खून पाप के लिये भेंट से लेगा और इसे मन्दिर के द्वार—स्तम्भो और वेदी के किनारी के चारों कोनों और भीतरी आँगन के फाटक के स्तम्भों पर डालेगा। Hindi Holy Bible इस पापबलि के लोहू में से याजक कुछ ले कर भवन के चौखट के खम्भों, और वेदी की कुसीं के चारों कोनों, और भीतरी आंगन के फाटक के खम्भों पर लगाए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इस पापबलि के लहू में से याजक कुछ लेकर भवन के चौखट के खम्भों, और वेदी की कुर्सी के चारों कोनों, और भीतरी आँगन के फाटक के खम्भों पर लगाए। सरल हिन्दी बाइबल पुरोहित पाप बलिदान में से कुछ खून ले और उसे मंदिर के दरवाजों के चौखटों पर, वेदी के ऊपरी निकले हुए भाग के चारों कोनों पर और भीतरी आंगन के द्वार के चौखटों पर लगाए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इस पापबलि के लहू में से याजक कुछ लेकर भवन के चौखट के खम्भों, और वेदी की कुर्सी के चारों कोनों, और भीतरी आँगन के फाटक के खम्भों पर लगाए। |
वेदी की ऊंचाई इस प्रकार होगी : भूमि पर रखे हुए आधार से निचले कगर तक एक मीटर, और वेदी की चौड़ाई आधा मीटर होगी। यह छोटे कगर से बड़े कगर तक दो मीटर ऊंची और आधा मीटर चौड़ी होगी।
कगर भी वर्गाकार होगा−सात मीटर लम्बा और सात मीटर चौड़ा। उसके चारों ओर का किनारा पच्चीस सेन्टीमीटर का होगा। चारों ओर का आधार आधा मीटर का होगा। वेदी की सीढ़ियां पूर्व दिशा में होंगी।’
तू लेवी कुल के पुरोहितों को, जो सादोक के वंशज हैं, पाप-बलि चढ़ाने के लिए एक बछड़ा देना। वे ही पुरोहित मेरी धर्म-सेवा करने के लिए मेरे निकट आ सकते हैं। मुझ-स्वामी प्रभु की यही वाणी है।
तू उस बछड़े का रक्त लेना और उसको वेदी के चारों सींगों, कगर के चारों कोनों और चारों ओर के किनारे पर लगा देना। यों तू उसको शुद्ध करेगा और यह उसका प्रायश्चित होगा।
स्वामी-प्रभु यों कहता है : ‘भीतरी आंगन का पूर्व-मुखी फाटक सप्ताह के छ: दिन बन्द रहेगा, किन्तु वह सातवें दिन अर्थात् विश्राम-दिवस तथा नवचन्द्र-दिवस पर खुला रहेगा।
इस्राएल देश का शासक बाहर से फाटक के ओसारे के मार्ग से प्रवेश करेगा, और खंभे के पास खड़ा हो जाएगा। पुरोहित उसकी ओर से अग्नि-बलि और सहभागिता-बलि चढ़ाएंगे। वह फाटक की ड्योढ़ी पर ही आराधना कर लौट जाएगा। वह फाटक से बाहर निकल जाएगा, किन्तु फाटक शाम तक बन्द नहीं किया जाएगा।
इस प्रकार वह इस्राएली समाज की सब अशुद्धताओं, उनके अपराधों तथा सब पापों के कारण पवित्र-स्थान के हेतु प्रायश्चित्त करेगा। ऐसा ही वह मिलन-शिविर के लिए करेगा, जो उनकी अशुद्धताओं के मध्य, उनके साथ स्थित है।