(उन्हीं दिनों में एदोम देश के राजा ने एलोत नगर को अपने देश में फिर मिला लिया। उसने यहूदा प्रदेश के नागरिकों को एलोत नगर से निकाल दिया। तब एदोम देश के नागरिक एलोत नगर में आए। वे वहां बस गए। वे आज भी वहां रहते हैं।)
यशायाह 9:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) पूर्व दिशा से सीरियाई सेना, पश्चिमी दिशा से पलिश्ती सेना इस्राएल पर आक्रमण करेंगी; वे मुंह फाड़कर इस्राएल को निगल जाएंगी। प्रभु का क्रोध इस विनाश के बाद भी शान्त नहीं होगा। विनाश के लिए उसका हाथ अब तक उठा हुआ है। पवित्र बाइबल यहोवा पूर्व से आराम के लोगों को और पश्चिम से पलिश्तियों को लायेगा। वे शत्रु अपनी सेना से इस्राएल को हरा देंगे। किन्तु परमेश्वर इस्राएल से तब कुपित रहेगा। यहोवा तब भी लोगों को दण्ड देने को तत्पर रहेगा। Hindi Holy Bible और उनके शत्रुओं को अर्थात पहिले आराम को और तब पलिश्तियों को उभारेगा, और वे मुंह खोल कर इस्राएलियों को निगल लेंगे। इतने पर भी उसका क्रोध शान्त नहीं हुआ और उसका हाथ अब तक बढ़ा हुआ है॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और उनके शत्रुओं को अर्थात् पहले अराम को और तब पलिश्तियों को उभारेगा, और वे मुँह खोलकर इस्राएलियों को निगल लेंगे। इतने पर भी उसका क्रोध शान्त नहीं हुआ और उसका हाथ अब तक बढ़ा हुआ है। सरल हिन्दी बाइबल पूर्व से अरामी और पश्चिम से फिलिस्तीनी जो मुंह खोलकर इस्राएल को निगल जाएंगे. यह सब होने पर भी उनका क्रोध शांत न होगा, और उनका हाथ उठा रहेगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और उनके शत्रुओं को अर्थात् पहले अराम को और तब पलिश्तियों को उभारेगा, और वे मुँह खोलकर इस्राएलियों को निगल लेंगे। इतने पर भी उसका क्रोध शान्त नहीं हुआ और उसका हाथ अब तक बढ़ा हुआ है। |
(उन्हीं दिनों में एदोम देश के राजा ने एलोत नगर को अपने देश में फिर मिला लिया। उसने यहूदा प्रदेश के नागरिकों को एलोत नगर से निकाल दिया। तब एदोम देश के नागरिक एलोत नगर में आए। वे वहां बस गए। वे आज भी वहां रहते हैं।)
पलिश्तियों ने भी शफेलाह के चरागाह, और यहूदा प्रदेश के दक्षिण क्षेत्र नेगेब के नगरों पर चढ़ाई कर इनको अपने अधिकार में कर लिया था, और वहां वे बस गए थे। नेगेब क्षेत्र के नगरों के नाम इस प्रकार हैं : बेतशमेश, अय्यालोन, गदेरोत, सोको और उसके गांव, तिम्ना और उसके गांव, तथा गिमजो और उसके गांव।
वस्तुत: तुम बन्दियों के मध्य दुबक कर बैठोगे; घात किए हुओं के ढेर में तुम्हारी भी लाश होगी! प्रभु का क्रोध इस विनाश के बाद भी शान्त नहीं होगा; विनाश के लिए उसका हाथ अब तक उठा हुआ है।
वे संगठित होकर पश्चिम दिशा में पलिश्ती देश पर आक्रमण करेंगे; वे मिलकर पूर्व दिशा के देशों को लूटेंगे। वे एदोम और मोआब को दबोचने के लिए अपने हाथ बढ़ाएंगे; अम्मोनी जाति उनके आदेश का पालन करेगी।
ओ इस्राएलियो, धिक्कार है तुम्हें! तुम मिस्र-देश से सहायता मांगने जाते हो; तुम उसकी अश्व-शक्ति का सहारा लेते हो। तुम्हें उसके रथों पर भरोसा है; क्योंकि उसके पास असंख्य रथ हैं। तुम्हें उसके घुड़सवारों पर विश्वास है; क्योंकि वे बहुत बलवान हैं। ओ इस्राएलियो, धिक्कार है तुम्हें! तुम इस्राएल के पवित्र परमेश्वर की ओर सहायता के लिए नहीं देखते; तुम प्रभु का मार्गदर्शन नहीं खोजते।
अत: प्रभु का क्रोध अपने लोगों के विरुद्ध भड़क उठा। उसने उन पर हाथ उठाया, और उन पर प्रहार किया। पहाड़ हिल उठे। उनकी लाशें कूड़ा-कचरा-सी सड़कों पर बिछ गईं। इस विनाश के बाद भी उसका क्रोध शान्त नहीं हुआ, और प्रहार के निमित्त उसका हाथ उठा रहा।
अत: स्वामी इन लोगों के नवयुवकों से प्रसन्न नहीं है, और न वह उनके अनाथ बच्चों पर, और न उनकी विधवा स्त्रियों पर दया करता है। ये सब भक्तिहीन और कुकर्मी हैं; हर आदमी मूर्खतापूर्ण बातें करता है। प्रभु का क्रोध इस विनाश के बाद भी शान्त नहीं होगा; विनाश के लिए उसका हाथ अब तक उठा हुआ है।
मनश्शे इफ्रइम को खा रहा है, और इफ्रइम मनश्शे को। वे दोनों मिलकर यहूदा को खा रहे हैं। प्रभु का क्रोध इस विनाश के बाद भी शान्त नहीं होगा; विनाश के लिए उसका हाथ अब तक उठा हुआ है।
प्रभु, अपने क्रोध का प्याला उन राष्ट्रों पर उण्डेल, जो तुझे नहीं जानते हैं; उन कौमों पर जो तेरी आराधना नहीं करती हैं, प्रभु, अपने क्रोध का प्याला उण्डेल! उन्होंने याकूब को निगल लिया है, उन्होंने उसके वंशजों को खा लिया है, पृथ्वी की सतह से उसको मिटा डाला है, उन्होंने याकूब के निवास-स्थान को उजाड़ दिया है।
मैंने उनको देश के प्रवेश-द्वारों पर सूप से फटका; मैंने अपने निज लोगों को निर्वंश कर दिया, उनको नष्ट कर दिया, फिर भी उन्होंने अपना दुराचरण नहीं छोड़ा।
जब बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्सर ने इस देश पर आक्रमण किया, तब हमने सोचा : चलो, हम यरूशलेम नगर चलें, क्योंकि कसदी सेना और सीरियाई सेना का डर हम पर छा गया है। तब से हम यरूशलेम नगर में रह रहे हैं।’
अत: पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए टाट के वस्त्र पहनो; शोक मनाओ, और रोओ। मुझ-प्रभु की क्रोधाग्नि तुम से अभी दूर नहीं हुई है।’
इसलिए, देख, मैंने तुझ पर हाथ उठाया, और तुझे दण्ड दिया। मैंने तुझे तेरे निज भाग से वंचित कर दिया, तुझे तेरे देश से निकाल दिया, और तुझे तेरी भूखी शत्रु पलिश्ती कन्याओं के हाथ में सौंप दिया। ये तेरा दुराचरण देखकर लजाती थीं।
मैं उन पर अपना विनाशकारी हाथ उठाऊंगा, और उनकी समस्त बस्तियों को − दक्षिण के निर्जन प्रदेश से उत्तर में रिबलाह नगर तक − सम्पूर्ण देश को उजाड़ और निर्जन बना दूंगा। तब उन्हें मालूम होगा कि मैं प्रभु हूं।’
इस्राएल का अहंकार उसके विरुद्ध गवाही दे रहा है! फिर भी इस्राएली अपने प्रभु परमेश्वर की ओर नहीं लौट रहे हैं : इन सब बातों के होते हुए भी वे उसको नहीं ढूंढ़ रहे हैं।
‘मैंने जैसे मिस्र देश में महामारियाँ भेजी थीं, वैसे तुम पर भी भेजीं; मैंने तलवार से तुम्हारे जवानों को मार डाला तुम्हारे घोड़ों को लुटा दिया, मैंने तुम्हारे सैनिक-शिविरों को अग्नि से फूंक दिया; और दुर्गंध तुम्हारी नाकों में भर गई। फिर भी तुम मेरी ओर नहीं लौटे।’ प्रभु ने यह कहा है।
‘जैसे मैंने सदोम और गमोरा नगरों को उलट-पुलट दिया था, वैसे ही तुम्हारे कुछ नगरों का पूर्ण ध्वंस किया। तुम आग से निकाली गई लकड़ी के समान झुलस गए। फिर भी तुम मेरी ओर नहीं लौटे।’ प्रभु ने यह कहा है।
‘मैंने तुम्हारे नगरों में अकाल का प्रकोप भेजा; तुम्हारे सब स्थानों में भोजन का अभाव किया, फिर भी तुम मेरी ओर नहीं लौटे।’ प्रभु ने यह कहा है।
अत: दो-तीन नगरों के निवासी भटकते हुए पानी की तलाश में उस नगर में आए जहाँ पानी था। उन्होंने पानी पिया, परन्तु वह पर्याप्त नहीं था। फिर भी तुम मेरी ओर नहीं लौटे।’ प्रभु ने यह कहा है।
‘मैंने तुम्हारे खेतों को पाले और गेरुए कीड़े से मारा, तुम्हारे उद्यान, अंगूर-उद्यान उजाड़ दिए, तुम्हारे अंजीर और जैतून के वृक्ष टिड्डियाँ चाट गईं। फिर भी तुम मेरी ओर नहीं लौटे।’ प्रभु ने यह कहा है।
इन्होंने मेरा अनुसरण करना छोड़ दिया है। ये मुझ-प्रभु की खोज नहीं करते; ये मुझसे विमुख हो गए हैं; ये मेरी इच्छा जानने के लिए मेरे पास नहीं आते।’
वह किसी की बात पर ध्यान नहीं देती, वह ताड़ना पाने पर भी नहीं सुधरी। वह प्रभु पर भरोसा नहीं करती। वह परमेश्वर की आराधना के लिए उसके मन्दिर में नहीं आती।
तब उस दिन मेरा क्रोध उनके विरुद्ध भड़क उठेगा। मैं उनको त्याग दूंगा, और उनसे विमुख हो जाऊंगा। उन पर विपत्तियों और कष्टों का पहाड़ टूट पड़ेगा, जिसके कारण वे उस दिन यह कहेंगे, “क्या यह सच नहीं है कि ये विपत्तियां हम पर इसलिए आ पड़ी हैं, कि हमारा परमेश्वर हमारे मध्य नहीं है?”