यहेजकेल 37:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु ने मुझसे पूछा, ‘ओ मानव, क्या इन सूखी हड्डियों में प्राण आ सकते हैं?’ मैंने उत्तर दिया, ‘हे स्वामी-प्रभु, यह तो केवल आप जानते हैं।’ पवित्र बाइबल तब मेरे स्वामी यहोवा ने मुझसे कहा, “मनुष्य के पुत्र, क्या यह हड्डियाँ जीवित हो सकती हैं” मैंने उत्तर दिया, “मेरे स्वामी यहोवा, उस प्रश्न का उत्तर केवल तू जानता है।” Hindi Holy Bible तब उसने मुझ से पूछा, हे मनुष्य के सन्तान, क्या ये हड्डियां जी सकती हैं? मैं ने कहा, हे परमेश्वर यहोवा, तू ही जानता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब उसने मुझ से पूछा, “हे मनुष्य के सन्तान, क्या ये हड्डियाँ जी सकती हैं?” मैं ने कहा, “हे परमेश्वर यहोवा, तू ही जानता है।” सरल हिन्दी बाइबल उसने मुझसे पूछा, “हे मनुष्य के पुत्र, क्या ये हड्डियां जीवित हो सकती हैं?” मैंने कहा, “परम प्रधान याहवेह, यह तो आप ही जानते हैं.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब उसने मुझसे पूछा, “हे मनुष्य के सन्तान, क्या ये हड्डियाँ जी सकती हैं?” मैंने कहा, “हे परमेश्वर यहोवा, तू ही जानता है।” |
‘स्वामी-प्रभु यों कहता है : ओ सोर नगर, जब मैं निर्जन नगरों के समान तुझ को उजाड़ दूंगा, जब मैं तुझे अतल गहरे सागर में डुबो दूंगा, और समुद्र की लहरें तुझे अपने में समा लेंगी
प्रभु ने मुझे घाटी के चारों ओर घुमाया। मैंने देखा कि घाटी की सतह पर बहुत हड्डियां हैं, और वे पूर्णत: सूखी हुई हैं।
जिस तरह पिता मृतकों को उठाता और उन्हें जीवन देता है, उसी तरह पुत्र भी जिसे चाहता, उसे जीवन प्रदान करता है;
आप लोगों को यह बात क्यों अविश्वसनीय लगती है कि परमेश्वर मृतकों को पुनर्जीवित करता है?
जैसा कि धर्मग्रन्थ में लिखा है : “मैंने तुम को बहुत-सी जातियों का पिता नियुक्त किया है।” परमेश्वर की दृष्टि में अब्राहम हमारे पिता हैं। उन्होंने उस परमेश्वर में विश्वास किया, जो मृतकों को पुनर्जीवित करता है और उन वस्तुओं को भी अस्तित्व में लाता है जिनका अस्तित्व नहीं है।
अब मुझे देखो! मैं, हाँ मैं, वही हूँ! मेरे अतिरिक्त कोई ईश्वर नहीं है। मैं ही प्राण लेता हूँ, मैं ही जीवन देता हूँ। मैं ही घायल करता हूँ, मैं ही स्वस्थ करता हूँ। मेरे हाथ से छुड़ानेवाला कोई नहीं है।
अब्राहम यह मानते थे कि परमेश्वर मृतकों को भी जिला सकता है। और एक प्रकार से प्रतीक रूप में उन्होंने अपने पुत्र को फिर प्राप्त किया।
‘प्रभु ही प्राण लेने वाला, और वही प्राण देने वाला है! वही अधोलोक में ले जाने वाला, और वही मृतक को जिलाने वाला है।