जब इस्राएलियों ने उसे देखा तब वे एक दूसरे से कहने लगे, ‘यह क्या है?’। क्योंकि वे नहीं जानते थे कि वह क्या है। मूसा ने उनसे कहा, ‘यह रोटी है, जो प्रभु ने तुम्हें खाने के लिए दी है।
मत्ती 4:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) येशु ने उत्तर दिया, “धर्मग्रन्थ में लिखा है : ‘मनुष्य केवल रोटी से ही नहीं जीता है। बल्कि वह परमेश्वर के मुख से निकलने वाले हर एक शब्द से जीवित रहता है।’ ” पवित्र बाइबल यीशु ने उत्तर दिया, “शास्त्र में लिखा है, ‘मनुष्य केवल रोटी से ही नहीं जीता बल्कि वह प्रत्येक उस शब्द से जीता है जो परमेश्वर के मुख से निकालता है।’” Hindi Holy Bible उस ने उत्तर दिया; कि लिखा है कि मनुष्य केवल रोटी ही से नहीं, परन्तु हर एक वचन से जो परमेश्वर के मुख से निकलता है जीवित रहेगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यीशु ने उत्तर दिया : “लिखा है, ‘मनुष्य केवल रोटी ही से नहीं, परन्तु हर एक वचन से जो परमेश्वर के मुख से निकलता है, जीवित रहेगा।’ ” नवीन हिंदी बाइबल इस पर यीशु ने कहा,“लिखा है : मनुष्य केवल रोटी से नहीं, परंतु परमेश्वर के मुँह से निकलनेवाले हर एक वचन से जीवित रहेगा।” सरल हिन्दी बाइबल येशु ने उसे उत्तर दिया, “मनुष्य का जीवन सिर्फ भोजन पर नहीं, बल्कि परमेश्वर के मुख से निकले हुए हर एक शब्द पर भी निर्भर है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यीशु ने उत्तर दिया, “लिखा है, ‘मनुष्य केवल रोटी ही से नहीं, परन्तु हर एक वचन से जो परमेश्वर के मुख से निकलता है जीवित रहेगा।’” |
जब इस्राएलियों ने उसे देखा तब वे एक दूसरे से कहने लगे, ‘यह क्या है?’। क्योंकि वे नहीं जानते थे कि वह क्या है। मूसा ने उनसे कहा, ‘यह रोटी है, जो प्रभु ने तुम्हें खाने के लिए दी है।
जब तक इस्राएली आबाद देश में नहीं पहुँच गए, वे चालीस वर्ष ‘मन्ना’ ही खाते रहे। कनान देश की सीमा पहुँचने तक इस्राएलियों ने ‘मन्ना’ ही खाया।
मूसा ने पुन: कहा, ‘यह तब होगा जब प्रभु सन्ध्या समय तुम्हें खाने के लिए मांस और प्रात:काल भर-पेट रोटी देगा; क्योंकि जो बक-बक तुमने प्रभु के विरुद्ध की थी, उसने उसे सुना है। हम क्या हैं? तुम्हारा बक-बकाना हमारे विरुद्ध नहीं, वरन् प्रभु के विरुद्ध है।’
तू बेखमीर रोटी का पर्व मनाना। जैसी आज्ञा मैंने तुझे दी है, उसके अनुसार तू निर्धारित समय पर अबीब महीने में सात दिन तक बेखमीर रोटी खाना; क्योंकि तुम उस महीने में मिस्र देश से बाहर निकले थे। कोई भी व्यक्ति मेरे दर्शन के लिए खाली हाथ न आए।
जो मुँह में जाता है, वह मनुष्य को अशुद्ध नहीं करता; बल्कि जो मुँह से बाहर निकलता है, वही मनुष्य को अशुद्ध करता है।”
येशु ने उत्तर दिया, “हट जा, शैतान! क्योंकि धर्मग्रन्थ में लिखा है : ‘अपने प्रभु परमेश्वर की आराधना करो और केवल उसी की सेवा करो।’ ”
येशु ने उससे कहा, “यह भी धर्मग्रन्थ में लिखा है : ‘अपने प्रभु-परमेश्वर की परीक्षा मत लो।’ ”
परन्तु येशु ने उत्तर दिया, “धर्मग्रंथ में लिखा है : ‘मनुष्य केवल रोटी से ही नहीं जीता है।’ ”
पर येशु ने उसे उत्तर दिया, “धर्मग्रन्थ में यह लिखा है : ‘अपने प्रभु परमेश्वर की आराधना करो और केवल उसी की सेवा करो।’ ”
“परन्तु जब सहायक आएगा, जिसे मैं पिता के यहाँ से तुम्हारे पास भेजूँगा, अर्थात् सत्य का आत्मा, जो पिता से निकलता है, तब वह मेरे विषय में साक्षी देगा।
आत्मा ही जीवन प्रदान करता है, शरीर से कुछ लाभ नहीं होता। मैंने तुम से जो वचन कहे हैं, वे आत्मा और जीवन हैं।
धर्मग्रन्थ में जो कुछ पहले लिखा गया था, वह हमारी शिक्षा के लिए लिखा गया था, ताकि हमें उस से धैर्य तथा सांत्वना मिलती रहे और इस प्रकार हम अपनी आशा बनाये रख सकें।
इसके अतिरिक्त मुक्ति का टोप पहन लें और आत्मा की तलवार-अर्थात् परमेश्वर का वचन-ग्रहण करें।
उसने तुझे पीड़ित किया, तुझे भूख का अनुभव कराया। पर उसने तुझे “मन्ना” भी खिलाया, जिसको तू नहीं जानता था, और न तेरे पूर्वज ही जानते थे, ताकि तू जान ले कि मनुष्य केवल रोटी से जीवित नहीं रहता; किन्तु वह प्रभु के मुंह से निकले हुए प्रत्येक वचन से जीवित रहता है।