तुम्हारा प्रकाश अन्धकार में बदल गया है; अत: तुम्हें दिखाई नहीं देता; तुम विनाश की बाढ़ में डूब रहे हो!
भजन संहिता 69:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं कीच-दलदल में धंस गया हूँ; वहाँ पैर रखने को आधार नहीं है, मैं अथाह जल में पहुंच गया हूँ, और जल प्रवाह मुझे डुबा रहा है। पवित्र बाइबल कुछ भी नहीं है जिस पर मैं खड़ा हो जाऊँ। मैं दलदल के बीच नीचे धँसता ही चला जा रहा हूँ। मैं नीचे धंस रहा हूँ। मैं अगाध जल में हूँ और मेरे चारों तरफ लहरें पछाड़ खा रही है। बस, मैं डूबने को हूँ। Hindi Holy Bible मैं बड़े दलदल में धसा जाता हूं, और मेरे पैर कहीं नहीं रूकते; मैं गहिरे जल में आ गया, और धारा में डूबा जाता हूं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मैं बड़े दलदल में धँसा जाता हूँ, और मेरे पैर कहीं नहीं रुकते; मैं गहिरे जल में आ गया, और धारा में डूबा जाता हूँ। नवीन हिंदी बाइबल मैं गहरे दलदल में धँसा जाता हूँ, और पैर टिकाने का कोई स्थान नहीं है; मैं गहरे जल में आ पहुँचा हूँ, और धारा में डूबा जाता हूँ। सरल हिन्दी बाइबल मैं गहरे दलदल में डूब जा रहा हूं, यहां मैं पैर तक नहीं टिक पा रहा हूं. मैं गहरे जल में आ पहुंचा हूं; और चारों ओर से जल मुझे डूबा रहा है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मैं बड़े दलदल में धँसा जाता हूँ, और मेरे पैर कहीं नहीं रुकते; मैं गहरे जल में आ गया, और धारा में डूबा जाता हूँ। |
तुम्हारा प्रकाश अन्धकार में बदल गया है; अत: तुम्हें दिखाई नहीं देता; तुम विनाश की बाढ़ में डूब रहे हो!
जब तक तू मिल सकता है, सब भक्त तुझ से प्रार्थना करें; क्योंकि भयंकर जल-प्रवाह उन भक्तों तक नहीं पहुंच सकेगा।
प्रभु ने मुझे अंध-कूप से, कीच-दलदल से ऊपर खींचा है; उसने मेरे पैर चट्टान पर दृढ़ किए हैं; मेरे कदमों को स्थिर किया है।
‘यहूदा प्रदेश के महल की बची हुई राज महिलाएं बेबीलोन के राजाओं के उच्चाधिकारियों के हरम में लाई जा रही हैं, और वे तुम से यह कह रही हैं : “महाराज, आपके विश्वस्त मित्रों ने आपको धोखा दिया; और यों उनकी इच्छा पूरी हुई। अब, जब आपके पैर कीचड़ में धंस गए, तो वे आपको अकेला छोड़कर भाग गए।”
अत: उच्चाधिकारियों ने यिर्मयाह को पकड़ा, और रस्सियों से बांध कर राजकुमार मल्कियाह के अंधे-कुंएं में डाल दिया। यह कुआँ राजमहल के पहरे के आंगन में था। उसमें पानी नहीं, बल्कि कीचड़ ही कीचड़ था। यिर्मयाह कीचड़ में धंस गए।
मैं पहाड़ों की जड़ तक पहुंच गया था। मैं अधोलोक में आ गया था, जहां अर्गलाओं ने मुझे सदा के लिए बन्द कर लिया था। फिर भी, हे प्रभु मेरे परमेश्वर, तू मेरे जीवन को मृत्यु के गड्ढे से ऊपर ले आया।
पानी बरसा, नदियों में बाढ़ आयी, आँधियाँ चलीं और वेगपूर्वक उस घर से टकरायीं। तब भी वह घर नहीं ढहा; क्योंकि उसकी नींव चट्टान पर डाली गयी थी।