उसने प्रभु-भवन, राजमहल और यरूशलेम के मकानों में आग लगा दी। उसने यरूशलेम के सब बड़े मकान जला दिए।
यहेजकेल 10:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) फिर उसने लिपिक से कहा, जो सूती वस्त्र पहिने हुए था, ‘देख, करूबों के नीचे पहिए घूम रहे हैं। तू उनके बीच जा, और करूबों के मध्य से दोनों मुिट्ठयों में जलते हुए अंगारे उठा ला, और उनको यरूशलेम नगर के ऊपर बिखेर दे।’ वह मेरी आंखों के सामने भीतर गया। पवित्र बाइबल तब उस व्यक्ति ने जो सिंहासन पर बैठा था, सन के वस्त्र पहने हुए व्यक्ति से कहा, “तुफानी—बादल में आओ। करुब (स्वर्गदूत) के क्षेत्र में आओ। करुब (स्वर्गदूतों) के बीच से कुछ अंगारे अपने हाथ में लो। अपने हाथ में उन कोयलों को ले जाओ और जाकर उन्हें यरूशलेम नगर पर फेंक दो।” वह व्यक्ति मेरे पीछे चला। Hindi Holy Bible तब यहोवा ने उस सन के वस्त्र पहिने हुए पुरुष से कहा, घूमने वाले पहियों के बीच करूबों के नीचे जा और अपनी दोनों मुट्ठियों को करूबों के बीच के अंगारों से भर कर नगर पर छितरा दे। सो वह मेरे देखते देखते उनके बीच में गया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब यहोवा ने उस सन के वस्त्र पहिने हुए पुरुष से कहा, “घूमनेवाले पहियों के बीच करूबों के नीचे जा और अपनी दोनों मुट्ठियों को करूबों के बीच के अंगारों से भरकर नगर पर बिखेर दे।” अत: वह मेरे देखते देखते उनके बीच में गया। सरल हिन्दी बाइबल जो व्यक्ति मलमल का कपड़ा पहने हुए था, उससे याहवेह ने कहा, “करूबों के नीचे चक्कों के बीच में जाओ, और अपने हथेलियों को करूबों के बीच जलते कोयलों से भर लो और उनको शहर के ऊपर बिखेर दो.” और जैसे कि मैंने देखा, वह अंदर चला गया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब यहोवा ने उस सन के वस्त्र पहने हुए पुरुष से कहा, “घूमनेवाले पहियों के बीच करूबों के नीचे जा और अपनी दोनों मुट्ठियों को करूबों के बीच के अंगारों से भरकर नगर पर बिखेर दे।” अतः वह मेरे देखते-देखते उनके बीच में गया। |
उसने प्रभु-भवन, राजमहल और यरूशलेम के मकानों में आग लगा दी। उसने यरूशलेम के सब बड़े मकान जला दिए।
उस दिन प्रभु अपने भक्तों को अपनी तेजस्वी वाणी सुनाएगा और पृथ्वी की ओर नीचे आती हुई अपनी शक्तिशाली भुजा के दर्शन कराएगा। वह प्रचण्ड क्रोध, भस्मकारी ज्वाला, मेघों की गड़गड़ाहट, तूफान और ओलों की वर्षा में यह कार्य करेगा।
चारों जीवधारियों के मध्य में आग के जलते हुए अंगारों के समान कुछ था। वह जलती हुई मशाल के समान जीवधारियों के बीच यहाँ-वहाँ घूम रहा था। आग धधक रही थी, और उससे बिजली निकल रही थी।
जब करूब जाते थे, तब उनके बाजू में, साथ-साथ ये पहिये भी जाते थे। जब करूब भूमि से ऊपर उड़ने के लिए पंख फैलाते थे, तब भी पहिये उनके पास से दूर नहीं होते थे।
उसी समय मैंने देखा कि लिपिक, जिसकी कमर में कलम-दवात लटक रही थी, यह समाचार लाया, ‘प्रभु, जैसा तूने मुझे आदेश दिया था, वैसा ही मैंने कर दिया।’
“मैंने दर्शन में देखा कि सिंहासन रखे गए, और एक प्राचीन युग-पुरुष विराजमान हुआ। उसका परिधान बर्फ के सदृश सफेद था; और सिर के केश शुद्ध ऊन के समान उज्ज्वल थे। उसका सिंहासन अग्निमय था; और सिंहासन के पहिए धधकती हुई ज्वालाएं।
इसके बाद स्वर्गदूत ने धूपदान ले कर उसे वेदी की आग से भरा और पृथ्वी पर फेंक दिया। इस पर मेघगर्जन, वाणियाँ और बिजलियाँ उत्पन्न हुई और भूकम्प हुआ।