ये आपके सब कर्मचारी मेरे पास आएंगे और सिर झुकाकर मेरा अभिवादन करेंगे। वे कहेंगे, “कृपया, अपने अनुचरों को लेकर चले जाइए।” तत्पश्चात् मैं भी चला जाऊंगा।’ मूसा तीव्र क्रोध में भरे हुए फरओ के पास से चले गए।
यशायाह 41:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) देख, जो राष्ट्र तुझसे क्रोधित हैं, वे पराजय के कारण लज्जित होंगे, उनका मुंह काला होगा। जो राष्ट्र तुझसे लड़ते हैं, उनका नामो-निशान मिट जाएगा, वे नष्ट हो जाएंगे। पवित्र बाइबल देख, कुछ लोग तुझ से नाराज हैं किन्तु वे लजायेंगे। जो तेरे शत्रु हैं वे नहीं रहेंगे, वे सब खो जायेंगे। Hindi Holy Bible देख, जो तुझ से क्रोधित हैं, वे सब लज्जित होंगे; जो तुझ से झगड़ते हैं उनके मुंह काले होंगे और वे नाश हो कर मिट जाएंगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) देख, जो तुझ से क्रोधित हैं वे सब लज्जित होंगे; जो तुझ से झगड़ते हैं उनके मुँह काले होंगे और वे नष्ट होकर मिट जाएँगे। सरल हिन्दी बाइबल “देख जो तुझसे क्रोधित हैं वे लज्जित एवं अपमानित किए जाएंगे; वे जो तुमसे झगड़ा करते हैं नाश होकर मिट जायेंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 देख, जो तुझ से क्रोधित हैं, वे सब लज्जित होंगे; जो तुझ से झगड़ते हैं उनके मुँह काले होंगे और वे नाश होकर मिट जाएँगे। |
ये आपके सब कर्मचारी मेरे पास आएंगे और सिर झुकाकर मेरा अभिवादन करेंगे। वे कहेंगे, “कृपया, अपने अनुचरों को लेकर चले जाइए।” तत्पश्चात् मैं भी चला जाऊंगा।’ मूसा तीव्र क्रोध में भरे हुए फरओ के पास से चले गए।
प्रभु ने मध्य रात्रि में सिंहासन पर विराजमान फरओ के ज्येष्ठ पुत्र से लेकर कारागार में पड़े बन्दी के ज्येष्ठ पुत्र, और पशुओं के पहिलौठे बच्चे तक, मिस्र देश में सब पहिलौठों को मार डाला।
‘किन्तु यदि तू ध्यान से उसकी वाणी सुनेगा, जो कुछ मैं कहूँगा, उसको करेगा, तो मैं तेरे शत्रुओं को अपने शत्रु और तेरे बैरियों को अपने बैरी मानूंगा।
यह सच है, कि राष्ट्र भयंकर बाढ़ की तरह दहाड़ रहे हैं; पर वे प्रभु की डांट से सिर पर पैर रखकर भागेंगे, जैसे पवन के सम्मुख पहाड़ी पर भूसा उड़ता है; जैसे बवन्डर से धूल उड़ती है।
तेरा शत्रु-दल बारीक रेत-कणों के सदृश बिखर जाएगा; निर्दयी आक्रमणकारियों का समुदाय भूसे के सदृश उड़ जाएगा। पलक झपकते, अचानक
ओ यरूशलेम नगर, तुझसे युद्ध करनेवाले सब राष्ट्रों का समुदाय, तुझे और तेरे गढ़ को घेरकर तुझसे लड़नेवाले सब शत्रु, जो तुझे कष्ट देते हैं, वे रात में देखे गए स्वप्न के सदृश, लुप्त हो जाएंगे।
उनकी दशा वैसी होगी जैसी भूखे व्यक्ति की होती है: जब वह रात में स्वप्न देखता है कि वह भोजन कर रहा है, किन्तु जागने पर उसकी भूख शान्त नहीं होती! अथवा जैसी प्यासे व्यक्ति की होती है: जब वह रात में स्वप्न देखता है कि वह पानी पी रहा है, किन्तु जागने पर वह मूर्छित हो जाता है, क्योंकि उसकी प्यास बुझी नहीं होती! यही दशा उन सब राष्ट्रों के समुदाय की होगी जो सियोन पर्वत के विरुद्ध युद्ध करते हैं।
उसके सम्मुख पृथ्वी के समस्त राष्ट्र नगण्य हैं, उनका अस्तित्व शून्य से भी कम है, वे कुछ भी नहीं हैं!
यरूशलेम के हृदय से बात करो, उसको बताओ कि उसके निष्कासन के दिन पूरे हो गए; उसके अधर्म का मूल्य चुका दिया गया; उसे मुझ-प्रभु के हाथ से अपने पापों का दुगना दण्ड प्राप्त हो चुका है।”
सुनो, तुम कुछ भी नहीं हो, तुम कुछ नहीं कर सकते, जो तुम्हें आराधना के लिए चुनता है, वह स्वयं घृण्य है।
देखो, उनका अस्तित्व व्यर्थ है, उनके कार्य व्यर्थ हैं, उनकी ढली हुई मूर्तियाँ कोरी हवा हैं।
लोग मेरे विषय में यह कहेंगे: ‘केवल प्रभु में ही धार्मिकता और सामर्थ्य है। जो उसके विरोधी हैं, वे सब उसके पास आएंगे, और लज्जित होंगे।
पर प्रभु यों कहता है, ‘मैं निस्सन्देह, शेर के मुंह से उसका शिकार छुड़ाऊंगा, अत्याचारी के हाथ से उसका बन्दी छीनूंगा। जो तुझसे लड़ते हैं, उनसे मैं लड़ूंगा; और मैं तेरे पुत्र-पुत्रियों को बचाऊंगा।
मैं तेरे बैरियों को विवश करूंगा, और वे अपना ही मांस खाएंगे; वे शराब की तरह अपना रक्त पीएंगे, और मतवाले होंगे। तब समस्त मनुष्यजाति को यह अनुभव होगा कि मैं ही तेरा उद्धारकर्ता प्रभु हूं, तेरा मुक्तिदाता, याकूब का सर्वशक्तिमान परमेश्वर हूं।’
यदि तुझ पर आक्रमण होगा, तो यह मेरी ओर से नहीं होगा; जो शत्रु तुझसे लड़ेगा, वह तुझ से पराजित होगा।
तेरे विरुद्ध बनाया गया कोई भी शस्त्र सफल न होगा; जो साक्षी न्यायालय में तेरे विरुद्ध प्रस्तुत होगी, तू उसको निरस्त करने में सफल होगी। यह प्रभु के सेवकों की नियति है, मैं उनको विजय प्रदान करता हूं।’ प्रभु यह कहता है।
किन्तु यदि कोई कौम मेरी बात नहीं सुनेगी, तो मैं उसको उसके देश से जड़-मूल सहित उखाड़ लूंगा, और उस को नष्ट कर दूंगा,’ प्रभु की यह वाणी है।
ओ इस्राएली राष्ट्र, तू मुझ-प्रभु के लिए पवित्र था, फसल का प्रथम फल था। जिस-जिस ने उसको खाया, वह दोषी हो गया, और उस पर विपत्तियों का पहाड़ टूट पड़ा,’ प्रभु की यह वाणी है।
पृथ्वी के समस्त निवासी उसके सम्मुख नगण्य हैं; वह स्वर्ग की सेना में, पृथ्वी के प्राणियों के मध्य, अपनी इच्छा के अनुसार कार्य करता है। कोई उसका हाथ रोक नहीं सकता, और न प्रश्न पूछने का साहस कर सकता है, कि “तूने यह क्या किया?’ ”
उस दिन विश्व की सब कौमों के लिए मैं यरूशलेम को भारी चट्टान बनाऊंगा। जो उसे उठाएगा, वह स्वयं को गम्भीर चोट पहुंचाएगा। विश्व के सब राष्ट्र संगठित रूप से उसे उठाने आएंगे।
उन्होंने आ कर क्षमा मांगी और उन्हें बन्दीगृह से बाहर ले जा कर अनुरोध किया कि वे नगर छोड़कर चले जायें।
देखो, शैतान के सभागृह के उन सदस्यों को, जो अपने को यहूदा-वासी कहते हैं, किन्तु यहूदा के नहीं हैं और झूठ बोलते हैं, मैं उनको बाध्य करूँगा कि वे आ कर तुम्हारे चरणों पर गिरें और यह जानें कि मैं तुम से प्रेम करता हूँ।