यहेजकेल 27:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सीदोन और अर्वद नगरों के रहनेवाले तेरे मांझी हैं। तेरे नाविक सेमेर जाति के निपुण कारीगर हैं जो तुझ में प्रवास करते हैं। पवित्र बाइबल सीदोन और अर्वद के निवासियों ने तुम्हारे लिये तुम्हारी नावों को खेया। सोर तुम्हारे बुद्धिमान व्यक्ति तुम्हारे जहाज़ों के चालक थे। Hindi Holy Bible तेरे खेने वाले सीदोन और अर्बद के रहने वाले थे; हे सोर, तेरे ही बीच के बुद्धिमान लोग तेरे मांझी थे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तेरे खेनेवाले सीदोन और अर्वद के रहनेवाले थे; हे सोर, तेरे ही बीच के बुद्धिमान लोग तेरे माँझी थे। सरल हिन्दी बाइबल सीदोन और आरवद के लोग तुम्हारे मल्लाह थे; हे सोर, तुम्हारे निपुण लोग नाविक के रूप में जहाज़ पर थे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तेरे खेनेवाले सीदोन और अर्वद के रहनेवाले थे; हे सोर, तेरे ही बीच के बुद्धिमान लोग तेरे माँझी थे। |
‘जबूलून समुद्र के तट पर निवास करेगा। वह जलयानों के लिए बन्दरगाह बनेगा, उसके राज्य की सीमा सीदोन देश तक होगी।
अब आप आदेश दीजिए कि लबानोन प्रदेश के देवदार के वृक्ष मेरे लिए काटे जाएं। मेरे सेवक भी आपके सेवकों के साथ पेड़ काटेंगे। जो मजदूरी आप अपने सेवकों के लिए निश्चित करेंगे, वह मैं आपके सेवकों को दूंगा। आप जानते हैं कि हमारे मध्य में सीदोनियों के समान लकड़ी काटने वाले मजदूर नहीं हैं।’
हीराम ने जहाजी बेड़े में अपने सेवकों को, जो नाविक थे और समुद्र-मार्ग से परिचित थे, सुलेमान के सेवकों के साथ भेजा।
मैंने कलनो नगर के साथ भी वैसा ही किया, जैसा कर्कमीश नगर के साथ किया था। मैंने हमात और सामरी नगर को भी अरपद और दमिश्क नगर के समान नष्ट किया था।
प्रभु ने दमिश्क नगर के सम्बन्ध में यह कहा : ‘जब हमात और अर्पद नगरों ने ये दु:खद समाचार सुने तब वे हताश हो गए। डर से उनके हाथ-पैर फूल गए, वे अशान्त सागर के समान कांपने लगे। अशांत सागर को कौन शान्त कर सकता है?
तेरी शहरपनाह की चौकसी अर्वद नगर के सैनिक करते थे, जो तेरी सेना में भरती हुए थे। गम्मद नगर के निवासी भी तेरी सेवा में थे जो तेरी मीनारों में पहरा देते थे। तेरी दीवारों से उनके शिरस्त्राण और ढाल लटकते थे। उनके कारण तेरा सौन्दर्य परिपूर्ण हुआ था।
प्रभु ने उन्हें इस्राएलियों के अधिकार में कर दिया, और उन्होंने उत्तर दिशा में महा सीदीन तथा मिसरपोत-मयिम तक और पूर्व दिशा में मिस्पेह की घाटी तक उनका पीछा किया और उन्हें मारा। जब तक शत्रु-सेना का एक भी व्यक्ति जीवित नहीं बचा तब तक वे उन्हें मारते रहे।