प्रभु, मेरे लिए अपने अभिप्राय को पूर्ण कर; हे प्रभु, तेरी करुणा शाश्वत है। मैं तेरे हाथों की रचना हूं, मुझ को मत त्याग।
भजन संहिता 57:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं सर्वोच्च परमेश्वर को पुकारता हूँ; परमेश्वर को, जो मेरे लिए सब कुछ पूर्ण करता है। पवित्र बाइबल हे परमेश्वर, मैं सहायता पाने के लिये विनती करता हूँ। परमेश्वर मेरी पूरी तरह ध्यान रखता है। Hindi Holy Bible मैं परम प्रधान परमेश्वर को पुकारूंगा, ईश्वर को जो मेरे लिये सब कुछ सिद्ध करता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मैं परमप्रधान परमेश्वर को पुकारूँगा, परमेश्वर को, जो मेरे लिये सब कुछ सिद्ध करता है। नवीन हिंदी बाइबल मैं परमप्रधान परमेश्वर को पुकारूँगा; मैं परमेश्वर को पुकारूँगा, जो मेरे लिए सब कुछ पूर्ण करता है। सरल हिन्दी बाइबल मैं सर्वोच्च परमेश्वर को पुकारता हूं, वही परमेश्वर, जो मुझे निर्दोष ठहराते हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मैं परमप्रधान परमेश्वर को पुकारूँगा, परमेश्वर को जो मेरे लिये सब कुछ सिद्ध करता है। |
प्रभु, मेरे लिए अपने अभिप्राय को पूर्ण कर; हे प्रभु, तेरी करुणा शाश्वत है। मैं तेरे हाथों की रचना हूं, मुझ को मत त्याग।
मेरे शत्रु मेरे विषय में दुष्टता से यह कहते हैं: “वह कब मरेगा, और कब उसका नाम मिटेगा?”
प्रभु, तू ही हमारे लिए शान्ति स्थापित करेगा, जो कुछ हमने किया, उसका करनेवाला वस्तुत: तू ही था!
ओ मेरे निज लोगो, अपने-अपने कक्ष में जाओ, और भीतर से दरवाजा बन्द कर लो। जब तक क्रोध शान्त न हो जाए, इस थोड़े समय तक अपने को छिपाए रखो।
सर्वोच्च और महान परमेश्वर, जिसका नाम पवित्र है, जो अनन्तकाल तक जीवित है, यह कहता है : ‘मैं उच्च और पवित्र स्थान में निवास करता हूं, पर मैं उसके साथ भी विद्यमान रहता हूं जिसकी आत्मा विदीर्ण और विनम्र है। मैं उस विनम्र व्यक्ति की आत्मा को संजीव करता हूं, और उसके विदीर्ण हृदय को पुनर्जीवित।
जिस परमेश्वर ने आप लोगों में यह शुभ कार्य आरम्भ किया, वह येशु मसीह के दिन तक उसे पूर्ण भी करेगा, इसका मुझे पक्का विश्वास है।
मेरे प्रिय भाइयो और बहिनो! जिस प्रकार आप लोग सदा मेरी बात मानते रहे हैं, उसी प्रकार अब भी-मेरी उपस्थिति से अधिक मेरी अनुपस्थिति में और भी अधिक उत्साह से आप लोग डरते-काँपते हुए अपनी मुक्ति के कार्य में लगे रहें।
आप लोगों को समस्त गुणों से सम्पन्न करे, जिससे आप उसकी इच्छा पूरी करें, जो उसे प्रिय है। उसी परमेश्वर की स्तुति युगानुयुग होती रहे। आमेन!