उसने तोबियाह के लिए एक बड़े कमरे का प्रबन्ध किया। इस कमरे में पहले अन्न-बलि का सामान, लोबान, मन्दिर के पात्र, उपपुरोहितों, गायकों और द्वारपालों के लिए नियत किया गया अन्न, अंगूर-रस और तेल का दशमांश तथा पुरोहितों की भेटें रखी जाती थीं।
यहेजकेल 42:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उसने मुझे बताया, ‘आंगन के सामने के ये उत्तरी और दक्षिणी कमरे पवित्र कक्ष हैं। प्रभु की सेवा में संलग्न पुरोहित परम पवित्र वस्तुएं इन्हीं कक्षों में खाया करेंगे। यह स्थान पवित्र है, इसलिए वे बलि में चढ़ाई गई ये वस्तुएं यहां रखेंगे: अन्न-बलि, पाप-बलि और दोष-बलि में चढ़ाई गई वस्तुएं। पवित्र बाइबल उस व्यक्ति ने मुझसे कहा, “आँगन के आर—पार वाले दक्षिण के कमरे और उत्तर के कमरे पवित्र कमरे हैं। ये उन याजकों के कमरे हैं जो यहोवा को बलि—भेंट चढ़ाते हैं। वे याजक इन कमरों में अति पवित्र भेंट को खाएंगे। वे सर्वाधिक पवित्र भेंट को वहाँ रखेंगे। क्यों क्योंकि यह स्थान पवित्र है। सर्वाधिक पवित्र भेंट ये हैं: अन्न भेंट, पाप के लिये भेंट और अपराध के लिये भेंट। Hindi Holy Bible फिर उसने मुझ से कहा, ये उत्तरी और दक्खिनी कोठरियां जो आंगन के साम्हने हें, वे ही पवित्र कोठरियां हैं, जिन में यहोवा के समीप जाने वाले याजक परमपवित्र वस्तुएं खाया करेंगे; वे परमपवित्र वस्तुएं, और अन्नबलि, और पापबलि, और दोषबलि, वहीं रखेंगे; क्योंकि वह स्थान पवित्र है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर उसने मुझ से कहा, “ये उत्तरी और दक्षिणी कोठरियाँ जो आँगन के सामने हैं, वे ही पवित्र कोठरियाँ हैं, जिन में यहोवा के समीप जानेवाले याजक परमपवित्र वस्तुएँ खाया करेंगे, वे परमपवित्र वस्तुएँ, और अन्नबलि, और पापबलि, और दोषबलि, वहीं रखेंगे; क्योंकि वह स्थान पवित्र है। सरल हिन्दी बाइबल तब उसने मुझसे कहा, “मंदिर के आंगन की ओर के उत्तर और दक्षिण के कमरे पुरोहितों के हैं, जहां वे पुरोहित महा पवित्र बलिदानों को खाएंगे, जो याहवेह की सेवा करते हैं. वहां वे महा पवित्र बलिदानों को रखेंगे—अन्नबलि, पाप बलिदान और दोष बलिदान—क्योंकि यह स्थान पवित्र है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर उसने मुझसे कहा, “ये उत्तरी और दक्षिणी कोठरियाँ जो आँगन के सामने हैं, वे ही पवित्र कोठरियाँ हैं, जिनमें यहोवा के समीप जानेवाले याजक परमपवित्र वस्तुएँ खाया करेंगे; वे परमपवित्र वस्तुएँ, और अन्नबलि, और पापबलि, और दोषबलि, वहीं रखेंगे; क्योंकि वह स्थान पवित्र है। |
उसने तोबियाह के लिए एक बड़े कमरे का प्रबन्ध किया। इस कमरे में पहले अन्न-बलि का सामान, लोबान, मन्दिर के पात्र, उपपुरोहितों, गायकों और द्वारपालों के लिए नियत किया गया अन्न, अंगूर-रस और तेल का दशमांश तथा पुरोहितों की भेटें रखी जाती थीं।
वहां एक कक्ष था। उसका दरवाजा फाटक के ओसारे से लगा हुआ था। इस कक्ष में अग्नि-बलि में चढ़ाए जाने वाले पशु को धोया जाता था।
दूसरा कमरा, जिसका द्वार उत्तर दिशा में खुलता है, उन पुरोहितों के लिए है, जो वेदी का दायित्व सम्भालते हैं। ये सादोक-वंशी पुरोहित हैं। ये लेवी कुल में से चुने गए पुरोहित हैं, और केवल ये पुरोहित ही प्रभु की सेवा करने के लिए उसके निकट आ सकते हैं।’
मन्दिर के पश्चिम में, आंगन की ओर एक भवन था। वह पैंतीस मीटर चौड़ा था। भवन के चारों ओर एक दीवार थी। वह अढ़ाई मीटर मोटी थी। भवन की लंबाई पैंतालीस मीटर थी।
फिर वह मुझे भीतरी आंगन में, उत्तर की ओर ले गया। मन्दिर के आसपास के आंगन और पश्चिमी भवन के सामने, उत्तर की ओर कमरे बने हुए थे। वह मुझे इन कमरों में ले गया।
यहीं, बाहरी आंगन से, दीवार शुरू होती थी। मन्दिर के आसपास के आंगन और पश्चिमी भवन के सामने, दक्षिण की ओर भी कमरे थे।
‘जब कि पाप-बलि परम पवित्र है और तुम्हें वह इसलिए दी गई है कि मण्डली के अधर्म का भार वहन करके प्रभु के सम्मुख उनके लिए प्रायश्चित्त करो तब तुमने उसको पवित्र स्थान में क्यों नहीं खाया?
मूसा ने हारून से कहा, ‘प्रभु ने यही बात कही थी : “अपने निकटवर्ती लोगों के मध्य, मैं स्वयं को पवित्र सिद्ध करूँगा; समस्त लोगों के सम्मुख मैं अपनी महिमा करूँगा।” ’ परन्तु हारून मौन रहा।
वह उस पवित्र स्थान में जहां अग्नि-बलि एवं पाप-बलि के पशु बलि किए गए थे, मेमना बलि करेगा। पाप-बलि के सदृश दोष-बलि भी पुरोहित का देय भाग होगा। यह परम पवित्र है।
अन्न-बलि का शेष भाग हारून और उसके पुत्रों का होगा। यह प्रभु को अग्नि में अर्पित अनेक बलियों का परम पवित्र भाग है।
अन्न-बलि का शेष भाग हारून और उसके पुत्रों का होगा। यह प्रभु को अग्नि में अर्पित अनेक बलियों का परम पवित्र भाग है।
ये रोटियां हारून और उसके पुत्रों की होंगी। वे उनको पवित्र-स्थान में खाएंगे; क्योंकि प्रभु को अग्नि में अर्पित बलि में से यह उनका परम पवित्र भाग है। इस पर उनका स्थायी अधिकार है।’
पुरोहितों के परिवार के समस्त पुरुष उसको खा सकते हैं। वह पवित्र स्थान में खाई जाएगी। वह परम पवित्र है।
ताकि वे इस्राएली समाज के लिए स्मारक-चिह्न बनें, जिससे कोई अपुरोहित व्यक्ति, जो हारून के वंश का नहीं है, धूप चढ़ाने के अभिप्राय से प्रभु के सम्मुख नहीं आए, और कोरह तथा उसके दल के सदृश नष्ट न हो, जैसा प्रभु ने मूसा के द्वारा एलआजर से कहा था।
वह कोरह तथा उसके दल के लोगों से बोले, ‘प्रात:काल प्रभु यह प्रकट कर देगा कि कौन व्यक्ति उसका है और कौन व्यक्ति पवित्र है। वह उसे अपने समीप बुला लेगा। जिस व्यक्ति को वह चुनेगा, उसे अपने पास आने देगा।
किन्तु तू और तेरे साथ तेरे पुत्र वेदी से सम्बन्धित तथा अन्त:-पट के पीछे पुरोहितीय कार्यों का दायित्व सम्भालेंगे। तुम सेवा-कार्य करोगे। मैं तुम्हें पुरोहितीय कार्य दान-स्वरूप प्रदान करता हूं। समीप आने वाले अपुरोहित व्यक्ति को मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा।’
तब लेवी वंश के पुरोहित पास आएंगे, क्योंकि तेरे प्रभु परमेश्वर ने उन्हें अपनी सेवा करने तथा अपने नाम से आशिष देने के लिए सुना है। उनके कथन के अनुसार ही विवाद और प्रहार के सब मुकद्दमों का निर्णय होगा।