धार्मिक व्यक्ति खजूर वृक्ष के समान फलते-फूलते हैं; वे लबानोन प्रदेश के देवदार-जैसे बढ़ते हैं।
यहेजकेल 31:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैंने तुमको लबानोन के देवदार के विशाल वृक्ष के समान विकसित किया है, जिसकी सुन्दर शाखाएं होती हैं, जो सघन वन के समान शीतल छाया देता है; जिसकी ऊंचाई आसमान को छूती है, जिसकी चोटी बादलों में छिप जाती है। पवित्र बाइबल अश्शूर, लबानोन में, सुन्दर शाखाओं सहित एक देवदार का वृक्ष था। वन की छाया—युक्त और अति ऊँचा एक देवदार का वृक्ष था। इसके शिखर जलद भेदी थे! Hindi Holy Bible देख, अश्शूर तो लबानोन का एक देवदार था जिसकी सुन्दर सुन्दर शाखें, घनी छाया देतीं और बड़ी ऊंची थीं, और उसकी फुनगी बादलों तक पहुंचती थी। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) देख, अश्शूर तो लबानोन का एक देवदार था जिसकी सुन्दर सुन्दर शाखें, घनी छाया देतीं और बड़ी ऊँची थीं; और उसकी फुनगी बादलों तक पहुँचती थी। सरल हिन्दी बाइबल अश्शूर पर विचार करो, जो एक समय लबानोन का देवदार था, उसकी शाखाएं सुंदर और बंजर भूमि को छाया प्रदान करती थी; यह पेड़ बहुत ऊंचा था, इसकी चोटी घने पत्तों के ऊपर थी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 देख, अश्शूर तो लबानोन का एक देवदार था जिसकी सुन्दर-सुन्दर शाखें, घनी छाया देतीं और बड़ी ऊँची थीं, और उसकी फुनगी बादलों तक पहुँचती थी। |
धार्मिक व्यक्ति खजूर वृक्ष के समान फलते-फूलते हैं; वे लबानोन प्रदेश के देवदार-जैसे बढ़ते हैं।
तूने अपने दूतों के द्वारा मुझ-स्वामी का उपहास किया। तूने यह कहा, “मैं अपने असंख्य रथों पर पहाड़ों की ऊंचाई नाप चुका हूं; मैं लबानोन की चोटी को चूम चुका हूं। मैं लबानोन वन-प्रदेश के ऊंचे-से-ऊंचे देवदार वृक्षों को, उसके सुन्दर-से-सुन्दर सनोवर वृक्षों को काट चुका हूं। मैं लबानोन के दूरस्थ कोनों में, उसके वन-प्रान्तर में प्रवेश कर चुका हूं।
वह मानो कल-कल करते झरने के तट पर रोपा गया वृक्ष है; जिसकी जड़ें गहरे पानी में होती हैं। जब दोपहर के सूरज की प्रखर किरणें उस पर पड़ती हैं, तब वह उनकी गर्मी से नहीं मुरझाता; उसके पत्ते सदा हरे बने रहते हैं। वर्षा न होने पर भी उनको चिन्ता नहीं होती, क्योंकि वह सूखा पड़ने पर भी फलता है।
अत: इस्राएल का परमेश्वर, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है : जैसे मैंने असीरिया के राजा को दण्ड दिया था, वैसे ही अब मैं बेबीलोन के राजा और उसके देश को दण्ड देने वाला हूं।
स्वामी-प्रभु यों कहता है : ‘मैं भी देवदार वृक्ष की ऊंची फुनगी से एक टहनी लूंगा, और उसको भूमि पर लगाऊंगा। मैं उसकी सबसे ऊंची शाखा में से एक टहनी तोड़ूंगा, और उसको एक बहुत ऊंचे पहाड़ पर लगाऊंगा।
उसकी मोटी-मोटी टहनियां राजा के राज-दण्ड बनने के योग्य थीं। वह इतनी ऊंची थी, कि आकाश को छूने लगी। अपनी ऊंचाई और घनी शाखाओं के कारण वह राहगीरों को विस्मित करने लगी।
“स्वामी-प्रभु यों कहता है: ओ देवदार, तेरी ऊंचाई आसमान को छू रही है; तेरी चोटी बादलों से ढक गई है। अपनी ऊंचाई के कारण तेरा हृदय घमण्ड से फूल उठा है।
जब वह जड़ से उखड़ेगा और भूमि पर गिरेगा तब उसके धमाके से सब राष्ट्रों के दिल कांप उठेंगे। मैं कबर में जानेवाले मृतक के समान उसको अधोलोक में फेंक दूंगा। तब अदन की वाटिका के वृक्ष तथा लबानोन के सर्वोत्तम वृक्ष, जिनको भरपूर पानी मिलता है, अधोलोक में शान्ति की सांस लेंगे।
वे भी उसके साथ अधोलोक में जाएंगे। वहां जाएंगे, जहां तलवार से वध किए हुए मृतक पड़े होंगे। उसके पतन से उसकी छाया में रहनेवाले राष्ट्र भी नष्ट हो जाएंगे।
यों देवदार बढ़ता जाता है, और जंगल के सब वृक्षों में सबसे ऊंचा हो जाता है। उसकी टहनियां खूब बढ़ती हैं; शाखाएं लम्बी-लम्बी हो जाती हैं; क्योंकि उसकी जड़ों को भरपूर पानी मिलता है।
आकाश के पक्षी, उसकी टहनियों पर घोंसले बनाते हैं। उसकी छाया में जंगल के पशु अपने बच्चों के साथ बसेरा करते हैं। संसार की जातियां भी उसकी छाया में निवास करती हैं। ओ फरओ, तू और तेरी प्रजा ऐसा ही विशाल देवदार वृक्ष हैं।
इस देवदार की तुलना में परमेश्वर के उद्यान के देवदार कुछ भी नहीं हैं; और न सनोवर के पेड़ उसकी टहनियों की बराबरी कर सकते हैं। उसकी शाखाओं की तुलना में चिनार पेड़ भी तुच्छ हैं। वह इतना सुन्दर है कि परमेश्वर के उद्यान का एक भी वृक्ष उसकी सुन्दरता की बराबरी नहीं कर सकता है।
‘देखो, असीरिया भी पड़ा है, और उसके साथ हैं उसके योद्धा। उसके चारों और कबरों का ढेर है। ये सब तलवार से मारे गए हैं।
जब मैं पलंग पर लेटा हुआ था, तब मैंने ये दर्शन देखे: मैंने देखा कि पृथ्वी के बीचोंबीच एक पेड़ है और उस पेड़ की ऊंचाई बहुत ऊंची है।
उसकी पत्तियां दिखने में सुन्दर थीं और वह फलों से लदा था। उसमें इतने फल थे कि सब प्राणी उनको खाकर तृप्त हो सकते थे। उसकी छांव में सब वन-पशु बसेरा कर रहे थे। उसकी शाखाओं पर आकाश के पक्षियों ने घोंसले बना लिए थे। पृथ्वी के प्राणी उसका फल खाकर अपना भरण-पोषण करते थे।
तब मेरे आदेश के अनुसार ज्योतिषी, तांत्रिक, शकुन विचारनेवाले और कसदी पंडित मेरे महल में आए। मैंने उन्हें अपना स्वप्न बताया, किन्तु वे उसका अर्थ मुझ पर प्रकट नहीं कर सके।
प्रभु उत्तर की ओर अपना हाथ उठाएगा, और असीरिया देश को नष्ट करेगा, वह नीनवे नगर को उजाड़ देगा, नीनवे नगर मरुस्थल के समान शुष्क बनेगा।
ओ लबानोन! अपने प्रवेश-द्वार खोल, जिससे अग्नि तेरे नगरों में प्रवेश करे, और तेरे देवदार के वृक्षों को भस्म कर दे।
ओ सनोवर के वृक्षो, विलाप करो; क्योंकि देवदार के वृक्ष गिर गए; बड़े-बड़े वृक्ष नष्ट हो गए। ओ बाशान क्षेत्र के बांज वृक्षो, छाती पीटो; क्योंकि शत्रुओं ने सघन वन को काट दिया।
कांटेदार झाड़ी ने उनसे कहा, “यदि तुम सचमुच मुझे अपने ऊपर राजा अभिषिक्त कर रहे हो तो आओ, मेरी छाया में आश्रय लो। यदि नहीं, तो मुझ कांटेदार झाड़ी से आग निकले और लबानोन प्रदेश के देवदार वृक्षों को भस्म कर दे।”