मूर्ख को उसकी मूर्खता के अनुरूप उत्तर देना; अन्यथा वह स्वयं को अपनी दृष्टि में बुद्धिमान समझेगा।
मत्ती 16:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) फरीसी और सदूकी येशु के पास आए। उन्होंने येशु की परीक्षा लेने के लिए उन से निवेदन किया, “आप हमें स्वर्ग का कोई चिह्न दिखाइए।” पवित्र बाइबल फिर फ़रीसी और सदूकी यीशु के पास आये। वे उसे परखना चाहते थे सो उन्होंने उससे कोई चमत्कार करने को कहा, ताकि पता लग सके कि उसे परमेश्वर की अनुमति मिली हुई है। Hindi Holy Bible और फरीसियों और सदूकियों ने पास आकर उसे परखने के लिये उस से कहा, कि हमें आकाश का कोई चिन्ह दिखा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फरीसियों और सदूकियों ने पास आकर उसे परखने के लिये उससे कहा, “हमें स्वर्ग का कोई चिह्न दिखा।” नवीन हिंदी बाइबल तब फरीसियों और सदूकियों ने पास आकर उसे परखने के लिए उससे माँग की कि वह उन्हें स्वर्ग का कोई चिह्न दिखाए। सरल हिन्दी बाइबल तब फ़रीसी और सदूकी येशु के पास आए और उनको परखने के लिए उन्हें स्वर्ग से कोई अद्भुत चिह्न दिखाने को कहा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और फरीसियों और सदूकियों ने यीशु के पास आकर उसे परखने के लिये उससे कहा, “हमें स्वर्ग का कोई चिन्ह दिखा।” |
मूर्ख को उसकी मूर्खता के अनुरूप उत्तर देना; अन्यथा वह स्वयं को अपनी दृष्टि में बुद्धिमान समझेगा।
इस पर फरीसी सभागृह से बाहर निकले, और उन्होंने येशु के विरुद्ध यह परामर्श किया कि हम किस तरह उनका विनाश करें।
कुछ फरीसी येशु के पास आए और उनकी परीक्षा लेने के उद्देश्य से बोले, “क्या किसी भी कारण से अपनी पत्नी का परित्याग करना उचित है?”
उस समय फरीसियों ने जा कर आपस में परामर्श किया कि हम किस प्रकार येशु को उनकी अपनी बात के फन्दे में फँसाएँ।
उसी दिन सदूकी सम्प्रदाय के लोग येशु के पास आए। उनकी धारणा है कि मृत व्यक्ति का पुनरुत्थान नहीं होता।
दूसरे दिन अर्थात् शुक्रवार के बाद विश्राम दिवस पर, महापुरोहित और फरीसी एक साथ पिलातुस के यहाँ गये
मैं तुम लोगों से कहता हूँ, यदि तुम्हारी धार्मिकता शास्त्रियों और फरीसियों की धार्मिकता से गहरी नहीं हुई, तो तुम स्वर्गराज्य में प्रवेश नहीं कर सकोगे।
यह देख कर फरीसियों ने उनके शिष्यों से कहा, “तुम्हारे गुरु चुंगी-अधिकारियों और पापियों के साथ क्यों भोजन कर रहे हैं?”
फरीसी सम्प्रदाय के सदस्य येशु के पास आए और उनकी परीक्षा लेने के उद्देश्य से उन्होंने यह प्रश्न किया, “क्या अपनी पत्नी का परित्याग करना पुरुष के लिए उचित है?”
हम उन्हें दें या नहीं दें?” उनका छल-कपट भाँप कर येशु ने कहा, “मेरी परीक्षा क्यों लेते हो? एक सिक्का लाओ और मुझे दिखाओ।”
सदूकी सम्प्रदाय के कुछ लोग येशु के पास आए। उनकी धारणा है कि मृतकों का पुनरुत्थान नहीं होता। उन्होंने येशु से यह प्रश्न पूछा,
तब व्यवस्था का एक आचार्य उठा और येशु की परीक्षा करने के लिए उसने यह पूछा, “गुरुवर! शाश्वत जीवन का उत्तराधिकारी बनने के लिए मुझे क्या करना चाहिए?”
इसके पश्चात् कुछ सदूकी येशु के पास आए। सदूकी मृतकों के पुनरुत्थान को नहीं मानते। उन्होंने येशु के सामने यह प्रश्न रखा,
उन्होंने येशु की परीक्षा लेने के लिए यह कहा, जिससे उन्हें उन पर दोष लगाने का कोई आधार मिले। येशु ने झुक कर उँगली से भूमि पर लिखा।
पतरस और योहन लोगों से बोल ही रहे थे कि पुरोहित, मन्दिर-आरक्षी का नायक और सदूकी संप्रदायी उनके पास आ धमके।
यह सब देख कर प्रधान महापुरोहित और उसके सब संगी-साथी, अर्थात् सदूकी सम्प्रदाय के सदस्य, ईष्र्या से जलने लगे।