करूब अपने पंखों को इस प्रकार ऊपर फैलाएँ कि उनके पंखों से दया-आसन ढका रहे और उनके मुख आमने-सामने हों। करूबों के मुख दया-आसन की ओर रहेंगे।
यहेजकेल 1:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) किन्तु प्रत्येक प्राणी के चार मुंह और चार पंख थे। पवित्र बाइबल किन्तु हर एक प्राणी के चार मुख और चार पंख थे। Hindi Holy Bible परन्तु उन में से हर एक के चार चार मुख और चार चार पंख थे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु उन में से हर एक के चार चार मुख और चार चार पंख थे। सरल हिन्दी बाइबल पर इनमें से हर एक के चार-चार मुंह और चार-चार पंख थे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु उनमें से हर एक के चार-चार मुख और चार-चार पंख थे। |
करूब अपने पंखों को इस प्रकार ऊपर फैलाएँ कि उनके पंखों से दया-आसन ढका रहे और उनके मुख आमने-सामने हों। करूबों के मुख दया-आसन की ओर रहेंगे।
उसके ऊपर की ओर साराप स्वर्गदूत खड़े थे। प्रत्येक दूत के छ: पंख थे। वे दो पंखों से अपना मुंह ढके थे। उन्होंने दो पंखों से अपने पैर को ढांप लिया था; और शेष दो पंखों से वे उड़ रहे थे।
जब मैं जीवधारियों को देख रहा था तब मुझे एक पहिया दिखाई दिया, जो भूमि पर था। वस्तुत: चारों जीवधारियों की बाजू में एक-एक पहिया था, जो भूमि को स्पर्श कर रहा था।
आकाशमण्डल के नीचे, उनके पंख एक-दूसरे की ओर सीधे फैले हुए थे। वे अपने दो पंखों से अपना-अपना शरीर ढके हुए थे।
प्रत्येक प्राणी के चार मुंह थे : पहला मुंह करूब का, दूसरा मुंह मनुष्य का, तीसरा मुंह सिंह का और चौथा मुंह गरुड़ का था।