तुम अपने दु:ख-तकलीफ को भूल जाओगे, जैसे पानी बहकर गुजर जाता है वैसे दु:ख की स्मृति भी बीत जाएगी।
यशायाह 54:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मत डर; क्योंकि अब तू लज्जित न होगी। मत घबरा; क्योंकि अब तू अपमानित न होगी। जो अपमान तूने जवानी में सहा था, उसे तू भूल जाएगी। अपने विधवापन का कलंक तुझे याद न रहेगा। पवित्र बाइबल तू भयभीत मत हो, तू लज्जित नहीं होगी। अपना मन मत हार क्योंकि तुझे अपमानित नहीं होना होगा। जब तू जवान थी, तू लज्जित हुई थी किन्तु उस लज्जा को अब तू भूलेगी। अब तुझको वो लाज नहीं याद रखनी हैं तूने जिसे उस काल में भोगा था जब तूने अपना पति खोया था। Hindi Holy Bible मत डर, क्योंकि तेरी आशा फिर नहीं टूटेगी; मत घबरा, क्योंकि तू फिर लज्जित न होगी और तुझ पर सियाही न छाएगी; क्योंकि तू अपनी जवानी की लज्जा भूल जाएगी, और, अपने विधवापन की नामधराई को फिर स्मरण न करेगी। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “मत डर, क्योंकि तेरी आशा फिर नहीं टूटेगी; मत घबरा, क्योंकि तू फिर लज्जित न होगी और तुझ पर सियाही न छाएगी; क्योंकि तू अपनी जवानी की लज्जा भूल जाएगी, और अपने विधवापन की नामधराई को फिर स्मरण न करेगी। सरल हिन्दी बाइबल “मत डर; क्योंकि तुम्हें लज्जित नहीं होना पड़ेगा. मत घबरा; क्योंकि तू फिर लज्जित नहीं होगी. तुम अपनी जवानी की लज्जा को भूल जाओगे और अपने विधवापन की बदनामी को फिर याद न रखोगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “मत डर, क्योंकि तेरी आशा फिर नहीं टूटेगी; मत घबरा, क्योंकि तू फिर लज्जित न होगी और तुझ पर उदासी न छाएगी; क्योंकि तू अपनी जवानी की लज्जा भूल जाएगी, और अपने विधवापन की नामधराई को फिर स्मरण न करेगी। |
तुम अपने दु:ख-तकलीफ को भूल जाओगे, जैसे पानी बहकर गुजर जाता है वैसे दु:ख की स्मृति भी बीत जाएगी।
वह सदा के लिए मृत्यु को समाप्त कर देगा, प्रभु, स्वामी सबकी आंखों के आंसू पोंछ डालेगा। वह अपने निज लोगों के कलंक को समस्त पृथ्वी से दूर कर देगा; प्रभु ने यह कहा है।
अत: प्रभु, अब्राहम का मुक्तिदाता, याकूब के वंशजों का परमेश्वर, यों कहता है: “अब याकूब का वंश लज्जित नहीं होगा, अपमान के कारण उसका मुख काला नहीं होगा।
उस दिन सात स्त्रियाँ एक पुरुष को पकड़कर यह निवेदन करेंगी, ‘हम अपने भोजन की व्यवस्था स्वयं करेंगी, पहिनने के लिए वस्त्र भी स्वयं जुटा लेंगी, तुम्हारी कमाई नहीं खाएंगी। बस हमें अपनी पत्नी स्वीकार करो; और हमारे कुंआरेपन का कलंक मिटा दो।’
मत डर, क्योंकि मैं तेरे साथ हूं। डर से यहाँ-वहाँ मत ताक; क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर हूं। मैं तुझे सुदृढ़ करूंगा, मैं तेरी सहायता करूंगा। विजय प्रदान करनेवाले अपने दाहिने हाथ का सहारा मैं तुझे दूंगा।
प्रभु कहता है : ओ याकूब, तू कीड़ा मात्र है; ओ इस्राएल, मत डर। मैं तेरी सहायता करूंगा। तुझे छुड़ानेवाला इस्राएल का पवित्र परमेश्वर मैं हूं।
स्वामी-प्रभु मेरी सहायता करता है, अत: मैं हताश नहीं हुआ। मैं अपना मुंह चकमक पत्थर की तरह दृढ़ बनाए रहा। मैं जानता था कि मुझे पराजय का अपमान नहीं सहना पड़ेगा।
ओ धर्म के जाननेवालो, जिनके हृदय में मेरी व्यवस्था विद्यमान है, मेरी बात सुनो! मनुष्यों की निन्दा से मत डरो। उनके अपशब्दों से नहीं घबराओ।
तू धर्म की नींव पर स्थिर होगी, तू नहीं डरेगी; अत्याचार से तू बची रहेगी; आतंक तेरे पास फटकेगा भी नहीं।
पतन के अपमान के बदले, अब तुम्हें दुगुना यश प्राप्त होगा, अनादर के स्थान पर अब तुम वैभव प्राप्त कर आनन्दित होगे। अपने देश में तुम दुगुने भाग पर अधिकार करोगे। तुम्हें शाश्वत आनन्द प्राप्त होगा।
जो व्यक्ति देश में आशिष की याचना करेगा, वह सत्य परमेश्वर के नाम से आशिष को प्राप्त करेगा। जो देश में शपथ लेगा, वह सत्य परमेश्वर के नाम से शपथ लेगा; क्योंकि अतीत के कष्ट भुला दिये गये हैं; वे मेरी आंखों से ओझल हो गये हैं।
तुझ से विमुख हो जाने के बाद मैं पछताया; जब मैं दुष्कर्म के अधीन हो गया तब मैंने छाती पीट कर विलाप किया। मैं अपनी जवानी के पापों का स्मरण कर लज्जित हो जाता हूं, शर्म से मेरा सिर झुक जाता है।”
जो नगरी लोगों से भरी-पूरी थी, अब वह उजाड़ पड़ी है; वह विधवा के सदृश अकेली हो गई। जो कभी राष्ट्रों में महान थी, जो कभी नगरों में रानी थी, अब वह दासी बन गई, वह दूसरे राज्यों को कर चुकाती है।
ये सब घृणित कार्य और व्यभिचार करते समय तुझे अपने बचपन के दिन याद नहीं आए, जब तू नग्न थी, तेरे शरीर पर वस्त्र का टुकड़ा भी नहीं था, और तू खून में लथपथ पड़ी थी।
‘ओ यरूशलेम, तू अपने बचपन के दिन भूल गई, और तूने ये कुकर्म किये, और यों मुझे क्रोध दिलाया। सुन, मैं निस्सन्देह तेरे कुकर्मों का प्रतिफल तेरे सिर पर डालूंगा,’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है। ‘तूने अनेक घृणित कुकर्म तो किए ही थे। उनके अतिरिक्त तूने यह व्यभिचार कर्म भी किया।
‘मैं फिर कभी राष्ट्रों में तेरी निन्दा नहीं होने दूंगा, उनके निन्दापूर्ण वचन तेरे कानों में नहीं पड़ेंगे। जातियां तेरा अपमान नहीं करेंगी, और तू उनके अपमान का बोझ नहीं सहेगी। तू पुन: अपने राष्ट्र का पतन नहीं होने देगी।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।’
‘यद्यपि तूने अपने कार्यों से मेरे प्रति विद्रोह किया, तथापि तुझे उस दिन लज्जित नहीं होना पड़ेगा; क्योंकि मैं तेरे मध्य से अहंकारियों को, शेखी मारनेवालों को दूर कर दूंगा। उसके बाद तू मेरे पवित्र पर्वत पर अपना अहंकार नहीं दिखाएगी।
प्रभु कहता है : ‘मैं यहूदा के वंशजों को बल प्रदान करूंगा, मैं यूसुफ के वंश को बचाऊंगा। मैंने उन पर दया की है, अत: मैं उन्हें वापस लाऊंगा। वे ऐसे रहेंगे मानो मैंने उन्हें कभी छोड़ा न था। मैं उनका प्रभु परमेश्वर हूँ, मैं उन्हें निस्सन्देह उत्तर दूंगा।
इसलिए धर्मग्रन्थ में यह लेख है, “मैं सियोन में एक चुना हुआ मूल्यवान् कोने का पत्थर रखता हूँ और जो उस पर विश्वास करेगा, उसे निराश नहीं होना पड़ेगा।”