उसने भवन की भीतरी दीवारों पर देवदार के तख्ते मढ़वा दिए। उसने भवन के फर्श से छत की कड़ियों तक देवदार की लकड़ी से दीवारों को मढ़ दिया। उसने भवन के फर्श को सनोवर के तख्तों से मढ़ा।
यहेजकेल 41:16 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) की दीवारों पर चारों ओर तख्ते जड़े हुए थे। तीनों में खिड़कियां थीं, जो चौखटों के नीचे की ओर क्रमश: संकरी होती गई थीं। सम्पूर्ण मन्दिर पर, ड्योढ़ी से छज्जे तक, फर्श से खिड़कियों तक, और खिड़कियों के आसपास, दरवाजे के ऊपर की जगह, अन्तर्गृह में और बाहर की ओर सब जगह, तख्ते जड़े थे। खिड़कियां ढकी हुई थीं। अन्तर्गृह तथा मध्यभाग की दीवारों पर चारों ओर पवित्र बाइबल तीनों पर ही चारों ओर जालीदार खिड़कियाँ थीं। मन्दिर के चारों ओर देहली से लगे, फर्श से खिड़कियों तक लकड़ी की चौखटें जड़ी हुई थीं। खिड़कियाँ ढकी हुई थीं। Hindi Holy Bible तब उसने डेवढिय़ों और झिलमिलीदार खिड़कियों, और आस पास के तीनों महलों के छज्जों को मापा जो डेवढ़ी के साम्हने थे, और चारों ओर उनकी तखता-बन्दी हुई थी; और भूमि से खिड़कियों तक और खिड़कियों के आस पास सब कहीं तख़ताबन्दी हुई थी। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब उसने डेवढ़ियों और झिलमिलीदार खिड़कियों, और आसपास की तीनों मंजिलों के छज्जों को मापा जो डेवढ़ी के सामने थे, और चारों ओर उनकी तख़्ताबन्दी हुई थी; और भूमि से खिड़कियों तक और खिड़कियों के आसपास सब कहीं तख़्ताबन्दी हुई थी। सरल हिन्दी बाइबल साथ ही साथ डेवढ़ियां और संकरी खिड़कियां और उन तीनों के चारों ओर की गैलरियां—हर एक चीज़ बाहर और डेवढ़ी को मिलाकर सब लकड़ी से मढ़ी हुई थी. फर्श, खिड़की तक की दीवार और खिड़कियां भी मढ़ी हुई थी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब उसने डेवढ़ियों और झिलमिलीदार खिड़कियों, और आस-पास की तीनों मंजिल के छज्जों को मापा जो डेवढ़ी के सामने थे, और चारों ओर उनकी तख्ता बन्दी हुई थी; और भूमि से खिड़कियों तक और खिड़कियों के आस-पास सब कहीं तख्ताबंदी हुई थी। |
उसने भवन की भीतरी दीवारों पर देवदार के तख्ते मढ़वा दिए। उसने भवन के फर्श से छत की कड़ियों तक देवदार की लकड़ी से दीवारों को मढ़ दिया। उसने भवन के फर्श को सनोवर के तख्तों से मढ़ा।
मध्य-भाग की छत को उसने सनोवर की लकड़ी से पाट दिया और उसके पश्चात् उसने इस सनोवर की लकड़ी पर शुद्ध सोना मढ़ा, और उस पर खजूर-वृक्षों और जंजीरों-झालरों के चित्र अंकित किए।
इसके पश्चात् मैंने यह देखा: प्रभु का तेज भवन की ड्योढ़ी में से बाहर निकला, और करूबों के ऊपर स्थित हो गया।
फाटक में चारों ओर खिड़कियां थीं, जो भीतर की ओर बाजू के कोठरियों के खम्भों तक संकरी होती चली गई थीं। इसी प्रकार ओसारे में भी भीतर की ओर चारों तरफ खिड़कियां थीं। खम्भों पर खजूर के वृक्ष खुदे थे।
जैसी खिड़कियां दूसरे फाटकों में थीं, वैसे ही इस दक्षिणी फाटक और उसके ओसारे में भी चारों तरफ थीं। उसकी लम्बाई पच्चीस मीटर और चौड़ाई साढ़े बारह मीटर थी।
वह मन्दिर के पूर्वी फाटक पर गया। वह उसकी सीढ़ी पर चढ़ा, और उसने ड्योढ़ी की लम्बाई नापी। फाटक की ड्योढ़ी की लम्बाई तीन मीटर निकली।
फिर उसने आंगन के सामने पश्चिमी भवन की तथा उसके दोनों ओर की दीवारों की चौड़ाई नापी। वह भी पचास मीटर निकली। मन्दिर के अन्तर्गृह, मध्यभाग और बाहरी ड्योढ़ी
मन्दिर के आसपास दस मीटर चौड़े आंगन के सामने तथा बाहरी आंगन के फर्श के सामने तीन मंजिलों के छज्जे थे।
‘क्या यह समय तुम्हारे लिए तख्ते जड़े मकान में रहने का है, जबकि यह मन्दिर ध्वस्त पड़ा है?
अभी तो हमें दर्पण में धुँधला-सा दिखाई देता है, परन्तु तब हम आमने-सामने देखेंगे। अभी तो मेरा ज्ञान अपूर्ण है; परन्तु तब मैं उसी तरह पूर्ण रूप से जान जाऊंगा, जिस तरह परमेश्वर मुझे जान गया है।