उनके दुष्कर्म को मत भूलना, अपनी आंखों के सामने से उनके पाप को ओझल मत होने देना; क्योंकि उन्होंने तेरे सेवक निर्माताओं के सामने तुझे क्रोध के लिए भड़काया है।’
भजन संहिता 69:27 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वे कुकर्म पर कुकर्म करते रहें, और तेरी धार्मिकता में प्रवेश न करें। पवित्र बाइबल उनके बुरे कर्मों का उनको दण्ड दे, जो उन्होंने किये हैं। उनको मत दिखला कि तू और कितना भला हो सकता है। Hindi Holy Bible उनके अधर्म पर अधर्म बढ़ा; और वे तेरे धर्म को प्राप्त न करें। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उनके अधर्म पर अधर्म बढ़ा; और वे तेरे धर्म को प्राप्त न करें। नवीन हिंदी बाइबल उनके अधर्म पर अधर्म बढ़ा; और वे तेरी धार्मिकता को प्राप्त न करें। सरल हिन्दी बाइबल उनके समस्त पापों के लिए उन्हें दोषी घोषित कीजिए; वे कभी आपकी धार्मिकता में सम्मिलित न होने पाएं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उनके अधर्म पर अधर्म बढ़ा; और वे तेरे धर्म को प्राप्त न करें। |
उनके दुष्कर्म को मत भूलना, अपनी आंखों के सामने से उनके पाप को ओझल मत होने देना; क्योंकि उन्होंने तेरे सेवक निर्माताओं के सामने तुझे क्रोध के लिए भड़काया है।’
मित्रो, परमेश्वर के समान, तुम क्यों मेरे पीछे हाथ धोकर पड़े हो; क्या तुम्हें मेरे शरीर के रोग से सन्तोष नहीं मिला?
जब फरओ ने देखा कि संकट टल गया, तब उसने अपना हृदय कठोर कर लिया। उसने मूसा और हारून की बात नहीं सुनी, जैसा प्रभु ने कहा था।
प्रभु ने फरओ के हृदय को हठीला बना दिया। अतएव उसने इस्राएलियों को नहीं जाने दिया, जैसा प्रभु ने मूसा से कहा था।
यदि दुर्जन पर दया भी की जाए तो भी वह धर्म को नहीं सीखेगा। वह धर्म-परायण देश में भी दुराचरण करता है, वह प्रभु की प्रभुता नहीं देखता!
मैं उसको उजाड़ दूंगा; मैं उसको नहीं छांटूंगा, और न कुदाली से खोदकर उसको निराऊंगा। तब उसमें कंटीले झाड़-झंखाड़ उग आएंगे। मैं बादलों को भी आदेश दूंगा, कि वे उस पर पानी न बरसाएँ।
निस्सन्देह उसने हमारी पीड़ा को सहा, और हमारे दु:खों को भोगा। फिर भी हमने समझा कि परमेश्वर ने उसे घायल किया है, उसे दु:खी और पीड़ित किया है।
शत्रु-देश में बचे हुए व्यक्तियों का उनके अधर्म के कारण क्रमश: क्षय होगा। उनके पूर्वजों के अधर्म के कारण उन्हीं के समान उनका भी क्षय होगा।
उन्होंने मार्ग के किनारे अंजीर का एक पेड़ देखा। वह उसके पास आए। परन्तु उन्होंने उस में पत्तों को छोड़कर और कुछ नहीं पाया। येशु ने पेड़ से कहा, “अब से तुझ में फिर कभी फल न लगे।” और उसी क्षण अंजीर का वह पेड़ सूख गया।
उन्होंने परमेश्वर का सच्चा ज्ञान प्राप्त करना उचित नहीं समझा, इसलिए परमेश्वर ने उन्हें उनकी भ्रष्ट बुद्धि पर छोड़ दिया, जिससे वे अनुचित आचरण करने लगे।
परन्तु इस्राएल, जो धार्मिकता की व्यवस्था के प्रति उत्साह दिखलाता था, व्यवस्था की परिपूर्णता तक नहीं पहुँच सका।