ऑनलाइन बाइबिल

विज्ञापनों


संपूर्ण बाइबिल पुराना वसीयतनामा नया करार




मरकुस 14:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

जब येशु बेतनियाह गाँव में शिमोन ‘कुष्‍ठरोगी’ के घर में भोजन कर रहे थे, तो एक महिला संगमरमर के पात्र में असली जटामांसी का बहुमूल्‍य इत्र ले कर आयी। उसने पात्र तोड़ कर येशु के सिर पर इत्र उंडेल दिया।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबल

जब यीशु बैतनिय्याह में शमौन कोढ़ी के घर भोजन करने बैठा था, तभी एक स्त्री सफेद चिकने स्फटिक के एक पात्र में शुद्ध बाल छड़ का इत्र लिये आयी। उसने उस पात्र को तोड़ा और इत्र को यीशु के सिर पर उँडेल दिया।

अध्याय देखें

Hindi Holy Bible

जब वह बैतनिय्याह में शमौन कोढ़ी के घर भोजन करने बैठा हुआ था तब एक स्त्री संगमरमर के पात्र में जटामांसी का बहुमूल्य शुद्ध इत्र लेकर आई; और पात्र तोड़ कर इत्र को उसके सिर पर उण्डेला।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

जब वह बैतनिय्याह में शमौन कोढ़ी के घर भोजन करने बैठा हुआ था, तब एक स्त्री संगमरमर के पात्र में जटामांसी का बहुमूल्य शुद्ध इत्र लेकर आई; और पात्र तोड़ कर इत्र को उसके सिर पर उण्डेला।

अध्याय देखें

नवीन हिंदी बाइबल

जब यीशु बैतनिय्याह में शमौन कोढ़ी के घर भोजन करने बैठा हुआ था, तो एक स्‍त्री संगमरमर के पात्र में जटामांसी का बहुमूल्य शुद्ध इत्र लेकर आई। उसने उस संगमरमर के पात्र को तोड़कर इत्र को यीशु के सिर पर उंडेल दिया।

अध्याय देखें

सरल हिन्दी बाइबल

मसीह येशु बैथनियाह नगर आए. वहां वह पूर्व कोढ़ रोगी शिमओन नामक व्यक्ति के घर पर भोजन के लिए बैठे थे. एक स्त्री वहां संगमरमर के बर्तन में शुद्ध जटामांसी का अत्यंत कीमती इत्र ले आई. उसने उस बर्तन को तोड़ वह इत्र मसीह येशु के सिर पर उंडेल दिया.

अध्याय देखें

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

जब वह बैतनिय्याह में शमौन कोढ़ी के घर भोजन करने बैठा हुआ था तब एक स्त्री संगमरमर के पात्र में जटामासी का बहुमूल्य शुद्ध इत्र लेकर आई; और पात्र तोड़कर इत्र को उसके सिर पर उण्डेला।

अध्याय देखें



मरकुस 14:3
11 क्रॉस रेफरेंस  

‘जब महाराज अपने दीवान पर बैठे थे, मेरी जटामासी अपनी सुगन्‍ध बिखेर रही थी।


मैं अपने प्रियतम के लिए द्वार खोलने के लिए उठी। मेरे हाथों से गन्‍धरस टपक रहा था, किल्‍ली के मूंठों पर मेरी अंगुलियों से तरल गन्‍धरस टपक रहा था।


तब येशु उन्‍हें छोड़कर नगर के बाहर बेतनियाह गाँव को चले गए और रात वहीं व्‍यतीत की।


इसी तरह जिसे दो सिक्‍के मिले थे, उसने और दो सिक्‍के कमा लिये।


फिर भी वे कहते थे, “पर्व के दिनों में नहीं। कहीं ऐसा न हो कि जनता में दंगा हो जाए।”


इस पर कुछ लोग झुंझला कर एक दूसरे से बोले, “इत्र का यह अपव्‍यय क्‍यों?


यह वही मरियम थी, जिसने इत्र से प्रभु का अभ्‍यंजन किया और अपने केशों से उनके चरण पोंछे थे। उसका भाई लाजर बीमार था।