मत्ती 9:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) येशु ने यह सुन कर उन से कहा, “निरोगों को नहीं, किन्तु रोगियों को वैद्य की आवश्यकता होती है। पवित्र बाइबल यह सुनकर यीशु उनसे बोला, “स्वस्थ लोगों को नहीं बल्कि रोगियों को एक चिकित्सक की आवश्यकता होती है। Hindi Holy Bible उस ने यह सुनकर उन से कहा, वैद्य भले चंगों को नहीं परन्तु बीमारों को अवश्य है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यह सुनकर यीशु ने उनसे कहा, “वैद्य भले चंगों के लिए नहीं परन्तु बीमारों के लिए आवश्यक है। नवीन हिंदी बाइबल यह सुनकर यीशु ने कहा,“वैद्य की आवश्यकता स्वस्थ लोगों को नहीं बल्कि बीमारों को है। सरल हिन्दी बाइबल यह सुन येशु ने स्पष्ट किया, “चिकित्सक की ज़रूरत स्वस्थ व्यक्ति को नहीं परंतु रोगी व्यक्ति को होती है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यह सुनकर यीशु ने उनसे कहा, “वैद्य भले चंगों को नहीं परन्तु बीमारों के लिए आवश्यक है। |
मैंने कहा, “प्रभु! मुझ पर अनुग्रह कर। मुझे स्वस्थ कर, क्योंकि मैंने तेरे विरुद्ध पाप किया है।”
प्रभु, मुझ पर दया कर, क्योंकि मैं दुर्बल हूँ; प्रभु, मुझे स्वस्थ कर, क्योंकि मेरी अस्थियां बेचैन हैं,
हे प्रभु, मुझे स्वस्थ कर, तो मैं स्वस्थ हूंगा; मुझे बचा तो मैं बच जाऊंगा; क्योंकि प्रभु, मैं तेरी ही स्तुति करता हूं।
मैं-प्रभु कहता हूँ : मैं तेरा स्वास्थ्य तुझे लौटाऊंगा, मैं तेरे घाव भर दूंगा। क्योंकि तेरे शत्रुओं ने तुझे ‘परित्यक्ता’ कहा है : “देखो, यह है सियोन नगरी, जिसकी अब कोई चिन्ता नहीं करता।”
‘किन्तु, यिर्मयाह! मैं इस प्रहार के बाद इस नगर में औषधि और स्वास्थ्य लाऊंगा, और इस के निवासियों को स्वस्थ कर दूंगा। मैं इनको सुरक्षा और समृद्धि प्रदान करूंगा।
क्या गिलआद प्रदेश की बलसान औषधि समाप्त हो गई? क्या वहां अब वैद्य भी नहीं रहे? तब मेरे लोगों के घाव क्यों नहीं भर रहे हैं?
प्रभु कहता है : ‘मैं उनके विश्वासघात के रोग को स्वस्थ करूंगा; मैं मुक्त रूप से उनसे प्रेम करूंगा। मेरा क्रोध उनसे दूर हो गया है।
येशु ने यह सुनकर उन से कहा, “निरोगों को नहीं, बल्कि रोगियों को वैद्य की आवश्यकता होती है। मैं धार्मिकों को नहीं, पापियों को बुलाने आया हूँ।”
येशु ने उन्हें उत्तर दिया, “स्वस्थ्य मनुष्य को नहीं, बल्कि रोगियों को वैद्य की आवश्यकता होती है।
एक स्त्री बारह वर्ष से रक्तस्राव से पीड़ित थी। वह अपनी सारी जीविका वैद्यों पर खर्च कर चुकी थी, पर कोई भी उसे स्वस्थ नहीं कर सका था।
किन्तु लोगों को इसका पता चल गया और वे भी उनके पीछे हो लिये। येशु ने उनका स्वागत किया, परमेश्वर के राज्य के विषय में उनको बताया और जिन्हें रोगमुक्त होने की आवश्यकता थी, उनको स्वस्थ किया।