वह नासरत नगर छोड़ कर, कफरनहूम नगर में रहने लगे। यह नगर जबूलून और नफ्ताली कुलों के सीमा-क्षेत्र में झील के तट पर स्थित है।
मरकुस 2:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब कुछ दिनों बाद येशु कफरनहूम नगर लौटे, तो यह खबर फैल गयी कि वह घर पर हैं। पवित्र बाइबल कुछ दिनों बाद यीशु वापस कफरनहूम आया तो यह समाचार फैल गया कि वह घर में है। Hindi Holy Bible कई दिन के बाद वह फिर कफरनहूम में आया और सुना गया, कि वह घर में है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) कई दिन के बाद वह फिर कफरनहूम में आया, और सुना गया कि वह घर में है। नवीन हिंदी बाइबल कुछ दिनों के बाद जब यीशु कफरनहूम में वापस आया तो यह सुना गया कि वह घर में है। सरल हिन्दी बाइबल कुछ दिन बाद मसीह येशु के कफ़रनहूम नगर लौटने पर वहां यह समाचार फैल गया कि वह लौट आए हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 कई दिन के बाद यीशु फिर कफरनहूम में आया और सुना गया, कि वह घर में है। |
वह नासरत नगर छोड़ कर, कफरनहूम नगर में रहने लगे। यह नगर जबूलून और नफ्ताली कुलों के सीमा-क्षेत्र में झील के तट पर स्थित है।
परन्तु वह बाहर जा कर खुल कर इसकी चर्चा करने लगा और चारों ओर इस समाचार को फैलाने लगा। परिणाम यह हुआ कि येशु प्रकट रूप से नगरों में प्रवेश नहीं कर सके, वरन् वह निर्जन स्थानों में रहे। फिर भी लोग चारों ओर से उनके पास आते रहे।
और इतने लोग इकट्ठे हो गये कि द्वार के सामने भी जगह नहीं रही। येशु उन्हें शुभ संदेश सुना ही रहे थे कि
येशु घर आए और फिर इतनी भीड़ एकत्र हो गयी कि उन लोगों को भोजन करने की भी फुरसत नहीं रही।
जब येशु लोगों को छोड़ कर घर के भीतर आए, तो उनके शिष्यों ने इस दृष्टान्त का अर्थ पूछा।
तब येशु उस स्थान को छोड़कर सोर के सीमा-क्षेत्र में गये। वहाँ वह किसी घर में ठहरे और वह चाहते थे कि किसी को इसका पता न चले, किन्तु वह अज्ञात नहीं रह सके।
जब येशु घर में आए तो उनके शिष्यों ने एकान्त में उन से पूछा, “हम लोग उसे क्यों नहीं निकाल सके?”
येशु ने उनसे कहा, “तुम निश्चय ही मुझे यह कहावत सुनाओगे : ‘ओ वैद्य! पहले अपना इलाज कर।’ तुम मुझ से यह भी कहोगे : ‘कफरनहूम नगर में जो कुछ हुआ है, हमने उसके बारे में सुना है। अब वह यहाँ अपने नगर में भी कीजिए।’ ”
उसी समय कुछ लोग खाट पर एक लकुवे के रोगी को लाए। वे उसे अन्दर ले जा कर येशु के सामने रखना चाहते थे।
जब उस पदाधिकारी ने सुना कि येशु यहूदा प्रदेश से गलील प्रदेश में आ गये हैं, तब वह उनके पास आया। उसने उनसे प्रार्थना की कि वह चल कर उसके पुत्र को स्वस्थ कर दें, क्योंकि वह मरने पर था।
जब यह आवाज हुई, तो भीड़ लग गई। लोग घबरा गये; क्योंकि हर एक अपनी-अपनी भाषा में शिष्यों को बोलते सुन रहा था।