प्रभु ने कहा, ‘मैं मनुष्य को पृथ्वी की सतह से मिटा दूंगा, जिसको मैंने रचा था। मैं मनुष्यों को, पशुओं को, रेंगनेवाले जन्तुओं और आकाश के पक्षियों को नष्ट करूंगा; क्योंकि मुझे इस बात का दु:ख है कि मैंने उन्हें बनाया।’
यहेजकेल 14:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘ओ मानव, जब किसी देश के निवासी अधर्म करने लगते हैं, और यों मुझ से विश्वासघात कर पाप करते हैं, तब मैं उनको दण्ड देने के लिए उन पर हाथ उठाता हूँ। मैं उनका “रोटी का आधार” तोड़ देता हूँ और उन पर अकाल भेजता हूं। मैं वहां से मनुष्य और पशु दोनों को नष्ट कर देता हूँ। पवित्र बाइबल “मनुष्य के पुत्र, मैं अपने उस राष्ट्र को दण्ड दूँगा जो मुझे छोड़ता है और मेरे विरुद्ध पाप करता है। मैं उनकी भोजन आपूर्ति बन्द कर दूँगा। मैं अकाल का समय उत्पन्न कर सकता हूँ और उस देश से मनुष्यों और पशुओं को बाहर कर सकता हूँ। Hindi Holy Bible हे मनुष्य के सन्तान, जब किसी देश के लोग मुझ से विश्वासघात कर के पापी हो जाएं, और मैं अपना हाथ उस देश के विरुद्ध बढ़ा कर उसका अन्नरूपी आधार दूर करूं, और उस में अकाल डालकर उस में से मनुष्य और पशु दोनों को नाश करूं, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “हे मनुष्य के सन्तान, जब किसी देश के लोग मुझ से विश्वासघात करके पापी हो जाएँ, और मैं अपना हाथ उस देश के विरुद्ध बढ़ाकर उसका अन्नरूपी आधार दूर करूँ, और उसमें अकाल डालकर उसमें से मनुष्य और पशु दोनों का नाश करूँ, सरल हिन्दी बाइबल “हे मनुष्य के पुत्र, यदि कोई देश विश्वासघात करके मेरे विरुद्ध पाप करता है और मैं उसके विरुद्ध अपना हाथ बढ़ाकर उसका भोजन-पानी बंद कर देता हूं और उस पर अकाल भेजकर उसके लोगों और जानवरों को मार डालता हूं, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “हे मनुष्य के सन्तान, जब किसी देश के लोग मुझसे विश्वासघात करके पापी हो जाएँ, और मैं अपना हाथ उस देश के विरुद्ध बढ़ाकर उसका अन्नरूपी आधार दूर करूँ, और उसमें अकाल डालकर उसमें से मनुष्य और पशु दोनों को नाश करूँ, |
प्रभु ने कहा, ‘मैं मनुष्य को पृथ्वी की सतह से मिटा दूंगा, जिसको मैंने रचा था। मैं मनुष्यों को, पशुओं को, रेंगनेवाले जन्तुओं और आकाश के पक्षियों को नष्ट करूंगा; क्योंकि मुझे इस बात का दु:ख है कि मैंने उन्हें बनाया।’
‘हे मेरे परमेश्वर, मैं तेरी ओर अपनी आंखें नहीं उठा सकता, मैं लज्जित हूं; हमारे अपराधों का ढेर लग गया है, हमारे दुष्कर्म आकाश को छूने लगे हैं।
पृथ्वी शराबी के समान लड़खड़ा रही है; वह झोपड़ी जैसी डोल रही है। उस पर उसके अपराधों का भारी बोझ है, वह बोझ से दबकर गिर रही है; वह फिर नहीं उठेगी।
देखो, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु, स्वामी, यरूशलेम नगर से, यहूदा प्रदेश से जीवन का आधार और सहारा समस्त भोजन-वस्तु का आधार, सम्पूर्ण पेय-जल का आधार छीन रहा है।
तुम कहते हो कि यह देश कसदी सेना के हाथ में प्रभु ने सौंप दिया है, यह देश निर्जन हो गया है, मनुष्य और पशु यहां दिखाई नहीं देते; किन्तु मैं-प्रभु कहता हूं : इसी देश में लोग खेतों को पुन: खरीदेंगे।
तू यहूदा प्रदेश के राजा यहोयाकीम के विषय में यह लिखवाना : “प्रभु यों कहता है : तूने यह कह कर चर्मपत्र को जला दिया कि यिर्मयाह ने यह क्यों लिखा कि बेबीलोन का राजा निस्सन्देह यहां आक्रमण करेगा, और इस देश को उजाड़ देगा। वह मनुष्य और पशु दोनों को पूर्णत: नष्ट कर देगा।
नगर में भयंकर अकाल पड़ गया। यहूदा प्रदेश में लोगों के पास खाने को अन्न नहीं रहा। हाहाकार मच गया। अत: चौथे महीने की नौवीं तारीख को
इसलिए मैं-प्रभु स्वामी कहता हूं: इस स्थान पर, मनुष्य और पशु पर, मैदान के वृक्षों और भूमि की उपज पर मैं अपनी क्रोधाग्नि उण्डेलूंगा। वह सदा जलती रहेगी, और कभी न बुझेगी।’
‘हे प्रभु, देख; क्योंकि मैं संकट में हूं। मेरी अंतड़ियाँ ऐंठ रही हैं। मेरा हृदय व्याकुल हो उठा है; क्योंकि मैंने तेरे वचन से बहुत विद्रोह किया है। घर के बाहर तलवार से मैं निर्वंश होती हूं, और घर के भीतर मृत्यु विराज रही है।
यरूशलेम नगरी ने भयानक पाप किए थे, अत: सब उससे घृणा करने लगे। जो उसका आदर करते थे अब वे उसका अनादर करते हैं; क्योंकि उन्होंने उसकी नग्नता देख ली है। अब यरूशलेम नगरी स्वयं कराह रही है, और शर्म से अपना मुंह छिपा रही है।
‘ओ मानव, यदि मैं उस अधर्मी देश पर उसके शत्रु द्वारा तलवार चलवाऊं, उसके शत्रु को यह आदेश दूं, “इस देश के निवासियों को एक छोर से दूसरे छोर तक तलवार से मौत के घाट उतार दे” और यों मैं वहां से मनुष्य और पशु दोनों को नष्ट कर दूं;
‘ओ मानव, यदि मैं उस अधर्मी देश के मनुष्य और पशु दोनों को नष्ट करने के लिए उस पर महामारी का प्रकोप रूपी प्याला उण्डेलूं, क्रोध में आकर वहां खून की नदियां बहाऊं,
‘स्वामी-प्रभु यों कहता है : मैं यरूशलेम नगर को दण्ड देने के लिए उस पर चार विपत्तियां भेजूंगा : शत्रु की तलवार, अकाल, खूंखार पशु और महामारी। ये चारों विपत्तियां वहां से मनुष्य और पशु दोनों को नष्ट कर देंगी।
उन्होंने अधर्म कर मेरे प्रति विश्वासघात किया है। मैं उनके देश को उजाड़ दूंगा।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
‘ओ मानव, तू इस्राएल के वंशजों से बोल। तू उनसे यह कह, स्वामी-प्रभु यों कहता है : तुम्हारे पूर्वजों ने मेरे साथ विश्वासघात किया था, और यों मेरी और अधिक निन्दा की थी।
इसलिए स्वामी-प्रभु यों कहता है, मैं एदोम को दण्ड देने के लिए उस पर अपना हाथ उठाऊंगा, और उसके मनुष्य और पशु दोनों को नष्ट कर दूंगा। मैं उस को उजाड़ दूंगा। तेमान नगर से ददान नगर तक वे तलवार से मौत के घाट उतारे जाएंगे।
प्रभु ने मुझसे यह भी कहा, ‘ओ मानव! देख, मैं यरूशलेम में “रोटी के आधार” को तोड़ दूंगा। यरूशलेम के निवासी रोटी तौल-तौल कर और डरते हुए खाएंगे। वे पानी को मापकर पीएंगे, और पानी पीते समय भी वे चिंता में डूबे रहेंगे।
मैं तुझे नष्ट करने के लिए, तुझ पर अकाल के घातक तीर चलाऊंगा, विनाश के बाण मारूंगा, तुझ पर भयंकर से भयंकर अकाल लाऊंगा और तेरी “रोटी का आधार” तोड़ दूंगा।
मैं उन पर अपना विनाशकारी हाथ उठाऊंगा, और उनकी समस्त बस्तियों को − दक्षिण के निर्जन प्रदेश से उत्तर में रिबलाह नगर तक − सम्पूर्ण देश को उजाड़ और निर्जन बना दूंगा। तब उन्हें मालूम होगा कि मैं प्रभु हूं।’
तब उसने मुझसे कहा, ‘ओ मानव, यहूदा और इस्राएल प्रदेशों की जनता ने महादुष्कर्म किया है। उनका सारा देश रक्तपात से भर गया है। यरूशलेम नगर में अन्याय ही अन्याय दिखाई देता है। वे कहते हैं, “प्रभु हमारे देश को छोड़ कर चला गया है, वह हमें नहीं देखता है।”
हमने पाप किया। हमने दुष्कर्म किए, और तेरे प्रति दुष्ट व्यवहार किया। तेरी आज्ञाओं और आदेशों की अवहेलना कर तुझसे विद्रोह किया।
मैं तुम्हारे जीवन का आधार चूर-चूर कर दूंगा। दस स्त्रियां एक ही तन्दूर पर रोटियां बनाएंगी, और वे तुम्हें रोटी तौल-तौलकर देंगी। तुम रोटियां खाओगे, पर तृप्त नहीं होगे।