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भजन संहिता 57:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

मेरा प्राण सिंहों के मध्‍य है; मैं धधकती ज्‍वाला में सोता हूँ; ऐसे मनुष्‍यों के बीच जिन के दांत भाले और तीर हैं, जिनकी जीभ दुधारी तलवार है।

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पवित्र बाइबल

मेरे शत्रुओं ने मुझे चारों ओर से घेर लिया है। मेरे प्राण संकट में है। वे ऐसे हैं, जैसे नरभक्षी सिंह और उनके तेज दाँत भालों और तीरों से और उनकी जीभ तेज तलवार की सी है।

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Hindi Holy Bible

मेरा प्राण सिंहों के बीच में है, मुझे जलते हुओं के बीच में लेटना पड़ता है, अर्थात ऐसे मनुष्यों के बीच में जिन के दांत बर्छी और तीर हैं, और जिनकी जीभ तेज तलवार है॥

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

मेरा प्राण सिंहों के बीच में है, मुझे जलते हुओं के बीच में लेटना पड़ता है, अर्थात् ऐसे मनुष्यों के बीच में जिनके दाँत बर्छी और तीर हैं, और जिनकी जीभ तेज़ तलवार है।

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नवीन हिंदी बाइबल

मेरा प्राण सिंहों के बीच में है। मुझे उन लोगों के बीच लेटना पड़ता है जो मनुष्यों को निगल जाते हैं, अर्थात् ऐसे मनुष्यों के बीच जिनके दाँत भाले और तीर के समान हैं और जिनकी जीभ तेज़ तलवार है।

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सरल हिन्दी बाइबल

मैं सिंहों से घिर गया हूं; मैं हिंसक पशुओं समान मनुष्यों के मध्य पड़ा हुआ हूं. उनके दांत भालों और बाणों समान, तथा जीभें तलवार समान तीक्ष्ण हैं.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

मेरा प्राण सिंहों के बीच में है, मुझे जलते हुओं के बीच में लेटना पड़ता है, अर्थात् ऐसे मनुष्यों के बीच में जिनके दाँत बर्छी और तीर हैं, और जिनकी जीभ तेज तलवार है।

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भजन संहिता 57:4
20 क्रॉस रेफरेंस  

क्‍या कोई मनुष्‍य उसके जबड़े खोल सकता है? उसके दाँतों के चारों ओर आतंक रहता है।


वह एकांत में घात लगाकर बैठता है, जैसे सिंह झाड़ी में। वह घात में बैठता है कि पीड़ित को दबोचे। जब वह पीड़ित को जाल में फंसा लेता है, तब उसे दबोचता है।


स्‍वामी, तू कब तक यह देखता रहेगा? मुझे उनके उपद्रव से, मेरे इस एक ही जीवन को युवा सिंहों से मुक्‍त कर।


तू अपनी ज्‍योति और सत्‍य को भेज! वे ही मेरा मार्ग-दर्शन करें; वे मुझे तेरे पवित्र पर्वत पर, तेरे निवास स्‍थान पर पहुँचाएं।


सान चढ़ी छुरी के समान, छल-कपट में निरन्‍तर कार्यरत तेरी जीभ विनाश के षड्‍यन्‍त्र रचती है।


उसके मुंह की बातें मक्‍खन से अधिक चिकनी थीं, पर उसके हृदय में द्वेष था। उसके शब्‍द तेल की अपेक्षा कोमल थे; फिर भी वे नंगी तलवार थे।


हे परमेश्‍वर, उनके दांत उनके मुंह ही में तोड़ दे। हे प्रभु, तरुण सिंहों के दन्‍तमूल उखाड़ ले।


देख, वे अपने मुंह से डकार रहे हैं। उनके मुंह में तलवारें हैं; वे यह कहते हैं, “कौन सुनता है?”


उन्‍होंने अपनी जीभ को तलवार के समान चोखा किया है, उन्‍होंने कटु वचन-रूपी बाण संधान किया है,


बिना सोच-विचार के बोलनेवाले मनुष्‍य के शब्‍द तलवार की तरह बेधते हैं; पर बुद्धिमान की बातें मलहम का काम करती हैं।


जो मनुष्‍य अपने पड़ोसी के विरुद्ध झूठी साक्षी देता है, वह मानो गदा, या तलवार या पैना तीर है।


गरीब जनता पर शासन करनेवाला दुर्जन मानो दहाड़ता हुआ सिंह है, मानो शिकार का भूखा रीछ है।


संसार में कुछ लोग हैं, जिनके दांत मानो तलवार हैं, छूरी जैसे तेज हैं; वे पृथ्‍वी की सतह से गरीबों को, समाज में दीन-दरिद्रों को फाड़ खाते हैं।”


जीभ भी एक आग है। उसमें अधर्म का संसार भरा पड़ा है। हमारे अंगों में जीभ ही है जो हमारा समस्‍त शरीर दूषित करती और नरकाग्‍नि से प्रज्‍वलित हो कर हमारे भव-चक्र में आग लगा देती है।


राष्‍ट्रों को मारने के लिए उसके मुख से एक तेज तलवार निकल रही है। वह लोह-दण्‍ड से उन पर शासन करेगा और सर्वशक्‍तिमान परमेश्‍वर के कोप-रूपी दाखरस का कुण्‍ड रौंदेगा।


यदि नहीं, तो अबीमेलक से आग निकले और शकेम और बेत-मिल्‍लो के प्रमुख नागरिकों को भस्‍म कर दे। शकेम और बेत-मिल्‍लो के प्रमुख नागरिकों से आग निकले और अबीमेलक को भस्‍म कर दे।’