वह आग में भस्म हो गई है। वह काट डाली गई है। शत्रु तेरे मुख की ताड़ना से नष्ट हो जाएँ।
यहेजकेल 15:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) नहीं, मानव, अंगूर-लता की लकड़ी केवल आग में जलाने के काम आती है। आग उसके दोनों छोरों को भस्म कर देती, और उसका बीच का भाग अधजला रह जाता है। बता, क्या वह किसी काम में आ सकती है? पवित्र बाइबल लोग उस लकड़ी को केवल आग में डालते हैं। कुछ सूखी लकड़ियाँ सिरों से जलना आरम्भ करती है, बीच का भाग आग से काला पड़ जाता है। किन्तु लकड़ी पूरी तरह नहीं जलती। क्या तुम उस जली लकड़ी से कोई चीज बना सकते हो Hindi Holy Bible वह तो ईन्धन बना कर आग में झोंकी जाती है; उसके दोनों सिरे आग से जल जाते, और उसके बीच का भाग भस्म हो जाता है, क्या वह किसी भी काम की है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वह तो ईंधन बनाकर आग में झोंकी जाती है; उसके दोनों सिरे आग से जल जाते, और उसके बीच का भाग भस्म हो जाता है, क्या वह किसी भी काम की है? सरल हिन्दी बाइबल और जब इसे आग में ईंधन के रूप में डाला जाता है और इसके दोनों छोर आग से जल जाते हैं और बीच का भाग झुलस जाता है, तब क्या वह किसी काम का रह जाती है? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वह तो ईंधन बनाकर आग में झोंकी जाती है; उसके दोनों सिरे आग से जल जाते, और उसके बीच का भाग भस्म हो जाता है, क्या वह किसी भी काम की है? |
वह आग में भस्म हो गई है। वह काट डाली गई है। शत्रु तेरे मुख की ताड़ना से नष्ट हो जाएँ।
शक्तिशाली व्यक्ति सन के रेशे की तरह, और उसकी बनाई गई प्रतिमा चिनगारी की तरह है। वस्तुत: दोनों एक साथ जल उठेंगे; उन्हें बुझानेवाला कोई न होगा।
वृक्ष की डालियाँ सूख गईं; वे टूट गईं स्त्रियाँ आती हैं, और उनसे आग जलाती हैं। यह एक विवेकहीन कौम है; अत: उसका सृजक उस पर दया नहीं करेगा; उनको रचनेवाला उन पर कृपा नहीं करेगा।
क्या बढ़ई उसकी लकड़ी से कुछ सामान बनाता है? क्या लोग उसकी खूंटी बनाते और उससे बरतन टांगते हैं?
इस प्रकार जब वह जली न थी, तब भी वह किसी काम की न थी। और अब जब आग में भस्म हो गई है, तब क्या वह किसी काम में आ सकती है?
इसलिए मैं! स्वामी-प्रभु यह कहता हूं : जैसे मैंने जंगल के सब पेड़ों की लकड़ी मनुष्य-जाति को ईंधन के लिए दी है, वैसे ही मैं यरूशलेम के निवासियों को शत्रु के हाथ में दे दूंगा; क्योंकि वे अंगूर-लता की लकड़ी के सदृश अनुपयोगी हो गए हैं।
किन्तु उसकी मोटी टहनी में से आग निकली, जिसने उसकी शाखाओं और फल को जला दिया। अब अंगूर लता में एक भी मोटी टहनी नहीं रही, जो राजा का राज-दण्ड बन सके! (यह एक शोक गीत है, और समाज में शोकगीत के रूप में प्रचलित है।)
‘जैसे मैंने सदोम और गमोरा नगरों को उलट-पुलट दिया था, वैसे ही तुम्हारे कुछ नगरों का पूर्ण ध्वंस किया। तुम आग से निकाली गई लकड़ी के समान झुलस गए। फिर भी तुम मेरी ओर नहीं लौटे।’ प्रभु ने यह कहा है।
देखो, वह दिन आ रहा है, जो धधकते तन्दूर के समान है। उस दिन सब अभिमानी और दुष्कर्मी भूसे के सदृश भस्म हो जाएंगे। स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यह कहता है: ‘आनेवाला दिन उन्हें जलाकर राख कर देगा, वे जड़-मूल से नष्ट हो जाएंगे।
वह हाथ में सूप ले चुके हैं। वह अपना खलिहान ओसा कर साफ करेंगे और अपना गेहूँ बखार में जमा करेंगे। किन्तु वह भूसी को कभी न बुझने वाली आग में जला देंगे।”
यदि कोई मुझ में नहीं रहता, तो वह डाली की तरह फेंक दिया जाता है और सूख जाता है। लोग ऐसी सूखी डालियाँ बटोर लेते हैं और आग में झोंककर जला देते हैं।
किन्तु यदि वह काँटे और ऊंटकटारे उगाती है, तो वह बेकार है। उस पर अभिशाप पड़ने वाला है और अन्त में उसे जलाया जायेगा।