शैतान ने इस्राएली राष्ट्र को परखा। उसने दाऊद को भड़काया कि वह इस्राएली जाति के बीस वर्ष से अधिक आयु के पुरुषों की जनगणना करे।
मत्ती 4:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) येशु ने उत्तर दिया, “हट जा, शैतान! क्योंकि धर्मग्रन्थ में लिखा है : ‘अपने प्रभु परमेश्वर की आराधना करो और केवल उसी की सेवा करो।’ ” पवित्र बाइबल फिर यीशु ने उससे कहा, “शैतान, दूर हो! शास्त्र कहता है: ‘अपने प्रभु परमेश्वर की उपासना कर और केवल उसी की सेवा कर!’” Hindi Holy Bible तब यीशु ने उस से कहा; हे शैतान दूर हो जा, क्योंकि लिखा है, कि तू प्रभु अपने परमेश्वर को प्रणाम कर, और केवल उसी की उपासना कर। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब यीशु ने उससे कहा, “हे शैतान दूर हो जा, क्योंकि लिखा है : ‘तू प्रभु अपने परमेश्वर को प्रणाम कर, और केवल उसी की उपासना कर।”’ नवीन हिंदी बाइबल तब यीशु ने उससे कहा,“हे शैतान दूर हो जा, क्योंकि लिखा है : तू अपने प्रभु परमेश्वर को दंडवत् कर और केवल उसी की सेवा कर।” सरल हिन्दी बाइबल इस पर येशु ने उसे उत्तर दिया, “हट, शैतान! दूर हो! क्योंकि लिखा है, तुम सिर्फ प्रभु अपने परमेश्वर की ही आराधना और सेवा किया करो.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब यीशु ने उससे कहा, “हे शैतान दूर हो जा, क्योंकि लिखा है: ‘तू प्रभु अपने परमेश्वर को प्रणाम कर, और केवल उसी की उपासना कर।’” (व्यव. 6:13) |
शैतान ने इस्राएली राष्ट्र को परखा। उसने दाऊद को भड़काया कि वह इस्राएली जाति के बीस वर्ष से अधिक आयु के पुरुषों की जनगणना करे।
प्रभु ने शैतान से कहा, ‘अच्छा, मैं उसकी धन-सम्पत्ति पर तूझे अधिकार देता हूं, केवल उसके शरीर को हाथ न लगाना।’ इसके बाद शैतान प्रभु के दरबार से निकलकर चला गया।
एक दिन फिर ईश-पुत्र प्रभु के दरबार में उपस्थित हुए। उनके साथ शैतान भी आया। वह प्रभु के सम्मुख उपस्थित हुआ।
वे यह कहते हैं, ‘इसके विरुद्ध किसी दुर्जन को न्यायाधीश नियुक्त करो; दोषारोपण करनेवाला इसके दाहिने हाथ पर खड़ा हो।
तू केवल अपने प्रभु परमेश्वर की सेवा करना। मैं तेरे अन्न-जल पर आशिष दूंगा। तेरे मध्य से रोग को दूर करूँगा।
तुम देवी-देवताओं की सोना-चांदी से मढ़ी हुई मूर्तियां अशुद्ध करोगे, और उन्हें कचरे की तरह फेंक दोगे। तुम उनसे यह कहोगे, “हटो यहां से।”
इस पर येशु ने मुड़ कर, पतरस से कहा, “मेरे सामने से हट जाओ, शैतान! तुम मेरे रास्ते में बाधा बन रहे हो। तुम परमेश्वर की बातें नहीं, बल्कि मनुष्यों की बातें सोचते हो।”
वह चालीस दिन निर्जन प्रदेश में रहे और शैतान ने उनकी परीक्षा ली। वह वन-पशुओं के साथ रहते थे और स्वर्गदूत उनकी सेवा-परिचर्या करते थे।
यदि शैतान के यहाँ फूट पड़ गई हो, तो उसका राज्य कैसे टिका रहेगा? क्योंकि तुम कहते हो कि मैं बअलजबूल की सहायता से भूतों को निकालता हूँ।
शैतान ने इस स्त्री को, अब्राहम की इस पुत्री को इतने वर्षों से, अठारह वर्षों से बाँध रखा था, तो क्या इसे विश्राम के दिन उस बन्धन से छुड़ाना उचित नहीं था?”
उस समय शैतान ने यूदस [यहूदा] में प्रवेश किया। यूदस ‘इस्करियोती’ कहलाता था और उसकी गणना बारह प्रेरितों में होती थी।
पर येशु ने उसे उत्तर दिया, “धर्मग्रन्थ में यह लिखा है : ‘अपने प्रभु परमेश्वर की आराधना करो और केवल उसी की सेवा करो।’ ”
रोटी का टुकड़ा लेते ही यूदस में शैतान समा गया। तब येशु ने उससे कहा, “तुम्हें जो करना है, वह शीघ्र करो।”
मैं उनकी आँखें खोलने के लिए, उन्हें अन्धकार से ज्योति की ओर उन्मुख करने के लिए, अर्थात् शैतान की शक्ति से विमुख हो परमेश्वर की ओर अभिमुख करने के लिए, तुझे उनके पास भेज रहा हूं, जिससे वे मुझ में विश्वास करने के कारण अपने पापों की क्षमा पाएं और पवित्र किए हुए भक्तों के बीच स्थान प्राप्त कर सकें।’
इस पर पतरस ने कहा, “हनन्याह! शैतान ने क्यों तुम्हारे हृदय पर इस प्रकार अधिकार कर लिया है कि तुम पवित्र आत्मा से झूठ बोलो और जमीन की बिक्री से प्राप्त धनराशि का कुछ अंश रख लो?
उस व्यक्ति को शैतान के हवाले कर देंगे, जिससे उसके शरीर का विनाश हो, किन्तु प्रभु के दिन उसकी आत्मा का उद्धार हो।
आप लोग एक-दूसरे को उस अधिकार से वंचित नहीं करें और यदि ऐसा करें, तो दोनों की सहमति से और कुछ समय के लिए, जिससे प्रार्थना का अवकाश मिले और इसके बाद पहले-जैसे रहें। कहीं ऐसा न हो कि शैतान असंयम के कारण आप को प्रलोभन में डाल दे।
यह आश्चर्य की बात नहीं, क्योंकि स्वयं शैतान ज्योतिर्मय स्वर्गदूत का स्वांग रचता है।
मुझ पर बहुत-से ईश्वरीय प्रकाशन प्रकट किए गए हैं। मैं इन पर घमण्ड न करूँ, इसलिए मेरे शरीर में एक कांटा चुभा दिया गया है। मुझे शैतान का दूत मिला है, ताकि वह मुझे घूंसे मारता रहे और मैं घमण्ड न करूँ।
क्योंकि हम शैतान के फन्दे में नहीं पड़ना चाहते हैं। हम उसकी चालें अच्छी तरह जानते हैं।
‘तू प्रभु परमेश्वर की भक्ति करना। तू उसकी आराधना करना, और उससे ही सम्बद्ध रहना। तू केवल उसके नाम की शपथ खाना।
‘इसलिए हे इस्राएलियो, अब प्रभु की भक्ति करो। निष्कपट भाव और सच्चाई से उसकी सेवा करो। जिन देवताओं की आराधना तुम्हारे पूर्वज मसोपोतामिया और मिस्र देश में करते थे, उन्हें भूल जाओ और केवल प्रभु की आराधना करो।
आप विश्वास में दृढ़ हो कर उसका सामना करें। आप जानते हैं कि संसार भर में आपके भाई-बहिन भी इस प्रकार का दु:ख भोग रहे हैं।
तब शमूएल ने इस्राएल के कुलों से यह कहा, ‘यदि तुम हृदय से प्रभु की ओर लौट रहे हो तो दूसरी जातियों के देवताओं की मूर्तियाँ, और अशेराह देवी की मूर्तियाँ अपने मध्य से दूर करो। अपने हृदय को प्रभु की ओर स्थिर रखो! केवल उसी की आराधना करो। तब वह तुम्हें पलिश्तियों के हाथ से मुक्त करेगा।’