भजन संहिता 4:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तूने मेरे हृदय को उससे कहीं अधिक आनन्द प्रदान किया है, जो उन्हें अंगूर और अन्न की प्रचुरता के समय होता है। पवित्र बाइबल हे यहोवा, तुने मुझे बहुत प्रसन्न बना दिया। कटनी के समय भरपूर फसल और दाखमधु पाकर जब हम आन्नद और उल्लास मनाते हैं उससे भी कहीं अधिक प्रसन्न मैं अब हूँ। Hindi Holy Bible तू ने मेरे मन में उससे कहीं अधिक आनन्द भर दिया है, जो उन को अन्न और दाखमधु की बढ़ती से होता था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तू ने मेरे मन में उस से कहीं अधिक आनन्द भर दिया है, जो उनको अन्न और दाखमधु की बढ़ती से होता था। नवीन हिंदी बाइबल तूने मेरे मन में उससे कहीं अधिक आनंद भर दिया है, जो उन्हें अन्न और दाखमधु की बहुतायत से होता था। सरल हिन्दी बाइबल जिन्हें अन्न और दाखमधु की बड़ी उपज प्राप्त हुई है, उनसे भी अधिक आनंद से आपने मेरे हृदय भर दिया है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तूने मेरे मन में उससे कहीं अधिक आनन्द भर दिया है, जो उनको अन्न और दाखमधु की बढ़ती से होता है। |
तब मैं परमेश्वर की वेदी पर, अपने परमानन्द परमेश्वर के पास जाऊंगा। हे परमेश्वर, मेरे परमेश्वर, मैं वीणा के साथ तेरी स्तुति करूंगा।
हे स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु परमेश्वर, कब तक तू अपनी प्रजा की प्रार्थनाएँ अनसुनी करता रहेगा?
हे प्रभु, तूने अपने कार्यों से मुझे आनन्दित किया है; मैं तेरे कार्यों का जयजयकार करूंगा जो तूने मेरे लिए किये हैं।
मैंने कहा, “मुझे अपनी अनुचरी बना लो, आओ, हम शीघ्रता करें।” महाराज मुझे अपने कक्ष में ले गए और बोले, “हम तुममें उल्लसित और आनन्दित होंगे, हम अंगूर-रस से अधिक तुम्हारे प्रेम की प्रशंसा करेंगे।” कन्याएँ उचित ही तुमसे प्रेम करती हैं।
प्रभु, तूने इस्राएली राष्ट्र की समृद्धि की; तूने उसके आनन्द में समृद्धि की; जैसे वे लूट का माल परस्पर बांटते समय उल्लसित होते हैं, जैसे वे फसल-कटाई के पर्व पर हर्षित होते हैं, वैसे ही आज तेरे सम्मुख आनन्द मना रहे हैं।
मोआब की उपजाऊ भूमि से आनन्द और हर्ष विदा हो गए। मैंने अंगूर रस-कुण्डों में रस सुखा दिया, अब हंसते-गाते किसान रसकुण्डों से रस नहीं निकालते। उनके मुंह से हर्ष की आवाज नहीं निकलती।
फिर भी वह अपने भले कार्यों द्वारा अपने विषय में साक्षी देता रहा: वह आपके लिए आकाश से पानी बरसाता और नियत मौसम में फसलें उगाता है; वह अन्न प्रदान कर आपका हृदय आनन्द से भरता है।”
आपने येशु को कभी देखा नहीं, फिर भी आप उन्हें प्यार करते हैं। आप अब भी उन्हें नहीं देखते, फिर भी उन में आप विश्वास करते हैं। और इस विश्वास के कारण आप एक अकथनीय एवं महिमामय आनन्द से परिपूर्ण हैं।
वे खेतों में गए। उन्होंने अंगूर के उद्यानों के अंगूर तोड़े, उन्हें रौंद कर उनका रस निकाला और उत्सव मनाया। वे अपने देवता के मन्दिर में गए। उन्होंने वहाँ खाया-पीया, और अबीमेलक की निन्दा की।