यहूदा सिंह का बच्चा है। वह, मेरा पुत्र, शिकार पर लौट गया है; वह सिंह जैसा, सिंहनी के सदृश झुककर बैठा है; कौन उसको छेड़कर उठा सकता है?
यहेजकेल 32:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘ओ मानव, मिस्र के राजा फरओ के सम्बन्ध में एक शोक-गीत गा। तू उससे यह कहना: “ओ फरओ, तू राष्ट्रों में अपने को सिंह समझता था। लेकिन तू तो समुद्र के मगर के समान है! तू नदियों में फूत्कारें मारता है, पैरों से जल को मथकर उनको गंदला करता है। पवित्र बाइबल “मनुष्य के पुत्र, मिस्र के राजा के विषय में यह करुणगीत गाओ। उससे कहो: “‘तुमने सोचा था तुम शक्तिशाली युवा सिंह हो, राष्ट्रों में गर्व सहित टहलते हुए। किन्तु सचमुच समुद्र के दैत्य जैसे हो। तुम प्रवाह को धकेल कर रास्ता बनाते हो, और अपने पैरों से जल को मटमैला करते हो। तुम मिस्र की नदियों को उद्वेलित करते हो।’” Hindi Holy Bible हे मनुष्य के सन्तान, मिस्र के राजा फिरौन के विषय विलाप का गीत बनाकर उसको सुना: जाति जाति में तेरी उपमा जवान सिंह से दी गई थी, परन्तु तू समुद्र के मगर के समान है; तू अपनी नदियों में टूट पड़ा, और उनके जल को पांवों से मथकर गंदला कर दिया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “हे मनुष्य के सन्तान, मिस्र के राजा फ़िरौन के विषय विलाप का गीत बनाकर उसको सुना : जाति जाति में तेरी उपमा जवान सिंह से दी गई थी, परन्तु तू समुद्र के मगर के समान है; तू अपनी नदियों में टूट पड़ा, और उनके जल को पाँवों से मथकर गंदला कर दिया। सरल हिन्दी बाइबल “हे मनुष्य के पुत्र, मिस्र के राजा फ़रोह के बारे में एक विलापगीत लो और उसे सुनाओ: “ ‘जाति-जाति के लोगों के बीच तुम एक सिंह की तरह हो; समुद्र में तुम एक विशाल और विलक्षण प्राणी की तरह हो, तुम अपने सोतों में मजा लेते, पांव से पानी को मथते, और सोतों को कीचड़ से भर देते हो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “हे मनुष्य के सन्तान, मिस्र के राजा फ़िरौन के विषय विलाप का गीत बनाकर उसको सुना: जाति-जाति में तेरी उपमा जवान सिंह से दी गई थी, परन्तु तू समुद्र के मगर के समान है; तू अपनी नदियों में टूट पड़ा, और उनके जल को पाँवों से मथकर गंदला कर दिया। |
यहूदा सिंह का बच्चा है। वह, मेरा पुत्र, शिकार पर लौट गया है; वह सिंह जैसा, सिंहनी के सदृश झुककर बैठा है; कौन उसको छेड़कर उठा सकता है?
जब धार्मिक मनुष्य का दुर्जन के सम्मुख नैतिक पतन हो जाता है तब वह मानो कीचड़ भरा झरना, अथवा विष भरा जलकुण्ड बन जाता है।
उस दिन प्रभु अपनी मजबूत, कठोर और विशाल तलवार से वेगवान, वक्र सर्पासुर लिव्यातान को दण्ड देगा, वह समुद्र में रहने वाले जल-पशु का वध करेगा।
ओ प्रभु की भुजा! जाग! जाग! और अपने बल को धारण कर। जैसी तू प्राचीनकाल में, पुरानी पीढ़ियों के समय में जागी थी, वैसे आज भी जाग! ओ प्रभु की भुजा! क्या तू वही नहीं है जिसने रहब के टुकड़े-टुकड़े किए थे, जिसने जल-राक्षस को बेधा था?
एक सिंह अपनी झाड़ी से निकल पड़ा है; राष्ट्रों के विनाशक ने कूच का डंका बजाया है। वह अपने स्थान से बाहर निकला है। वह तुम्हारे देश को उजाड़ देगा; तुम्हारे नगरों को खण्डहर बना देगा, और वे निर्जन हो जाएंगे।
यह मिस्र है, जो नील नदी की तरह उठता है; वह महानदियों की बाढ़ के सदृश ऊंचा उठता है। वह कहता है, “मैं ऊपर उठूंगा और पृथ्वी को ढक लूंगा। मैं नगरों को नष्ट कर दूंगा, और उसके निवासियों का संहार कर दूंगा।”
वे शीघ्र आएं, और हमारे लिए रोएं, कि हमारी आंखों से भी आंसुओं की नदी बहने लगे, हमारी पलकें आंसुओं के सागर में डूब जाएं।
वे तेरे विषय में शोक-गीत रचेंगे, और वे तुझसे यह कहेंगे : ओ विख्यात महानगर! महा सागर के तट से तू लोप हो गया! समुद्र पर तेरा और तेरे निवासियों का एकछत्र अधिकार था। तेरे निवासियों के आतंक से भूमि-तट के निवासी कांप उठते थे।
उन्होंने तेरे प्रति अपना शोक प्रकट करने के लिए तुझ पर एक शोक-गीत रचा है। वे यह शोक-गीत गा रहे हैं: “सोर के सदृश समुद्र के मध्य में और किसका विनाश हुआ है?
‘ओ मानव, तू सोर नगर के राजा के लिए एक शोक-गीत लिख, और उसको सुना। तू उससे कहना, स्वामी-प्रभु यों कहता है: “तू सिद्ध राजा का प्रतीक था। तू बुद्धि से परिपूर्ण था। तू सर्वांग सुन्दर था।
उनका राज्य सब राज्यों में सबसे छोटा राज्य होगा। वह अन्य राष्ट्रों के सामने अपना सिर न उठा सकेगा। मैं मिस्री जाति की जन-संख्या इतनी कम कर दूंगा कि वे अन्य राष्ट्रों पर फिर कभी शासन न कर सकेंगे।
तू उनसे यह कहना, स्वामी-प्रभु यों कहता है : “ओ मिस्र देश के राजा फरओ, ओ नील नदी की जलधाराओं में शयन करनेवाले महा जलचर! तू कहता है कि नील नदी तेरी है और तूने उसको बनाया है। सुन, मैं तेरे विरुद्ध हूं।
‘यही वह शोक-गीत है, जो फरओ के विनाश पर गाया जाएगा। मिस्र राष्ट्र की कन्याएं इसको गाएंगी। प्रभु-स्वामी कहता है, वे मिस्र देश और उसकी विशाल प्रजा के पतन पर यही शोक-गीत गाएंगी।’
‘ओ मानव, मिस्र की विशाल प्रजा के विनाश के कारण विलाप कर। मिस्र देश और प्रतापी राष्ट्रों की कन्याओं को अधोलोक में कबर में पड़े हुए मृतकों के पास उतार दे।
क्या यह उचित बात है कि तुम हरे-भरे चरागाह को चर लो और पेट भरने के बाद शेष चरागाह को अपने पैरों से रौंद दो? स्वच्छ जल को पीने के बाद पैरों से उसको गंदला कर दो? क्या तुम्हारा यह कार्य ठीक है?
शबा और ददान देशों के निवासी तथा तर्शीश महानगर तथा उसके गांवों के व्यापारी, वस्तुत: सब व्यापार करने वाले तुझसे पूछेंगे, “क्या आप लूटने के लिए आए हैं? जो आपने यह विशाल सेना इकट्ठी की है, वह क्या केवल लूट का माल ढोने के लिए है? क्या आपने इस सेना को सोना, चांदी, पशु, माल-सम्पत्ति ढोने, यह बड़ी लूट ले जाने के लिए एकत्र किया है?”
वह घात लगाकर बैठता है, वह सिंह के सदृश, अथवा सिंहनी के समान लेटता है। कौन उसको उठा सकता है? ओ याकूब, तुझे आशिष देने वाला स्वयं आशिष प्राप्त करे। किन्तु तुझे श्राप देनेवाला स्वयं श्रापित हो।’
“जो मेरी ये बातें सुनता और उन पर चलता है, वह उस समझदार मनुष्य के सदृश है, जिसने चट्टान पर अपना घर बनवाया था।