सुलेमान के राज्य-काल में यहूदा और इस्राएल प्रदेशों के मध्य शान्ति बनी रही। दान नगर से बएर-शेबा नगर तक की सीमा के अन्तर्गत रहने वाला प्रत्येक नागरिक सुख-समृद्धि का जीवन व्यतीत करता था।
मीका 4:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) हर आदमी अपने अंगूर-उद्यान में, अपने अंजीर वृक्ष के नीचे निश्चिंत बैठेगा, उसे शत्रु के आक्रमण का डर नहीं होगा। स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने स्वयं यह कहा है। पवित्र बाइबल किन्तु हर कोई अपने अंगूरों की बेलों तले और अंजीर के पेड़ के नीचे बैठा करेगा। कोई भी व्यक्ति उन्हें डरा नहीं पायेगा! क्यों क्योंकि सर्वशक्तिमान यहोवा ने यह कहा है! Hindi Holy Bible और लोग आगे को युद्ध विद्या न सीखेंगे। परन्तु वे अपनी अपनी दाखलता और अंजीर के वृक्ष तले बैठा करेंगे, और कोई उन को न डराएगा; सेनाओं के यहोवा ने यही वचन दिया है॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और लोग आगे को युद्ध–विद्या न सीखेंगे। परन्तु वे अपनी अपनी दाखलता और अंजीर के वृक्ष तले बैठा करेंगे, और कोई उनको न डराएगा; सेनाओं के यहोवा ने यही वचन दिया है। सरल हिन्दी बाइबल हर एक जन अपनी ही अंगूर की लता और अपने ही अंजीर के वृक्ष के नीचे बैठेगा, और उन्हें कोई नहीं डराएगा, क्योंकि सर्वशक्तिमान याहवेह ने कहा है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और लोग आगे को युद्ध विद्या न सीखेंगे। परन्तु वे अपनी-अपनी दाखलता और अंजीर के वृक्ष तले बैठा करेंगे, और कोई उनको न डराएगा; सेनाओं के यहोवा ने यही वचन दिया है। (1 राजा. 4:25, जक. 3:10) |
सुलेमान के राज्य-काल में यहूदा और इस्राएल प्रदेशों के मध्य शान्ति बनी रही। दान नगर से बएर-शेबा नगर तक की सीमा के अन्तर्गत रहने वाला प्रत्येक नागरिक सुख-समृद्धि का जीवन व्यतीत करता था।
प्रभु परमेश्वर ने मेरे पिता दाऊद से यह कहा था, “तेरा पुत्र, जिसे मैं तेरे स्थान पर सिंहासन पर बैठाऊंगा मेरे नाम पर भवन बनाएगा।” अत: मैं अपने प्रभु परमेश्वर के नाम पर एक भवन बनाना चाहता हूं।
तुम चादर तान कर सोओगे, और तुम्हें कोई भयभीत नहीं करेगा; अनेक लोग तुमसे कृपा की भीख मांगेंगे।
प्रिय शिष्य, अचानक आने वाले आतंक से न डरना; जब दुर्जन तुझ पर तूफान की तरह टूट पड़ें, तब न घबराना;
परन्तु यदि तुम मुझ-प्रभु की आज्ञा का उल्लंघन करोगे और मुझसे विद्रोह करोगे, तो तुम तलवार से मौत के घाट उतारे जाओगे।’ प्रभु ने अपने मुंह से यह कहा है।
सीरिया के नगर सदा के लिए उजड़ जाएंगे; वे केवल पशुओं के झुण्ड के लिए चरागाह बनेंगे। पशु उनपर निश्चिंत लेटेंगे, उनको वहाँ कोई डराएगा नहीं।
स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है: निश्चित स्थान में प्रतिष्ठित की गई खूंटी उस दिन अपने स्थान से उखाड़ ली जाएगी। वह काटी जाएगी और टूटकर गिर जाएगी। जो भार उस पर लदा था, वह गिरकर नष्ट हो जाएगा।” प्रभु ने यह कहा है।
प्रभु, हम संकट-काल में तुझे ढूंढ़ते हैं। जब तू हमें ताड़ित करता है, तब हम तुझसे निरन्तर प्रार्थना करते हैं।
तुम हिजकियाह की बात मत सुनो। असीरिया देश के राजा यह कहते हैं : मुझसे समझौता करो। हर एक व्यक्ति नगर से निकलकर मेरे पास आए और आत्म-समर्पण करे। तब तुम सब अपने अंगूर-उद्यान का, अपने अंजीर वृक्ष का फल खा सकोगे, अपने कुएं का पानी पी सकोगे।
तब प्रभु की महिमा प्रकट होगी, और समस्त मनुष्यजाति उसको एक-साथ देखेगी। प्रभु ने अपने मुख से यह कहा है।”
तू धर्म की नींव पर स्थिर होगी, तू नहीं डरेगी; अत्याचार से तू बची रहेगी; आतंक तेरे पास फटकेगा भी नहीं।
तो तुझे मुझ-प्रभु में सुख प्राप्त होगा, और मैं तुझे पृथ्वी के उच्चतम स्थानों में विजय प्रदान करूंगा; मैं तुझे तेरे पिता याकूब का उत्तराधिकार भोगने के लिए प्रदान करूंगा। स्वयं मेरे मुंह से यह वचन निकला है।
मैं उन पर ऐसे चरवाहे नियुक्त करूंगा, जो उनकी देखभाल करेंगे। तब मेरी भेड़ें नहीं डरेंगी, और न भ्रम में पड़ेंगी, उन में से एक भी नहीं खोएगी,’ प्रभु की यह वाणी है।
‘इसलिए, ओ याकूब, मेरे सेवक, मत डर। ओ इस्राएल, भयभीत मत हो। मैं-प्रभु कहता हूँ; मैं तुझको और तेरी संतान को, दूर देश से, जहां तू गुलाम है, उस देश से बचा कर लाऊंगा। तब याकूब लौटेगा, और सुख-चैन का जीवन बिताएगा; उस का कोई भी शत्रु उस को डरा नहीं सकेगा।
‘मैं अपनी भेड़ों के साथ शान्ति का विधान स्थापित करूंगा। मैं उनके देश से जंगली पशुओं को निकाल दूंगा। तब वे निर्जन प्रदेश में निश्चिन्त होकर निवास करेंगी, और जंगल में सोएंगी।
तब वे विश्व के राष्ट्रों का शिकार नहीं बनेंगे, और जंगली जानवर उनको मार कर नहीं खाएंगे। निस्सन्देह वे अपने देश में निरापद निवास करेंगे, और उनको फिर कोई भयभीत नहीं करेगा।
तू यह सोचेगा, “मैं ऐसे ग्रामीण देश पर आक्रमण करूंगा, जो शहरपनाह से नहीं घिरा है। मैं उन लोगों पर हमला करूंगा, जो निश्चिंत निवास करते हैं। वे ऐसे मकानों में रहते हैं, जिनके चारों ओर दीवार नहीं है, जिन के घरों में सांकल और नगर के प्रवेश-द्वारों में अर्गलाएं नहीं हैं।”
जब वे अपने देश में पुन: निश्चिन्त निवास करने लगेंगे और उनको किसी भी शत्रु के आक्रमण का डर न होगा, तब वे अपने अपमानपूर्ण अतीत को भूल जाएंगे। वे भूल जाएंगे कि उन्होंने मेरे प्रति विश्वासघात किया था।
मैं देश को शान्ति प्रदान करूंगा, और तुम निर्भय सो सकोगे; तुम्हें कोई नहीं डराएगा। मैं तुम्हारे देश में हिंस्र पशुओं को रहने नहीं दूंगा। कोई जाति तुम्हारे देश पर तलवार नहीं चलाएगी।
जब तक गर्भवती स्त्री बालक को जन्म न देगी, तब तक प्रभु इस्राएल को त्यागे रहेगा। उसके पश्चात् शेष इस्राएली अपने जाति-भाई-बहिनों के पास लौट आएंगे।
ये इस्राएल के बचे हुए लोग होंगे। ये अनुचित कार्य नहीं करेंगे, ये झूठ नहीं बोलेंगे, और न उनके मुंह में कपटपूर्ण जीभ होगी। वे आराम से चरागाह में भेड़ चराएंगे। वे निश्चिन्त हो, विश्राम करेंगे; उन्हें डरानेवाला कोई न होगा।’
उस दिन तुम सब अपने पड़ोसियों को आनन्द उत्सव के लिए अंगूर-उद्यानों में और अंजीर वृक्ष के नीचे आमंत्रित करोगे’, स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु का यह कथन है।