यशायाह 53:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अत्याचार और दण्ड-आज्ञा के पश्चात् वे उसे वध के लिए ले गए। उसकी पीढ़ी के किस व्यक्ति ने इस बात पर ध्यान दिया कि वह जीव-लोक से उठा लिया गया और अपने लोगों के अपराधों के लिए मारा गया? पवित्र बाइबल लोगों ने उस पर बल प्रयोग किया और उसे ले गये। उसके साथ खेरपन से न्याय नहीं किया गया। उसके भावी परिवार के प्रति कोई कुछ नहीं कह सकता क्योंकि सजीव लोगों की धरती से उसे उठा लिया गया। मेरे लोगों के पापों का भुगतान करने के लिये उसे दण्ड दिया गया था। Hindi Holy Bible अत्याचार कर के और दोष लगाकर वे उसे ले गए; उस समय के लोगों में से किस ने इस पर ध्यान दिया कि वह जीवतों के बीच में से उठा लिया गया? मेरे ही लोगों के अपराधों के कारण उस पर मार पड़ी। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अत्याचार करके और दोष लगाकर वे उसे ले गए; उस समय के लोगों में से किसने इस पर ध्यान दिया कि वह जीवतों के बीच में से उठा लिया गया? मेरे ही लोगों के अपराधों के कारण उस पर मार पड़ी। सरल हिन्दी बाइबल अत्याचार करके और दोष लगाकर उसे दंड दिया गया. वह जीवितों के बीच में से उठा लिया गया; मेरे ही लोगों के पापों के कारण उसे मार पड़ी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अत्याचार करके और दोष लगाकर वे उसे ले गए; उस समय के लोगों में से किसने इस पर ध्यान दिया कि वह जीवितों के बीच में से उठा लिया गया? मेरे ही लोगों के अपराधों के कारण उस पर मार पड़ी। (प्रेरि. 8:32,33) |
मैं मृतकों में भी परित्यक्त जैसा हूँ, कबर में पड़े उन वध किए हुओं के समान हूँ, जिनको तू कभी स्मरण नहीं करता, जिनके सिर से तेरा हाथ उठ गया है।
अत: मैं महान व्यक्तियों के साथ उसका भाग बांटूंगा, और वह बलवानों के साथ “लूट” बांटेगा। उसने मृत्यु की वेदी पर अपना प्राण अर्पित कर दिया; और वह अपराधियों के साथ गिना गया। फिर भी उसने अनेक लोगों के पाप का बोझ उठाया, और अपराधियों के लिए प्रार्थना की।’
किन्तु वह हमारे पापों के कारण घायल हुआ; वह हमारे दुष्कर्मों के कारण आहत हुआ। उसने अपने शरीर पर ताड़ना-स्वरूप मार सही, और उसकी मार से हमारा कल्याण हुआ। उसने कोड़े खाए, जिससे हम स्वस्थ हुए।
मैं तो वध के लिए ले जाये जानेवाले मेमने के सदृश उनके दुष्कर्मों से अनजान था। मैं नहीं जानता था कि उन्होंने मेरे विरुद्ध कुचक्र रचा है। वे कहते थे, ‘न रहेगा बांस, न बजेगी बांसुरी! यिर्मयाह को इस पृथ्वी से, जीव-लोक से मिटा दें कि उसका नाम भी शेष न रहे।’
बासठ सप्ताहों के पश्चात् एक दूसरा ‘अभिषिक्त’ होगा। वह काटा जाएगा, और उसके पास कुछ नहीं रह जाएगा। एक अगुआ आएगा। उस की सेना नगर और पवित्र स्थान को खण्डहर बना देगी। उसका अन्त बाढ़ से होगा, और अन्त तक युद्ध होता रहेगा। विनाश ठहराया जा चुका है।
यहूदी धर्मगुरुओं ने उत्तर दिया, “हमारी एक व्यवस्था है और उस व्यवस्था के अनुसार यह प्राणदण्ड के योग्य है, क्योंकि यह स्वयं को परमेश्वर का पुत्र मानता है।”
उसकी दशा दयनीय थी, उसके साथ न्याय नहीं किया गया। उसकी वंशावली की चर्चा कौन कर सकेगा? क्योंकि उसका जीवन पृथ्वी पर समाप्त किया जा रहा है।’
मसीह ने भी एक बार ही पापों के प्रायश्चित के लिए दु:ख भोगा; धर्मी अधर्मियों के लिए मर गये, जिससे वह आप लोगों को परमेश्वर के पास ले जायें। वह शरीर की दृष्टि से तो मारे गये, किन्तु आत्मा द्वारा जिलाये गये।