‘तू दिन के समय उनकी अगुवाई मेघ-स्तम्भ के रूप में करता था; रात के समय अग्नि-स्तम्भ के द्वारा तू उनका मार्ग आलोकित करता था, जिससे वे सही मार्ग को पहचानकर उस पर चल सकें।
यहेजकेल 20:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उसी दिन मैंने उनसे यह भी शपथ खाई थी: “ओ इस्राएलियो, मैंने तुम्हारे लिए एक देश ढूंढ़ लिया है, जो विश्व के देशों में सर्वश्रेष्ठ है। उसमें दूध और शहद की नदियां बहती हैं। मैं तुम को मिस्र देश की गुलामी से मुक्त कर उस देश में ले जाऊंगा।” पवित्र बाइबल उस दिन मैंने तुम्हें मिस्र से बाहर लाने का वचन दिया था और मैं तुमको उस प्रदेश में लाया जिसे मैं तुम्हें दे रहा था। वह एक अच्छा देश था जो अनेक अच्छी चीजों से भरा था। यह सभी देशों से अधिक सुन्दर था! Hindi Holy Bible उसी दिन मैं ने उन से यह भी शपथ खाई, कि मैं तुम को मिस्र देश से निकाल कर एक देश में पहुंचाऊंगा, जिसे मैं ने तुम्हारे लिये चुन लिया है; वह सब देशों का शिरोमणि है, और उस में दूध और मधु की धाराएं बहती हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसी दिन मैं ने उन से यह भी शपथ खाई, कि मैं तुम को मिस्र देश से निकालकर एक देश में पहुँचाऊँगा, जिसे मैं ने तुम्हारे लिये चुन लिया है; वह सब देशों का शिरोमणि है, और उसमें दूध और मधु की धाराएँ बहती हैं। सरल हिन्दी बाइबल उस दिन मैंने उनसे शपथ खाई कि मैं उन्हें मिस्र देश से निकालकर एक ऐसे देश में ले आऊंगा, जिसे मैंने उनके लिये खोजा था, एक ऐसा देश जिसमें दूध और मधु की धाराएं बहती हैं, और जो सब देशों से सुंदर है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसी दिन मैंने उनसे यह भी शपथ खाई, कि मैं तुम को मिस्र देश से निकालकर एक देश में पहुँचाऊँगा, जिसे मैंने तुम्हारे लिये चुन लिया है; वह सब देशों का शिरोमणि है, और उसमें दूध और मधु की धाराएँ बहती हैं। |
‘तू दिन के समय उनकी अगुवाई मेघ-स्तम्भ के रूप में करता था; रात के समय अग्नि-स्तम्भ के द्वारा तू उनका मार्ग आलोकित करता था, जिससे वे सही मार्ग को पहचानकर उस पर चल सकें।
‘प्रभु, तूने मिस्र देश में हमारे पूर्वजों के दु:ख-कष्ट देखे थे; तूने लाल-सागर के तट पर उनकी दुहाई सुनी थी।
उसका पवित्र पर्वत, जिसकी उठान सुन्दर है, समस्त पृथ्वी के हर्ष का कारण है। सियोन पर्वत श्रेष्ठ पर्वत है, और वह राजाधिराज का नगर है।
जब प्रभु तुम्हें कनानी, हित्ती, अमोरी, हिव्वी और यबूसी जातियों के देश में ले जाएगा, जिसको प्रदान करने की शपथ उसने तुम्हारे पूर्वजों से खाई थी, जिसमें दूध और शहद की नदियाँ बहती हैं, तब तुम इसी महीने में प्रस्तुत धर्मविधि का पालन करना।
मैं वचन देता हूं कि तुम्हें मिस्र देश की पीड़ित दशा से निकालकर कनानी, हित्ती, अमोरी, परिज्जी, हिव्वी, और यबूसी जातियों के देश में, ऐसे देश में ले जाऊंगा, जहां दूध और शहद की नदियां बहती हैं।”
मैं मिस्र-निवासियों के हाथ से उन्हें मुक्त करने के लिए, इस देश से निकालकर उन्हें एक अच्छे और विशाल देश में, ऐसे देश में जहां दूध और शहद की नदियां बहती हैं, अर्थात् कनानी, हित्ती, अमोरी, परिज्जी, हिव्वी और यबूसी जातियों के देश में ले जाने के लिए उतर आया हूं।
इसलिए, जाओ, दूध और शहद की नदियों के देश में जाओ। परन्तु मैं स्वयं तुम्हारे मध्य में आगे-आगे नहीं जाऊंगा। ऐसा न हो कि मैं तुम्हें मार्ग में भस्म कर दूँ; क्योंकि ये ऐंठी गरदन के लोग हैं।’
मैं तुम्हें उस देश में लाऊंगा, जिसे अब्राहम, इसहाक और याकूब को प्रदान करने के लिए मैंने शपथ खाई थी। मैं तुम्हें उसे प्रदान करूंगा कि तुम्हारा उस पर अधिकार हो। मैं प्रभु हूं।” ’
ओ यिर्मयाह, तू उनसे यह कहना: यदि तुम मेरे इस विधान के अनुसार आचरण करोगे, तो मैं अपनी शपथ को पूरा करूँगा जो मैंने तुम्हारे पूर्वजों से खायी थी कि मैं उनको दूध और शहद की नदियों वाला देश दूंगा; देख, वह शपथ आज पूरी हुई।’ मैंने उत्तर दिया, ‘प्रभु आमेन’
‘ओ इस्राएली कौम, मैंने सोचा था कि तुझे अपने ही लोगों के मध्य प्रतिष्ठित करूंगा, तुझे एक उपजाऊ देश प्रदान करूंगा, जो सब देशों में सर्वोत्तम होगा। मैं सोचता था, तू मुझे अपना पिता मानेगी, और मेरा अनुसरण करना नहीं छोड़ेगी।
तूने उनको यह देश दिया था। तूने इस्राएलियों के पूर्वजों से यह शपथ भी खाई थी कि तू उन को ऐसा देश देगा, जहां दूध और शहद की नदियां बहती हैं।
इसके अतिरिक्त मैंने निर्जन प्रदेश में उनसे शपथ खाई कि जो देश मैंने उनको दे दिया है, जो विश्व का सर्वश्रेष्ठ देश है, जहां दूध और शहद की नदियां बहती हैं, उस देश में मैं उनको नहीं लाऊंगा,
इसके अतिरिक्त, मैंने निर्जन प्रदेश में उनसे शपथ खाई कि मैं उनको राष्ट्रों के मध्य बिखेर दूंगा, विश्व के देशों में उनको तितर-बितर कर दूंगा।
जब मैं तुम्हें इस्राएल देश में लाऊंगा, जिस को देने की प्रतिज्ञा मैंने तुम्हारे पूर्वजों से की थी, तब तुम्हें ज्ञात होगा कि मैं ही प्रभु हूं।
और तब उनसे यह कह : स्वामी-प्रभु यों कहता है : जिस दिन मैंने इस्राएल को चुना था, उस दिन मैंने याकूब के वंश से शपथ खाई थी। मैंने मिस्र देश में उन पर स्वयं को प्रकट किया था। मैंने उनसे सौगन्ध खाकर कहा था, मैं ही तुम्हारा प्रभु परमेश्वर हूं।
तुम सब कुलों को बराबर-बराबर भूमि-क्षेत्र देना। मैंने तुम्हारे पूर्वजों से शपथ खाई थी कि यह देश उनको दूंगा। अत: इस देश पर तुम्हारा पैतृक अधिकार होगा।
इसलिए उत्तर देश का आक्रमणकारी राजा अपनी इच्छा के अनुसार सब राज्यों के साथ व्यवहार करेगा; उसका सामना करनेवाला कोई न होगा। वह हमारे “वैभव-सम्पन्न देश’ में पैर जमा लेगा, और समस्त देश पर उसका अधिकार हो जाएगा।
वह हमारे ‘वैभव-सम्पन्न देश’ में भी आएगा। हमारे देश के लाखों निवासी मौत के घाट उतारे जाएंगे। किन्तु एदोम और मोआब तथा अम्मोन देश का मुख्य भाग उसके विनाशकारी हाथ से बच जाएंगे।
“इन चार सींगों में से एक सींग से एक और छोटा सींग निकला। वह दक्षिण , पूर्व और हमारे “वैभव सम्पन्न देश” की ओर बढ़ता गया, और अत्यन्त शक्तिशाली बन गया।
परन्तु मैंने तुमसे कहा है, “तुम उनके देश पर अधिकार करोगे। मैं उनके देश को तुम्हें दूंगा कि तुम उस पर अधिकार करो। उस देश में दूध और शहद की नदियां बहती हैं।” मैं प्रभु, तुम्हारा परमेश्वर हूँ, जिसने तुम्हें अन्य जातियों से अलग कर पवित्र किया है।
मैंने उन्हें बवण्डर के द्वारा अनेक राष्ट्रों में जिन्हें वे नहीं जानते थे, बिखेर दिया। उनका देश जिसको उन्हें छोड़ना पड़ा, उजड़ गया। उस उजड़े देश में किसी ने कदम भी नहीं रखा। हरा-भरा देश उजाड़ हो गया।” ’
उन्होंने मूसा को वृत्तान्त सुनाया। उन्होंने कहा, ‘जिस देश में आपने हमें भेजा था, उसमें हम गए। निस्संदेह उसमें दूध और शहद की नदियाँ बहती हैं। देखिए, ये उस देश के फल हैं।
यदि प्रभु हम पर प्रसन्न होगा तो वह हमें उस देश में प्रवेश कराएगा। वह हमें उस देश को प्रदान करेगा जहाँ दूध और शहद की नदियाँ बहती हैं।
प्रभु की आज्ञाओं का पालन करने से उस देश में तुम्हारी आयु लम्बी होगी। प्रभु ने शपथ खाई थी कि वह दूध और शहद की नदियों वाला देश तुम्हारे पूर्वजों और उनके वंशजों को प्रदान करेगा।
तू अपने पवित्र निवास स्थान से, स्वर्ग से हम पर दृष्टि कर। अपने निज लोग इस्राएलियों को, इस देश की भूमि को, जो तूने हमें दी है, दूध और शहद की नदियों वाले हमारे इस देश को, जो तूने हमारे पूर्वजों से खायी हुई शपथ के अनुसार हमें प्रदान किया है आशिष दे।”
उसने हमें इस स्थान पर पहुंचाया, और हमें यह देश प्रदान किया जहां दूध और शहद की नदियां बहती हैं।
नदी को पार करने के पश्चात् जब तुम उस देश में प्रवेश करोगे, जो तुम्हारा प्रभु परमेश्वर तुम्हें प्रदान कर रहा है, जो दूध और शहद की नदियों वाला देश है और जिसके विषय में प्रभु परमेश्वर ने तुम्हारे पूर्वजों से कहा था, तब तुम उन पत्थरों पर इस व्यवस्था की सब बातों को लिखना।
कृपाकर मुझे उस पार जाने दे, यर्दन नदी के उस पार के उत्तम देश, उस उत्तम पहाड़ी प्रदेश, और लबानोन के दर्शन कर लेने दे।”
जब मैं उन्हें दूध और शहद की नदियों वाले देश में पहुँचा दूंगा, जिसकी शपथ मैंने उनके पूर्वजों से खाई थी, और जब वे भरपेट खाकर तृप्त होंगे, उनकी देह पर चर्बी चढ़ जाएगी, तब वे दूसरे देवताओं की ओर उन्मुख हो जाएंगे और उनकी पूजा करेंगे। वे मेरा तिरस्कार करेंगे। वे मेरे विधान को भंग करेंगे।
जब सर्वोच्च परमेश्वर ने राष्ट्रों को उनका पैतृक-अधिकार बांटा, मानव-समूहों को अलग-अलग किया, तब उसने ईश-पुत्रों की संख्या के अनुसार विभिन्न जातियों की राज्य-सीमाएं निश्चित कर दीं।
अत: ओ इस्राएल, इन्हें सुन, और इनका पालन करने के लिए सदा तत्पर रह! इससे तेरा भला होगा और जैसा तेरे पूर्वजों का प्रभु परमेश्वर तुझसे बोला था, उसके अनुसार तू दूध और शहद की नदियोंवाले देश में असंख्य हो जाएगा।
जब तक समस्त इस्राएली कौम के पुरुषों की, मिस्र देश से बाहर निकलने वाले सैनिकों की, मृत्यु नहीं हुई, तब तक वे चालीस वर्ष तक निर्जन प्रदेश में भटकते रहे, क्योंकि उन्होंने प्रभु की वाणी नहीं सुनी थी। प्रभु ने शपथ खाई कि वह उन्हें उस देश के, दूध और शहद की नदियों वाले देश के, दर्शन नहीं कराएगा, जिसको प्रदान करने की शपथ उसने उनके पूर्वजों से खाई थी।