यहूदा प्रदेश के राजा यहोयाकीन की कैद का सैंतीसवां वर्ष था। इस वर्ष एबील मरोदक ने बेबीलोन पर राज्य करना आरम्भ किया। उसने इस वर्ष के बारहवें महीने के सत्ताइसवें दिन यहूदा प्रदेश के राजा यहोयाकीन को क्षमा प्रदान कर कारागार से मुक्त कर दिया।
यहेजकेल 21:26 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) स्वामी-प्रभु यों कहता है: तू अपनी पगड़ी उतार दे। अपने सिर से मुकुट अलग कर। तू पहले जैसा अधिपति नहीं रहा। जो नीचा है, उसे ऊंचा कर; और जो ऊंचा है, उसे नीचा। पवित्र बाइबल मेरा स्वामी यहोवा यह सन्देश देता है, “पगड़ी उतारो! मुकुट उतारो! परिवर्तन का समय आ पहुँचा है! महत्वपूर्ण प्रमुख नीचे लाए जाएंगे और जो लोग महत्वपूर्ण नहीं है, वे महत्वपूर्ण बनेंगे। Hindi Holy Bible तेरे विषय में परमेश्वर यहोवा यों कहता है, पगड़ी उतार, और मुकुट भी उतार दे; वह ज्यों का त्यों नहीं रहने का; जो नीचा है उसे ऊंचा कर और जो ऊंचा है उसे नीचा कर। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तेरे विषय में परमेश्वर यहोवा यों कहता है : पगड़ी उतार, और मुकुट भी उतार दे; वह ज्यों का त्यों नहीं रहने का; जो नीचा है उसे ऊँचा कर और जो ऊँचा है उसे नीचा कर। सरल हिन्दी बाइबल परम प्रधान याहवेह का यह कहना है: अपनी पगड़ी उतार दो, मुकुट को हटा दो. जैसे स्थिति पहले थी, वैसे अब न रहेगी: नीचे दर्जे के लोग ऊंचे किए जाएंगे और जो ऊंचे दर्जे के हैं, वे नीचे किए जाएंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तेरे विषय में परमेश्वर यहोवा यह कहता है: पगड़ी उतार, और मुकुट भी उतार दे; वह ज्यों का त्यों नहीं रहने का; जो नीचा है उसे ऊँचा कर और जो ऊँचा है उसे नीचा कर। (भज. 75:7) |
यहूदा प्रदेश के राजा यहोयाकीन की कैद का सैंतीसवां वर्ष था। इस वर्ष एबील मरोदक ने बेबीलोन पर राज्य करना आरम्भ किया। उसने इस वर्ष के बारहवें महीने के सत्ताइसवें दिन यहूदा प्रदेश के राजा यहोयाकीन को क्षमा प्रदान कर कारागार से मुक्त कर दिया।
कसदी सैनिकों ने राजा को बन्दी बनाया। वे उसको रिब्लाह नगर में बेबीलोन के राजा के पास लाए। वहां उसको दण्ड दिया गया।
क्योंकि नकदी रुपया-पैसा सदा टिकता नहीं, और न मनुष्य का गौरव पीढ़ी से पीढ़ी तक बना रहता है।
तू अपने अनेक टोने-टोटकों को, भारी-भारी तन्त्र-मन्त्र को, जिनका अभ्यास तू बचपन से कर रही है, अब उनको उपयोग में ला; सम्भवत: वे सफल हो जाएं, हो सकता है, तू उनसे आतंक फैला दे।
राजा और राजमाता से यह कहो: ‘महाराज और राजमाता, सिंहासन पर नहीं, वरन् अब भूमि पर बैठिए; क्योंकि आपके सिर से सुन्दर मुकुट उतार लिया गया है!’
स्वतंत्र राष्ट्र का प्रतीक मुकुट हमारे सिर से नीचे गिर गया। धिक्कार है हमें! क्योंकि हमने पाप किया है।
तब विश्व के सब वृक्षों को ज्ञात होगा कि मैं-प्रभु छोटे वृक्ष को बड़ा बनाता हूं, और बड़े वृक्ष को छोटा! मैं हरे वृक्ष को सुखा डालता हूं और सूखे हुए वृक्ष को हरा-भरा कर देता हूं। मेरी यही वाणी है। मैं-प्रभु जो कहता हूं, उसको पूरा करता हूं।’
मीकाह के घर में एक देव-स्थान था। उसने एपोद और गृह-देवता की मूर्तियाँ बनाईं, और अपने एक पुत्र को पुरोहित-पद पर प्रतिष्ठित कर दिया। पुत्र उसका पुरोहित हो गया।